Canada: 'हिंदुओं के पूज्य स्वस्तिक का अपमान नहीं सहेंगे', क्या है भारतीय कनाडाई समुदाय का 'रीक्लेम स्वस्तिक अभियान'
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

Canada: ‘हिंदुओं के पूज्य स्वस्तिक का अपमान नहीं सहेंगे’, क्या है भारतीय कनाडाई समुदाय का ‘रीक्लेम स्वस्तिक अभियान’

प्रधानमंत्री त्रूदो ने स्वस्तिक के लिए गलत बयानी की थी और उसे प्रतिबंधित करने की बात की थी। इसके बाद से ही, इंडो-केनैडियन समुदाय चिंतत है। लेकिन अब इसी समुदाय ने कमर कसी है कि स्वस्तिक के धर्म में पवित्र स्थान के प्रति जागरूकता फैलाएंगे और भ्रामक बातों की काट करेंगे

by WEB DESK
Nov 22, 2023, 05:40 pm IST
in विश्व
प्रधानमंत्री त्रूदो ने स्वस्तिक को लेकर गलत टिप्पणी की थी

प्रधानमंत्री त्रूदो ने स्वस्तिक को लेकर गलत टिप्पणी की थी

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

कनाडा में भारतवंशियों की अच्छी—खासी संख्या है। वहां की त्रूदो सरकार द्वारा हाल ही में स्वस्तिक चिह्न के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणी से वहां का भारतीय समाज नाराज है। खुद प्रधानमंत्री त्रूदो ने स्वस्तिक के लिए गलत बयानी की थी और उसे प्रतिबंधित करने की बात की थी। इसके बाद से ही, इंडो-कैनेडियन समुदाय चिंतत है। लेकिन अब इसी समुदाय ने कमर कसी है कि स्वस्तिक के धर्म में पवित्र स्थान के प्रति जागरूकता फैलाएंगे और भ्रामक बातों की काट करेंगे। इस अभियान को भारतवंशी समुदाय के संगठन, ‘कैनेडियन ऑर्गेनाइजेशन फॉर हिंदू हेरिटेज एजुकेशन’ ने ‘रीक्लेम स्वस्तिक’ नाम दिया है।

दरअसल कनाडा में हाल में यहूदी विरोधी घटनाओं में बढ़त दर्ज हुई है। इसे देखते हुए, कनाडा के प्रशासन ने स्वस्तिक को नाजी दमनकारियों का चिन्ह बताकर उसके प्रयोग के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात की थी। इसी संदर्भ में प्रधानमंत्री त्रूदो ने भी स्वस्तिक को लेकर गलत टिप्पणी की थी। लेकिन भारत ही नहीं, विश्वभर में बसे हिन्दू जानते हैं कि स्वस्तिक हिंदुओं के लिए कितना पवित्र चिन्ह है।

इस स्थिति को सही करने की गरज से ही कैनेडियन ऑर्गेनाइजेशन फॉर हिंदू हेरिटेज एजुकेशन का यह अभियान शुरू हुआ है। इस संगठन ने खुलकर कहा है कि स्वस्तिक के प्रयोग को अपराध कहना गलत है, यह स्वीकार्य नहीं है।

स्वस्तिक का चिन्ह हिन्दुओं के मंदिरों, घरों तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और पूजा अनुष्ठानों में खूब प्रयोग किया जाता है। संगठन इस बात के प्रति जागरूकता ला रहा है कि स्वस्तिक ईर्ष्या का प्रतीक नहीं है, यह तो हिंदू, सिख, जैन व बौद्धों द्वारा भी प्रयोग किया जाता है।

इस्राएल पर 7 अक्तूबर को इस्राएल पर हमास के अचानक बोले गए हमले के विरुद्ध इस्राएली सैन्य कार्रवाई की भर्त्सना करते हुए अन्य देशों की तरह कनाडा में भी 5 नवंबर को अनेक विरोध प्रदर्शन हुए थे। इस प्रदर्शनों के दौरान वहां के यहूदी समुदाय के स्कूलों, समुदाय के प्रमुख केंद्रों पर निशाने साधे गए थे। इन उपद्रवों के बीच स्वस्तिक चिन्ह को भी प्रदर्शित किया गया। इसे लेकर त्रूदो ने भी बिना तथ्य जाने स्वस्तिक विरोधी बयान दे दिया। त्रूदो ने एक पोस्ट साझा ​की थी कि पार्लियामेंट हिल पर किसी व्यक्ति द्वारा स्वस्तिक का प्रदर्शन किया जाना स्वीकार्य नहीं है। उधर प्रधानमंत्री के बयान के बाद, टोरंटो की पुलिस को भी ‘स्वस्तिक’ से घृणा हो गई, पुलिस ने सावधान किया कि जो इसका प्रयोग करेगा उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

कनाडा सरकार और पुलिस की ऐसी बयानबाजियों और धमकियों ने कनाडा में बसे भारतीयों का नाराज होना स्वाभाविक था। यही वजह है कि कैनेडियन ऑर्गेनाइजेशन फॉर हिंदू हेरिटेज एजुकेशन नाम के संगठन ने यह ‘रीक्लेम स्वस्तिक’ अभियान की शुरुआत की है। संगठन की ओर से टोरंटो की पुलिस व कुछ अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखकर बताया गया है कि स्वस्तिक का संस्कृत भाषा में अर्थ होता है ‘सभी के लिए शुभता और भलाई की कामना’। हिन्दू धर्म में स्वस्तिक एक पवित्र चिन्ह है।

स्वस्तिक का चिन्ह हिन्दुओं के मंदिरों, घरों तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और पूजा अनुष्ठानों में खूब प्रयोग किया जाता है। संगठन इस बात के प्रति जागरूकता ला रहा है कि स्वस्तिक ईर्ष्या का प्रतीक नहीं है, यह तो हिंदू, सिख, जैन व बौद्धों द्वारा भी प्रयोग किया जाता है।

इसी संगठन, कैनेडियन ऑर्गेनाइजेशन फॉर हिंदू हेरिटेज एजुकेशन का कहना है कि नाजी कभी भी स्वस्तिक का प्रयोग नहीं करते, वे थोड़े झुके सलीब अथवा हेकेन क्रूज़ का इस्तेमाल करते थे। स्वस्तिक को किसी नाजी प्रतीक के साथ जोड़ा जाना गलत है। यह नफरत का प्रतीक नहीं है, ऐसा कहना हिंदू धर्म का अपमान करना है। स्वस्तिक तो शांति तथा समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।’

Topics: indocanadien#hinduहिंदू धर्मcanadatrudeaunaziहिंदू हेरिटेजस्वस्तिकswastiksymbolhatered
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

सुहाना ने इस्लाम त्याग हिंदू रीति-रिवाज से की शादी

घर वापसी: मुस्लिम लड़की ने इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, शिवम संग लिए सात फेरे

मुस्लिम युवती ने इस्लाम त्याग की घर वापसी

घर वापसी: इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, मुस्लिम लड़कियों ने की घर वापसी, मंदिर में किया विवाह

वीडियो में कुर्ता—लुंगी और गोल टोपी पहने मुस्लिम लोग खुशी खुशी बरगद के पेड़ पर आरी चलाते दिखते हैं

Bangladesh : मजहबी उन्मादियों का दिमागी दिवालियापन हुआ साबित, फतवा देकर काटा बरगद का पुराना पेड़, हिन्दुओं में आक्रोश

टोरंटो में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा निकाली गई परेड

चुनाव में पिटे खालिस्तानियों ने निकाली हिन्दू विरोधी रैली, 8 लाख हिन्दुओं को देश से बाहर करने की मांग की

लव जिहाद में हिंदू लड़की का सिर काटने वाले मुस्ताक का घर ध्वस्त

प्रतीकात्मक तस्वीर

तिलक और कलावा पहनने पर शिक्षिकाओं ने छात्रा को स्कूल में रोका, BSA ने दिए जांच के आदेश

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

ओटीटी पर पाकिस्तानी सीरीज बैन

OTT पर पाकिस्तानी कंटेंट पर स्ट्राइक, गाने- वेब सीरीज सब बैन

सुहाना ने इस्लाम त्याग हिंदू रीति-रिवाज से की शादी

घर वापसी: मुस्लिम लड़की ने इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, शिवम संग लिए सात फेरे

‘ऑपरेशन सिंदूर से रचा नया इतिहास’ : राजनाथ सिंह ने कहा- भारतीय सेनाओं ने दिया अद्भुत शौर्य और पराक्रम का परिचय

उत्तराखंड : केन्द्रीय मंत्री गडकरी से मिले सीएम धामी, सड़कों के लिए बजट देने का किया आग्रह

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies