नारायण सिंह
जन्म : 1795, सोनाखान, रायपुर (छत्तीसगढ़)
जनजाति – बिंझवार, बलिदान : 10 दिसंबर, 1857
प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 के नायकों में से एक हैं वीर नारायण सिंह।
ये बिंझवार जनजाति से थे और सोनाखान के जमींदार थे। 1856 में अंग्रेजों की जमाखोरी के कारण लोग एक-एक दाने के लिए तरसने लगे, तो उन्होंने अंग्रेजों के पिट्ठुओं के अनाज भंडारों के ताले तुड़वा दिए।
इस आरोप में अंग्रेजों ने उन्हें रायपुर जेल में डाल दिया, लेकिन वे वहां से भाग निकले और अपनी सेना बनाई।
29 नवंबर, 1856 को उन्होंने स्मिथ के नेतृत्व वाली अंग्रेज सेना को पराजित किया। परंतु बाद में वे फिर से पकड़ लिए गए।
10 दिसंबर, 1857 को अंग्रेजों ने उनकी निर्मम हत्या कर दी।
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