किसी महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। लोअर परेल का डिलाइल ब्रिज को ब्रिज बिना इजाजत के लिए खोलने के मामले में बृहनमुंबई कॉर्पोरेशन (बीएमसी) ने एफआईआर दर्ज कराया है। आदित्य ठाकरे के अलावा वर्ली से विधायक सचिन अहिर, सुनील शिंदे, मुंबई की पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर और स्नेहल आंबेकर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
इसे भी पढ़ें: BREAKING: ‘नेपाल और भारत कर चुके हैं…हम क्यों नहीं’, निक्की हेली ने की टिकटॉक को बैन करने की मांग
इन सभी नेताओं के खिलाफ ये केस बीएमसी के असिस्टेंट इंजीनियर पुरुषोत्तम इंगले ने मुंबई के एनएम जोशी पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया है। इन सभी ने गुरुवार की देर रात वर्ली में स्थित लोअर परेल डिलाइल ब्रिज को गुरुवार की देर रात खोल दिया था। वैसे तो ये पुल पहले से बनकर तैयार है, लेकिन इसे अभी एनओसी मिलनी बाकी थी। इसी कारण से इसका अभी तक उद्घाटन नहीं किया गया था। लेकिन, उससे पहले ही शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं ने इसे खोल दिया।
इस मामले को लेकर उद्धव ठाकरे की शिवसेना का तर्क है कि लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, इसलिए उन्होंने इसे खोल दिया। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि इस तरीके से जबरन पुल का उद्घाटन करना गैरकानूनी है।
इसे भी पढ़ें: ममता बनर्जी को भगवा रंग से इतनी चिढ़न क्यों?, बीजेपी नेता ने कहा-‘उन्हें राष्ट्रध्वज में भगवा रंग से भी दिक्कत होगी’
वहीं इस मामले को लेकर आदित्य ठाकरे ने कहा कि पुल को तैयार हुए 10 दिन हो चुके हैं। हम बीएमसी का इंतजार कर रहे थे कि वो इसे खोलेंगे, लेकिन वो तो उद्धाटन के लिए किसी वीआईपी का इंतजार कर रहे हैं। हमने रात में इसे खोल दिया था, लेकिन इसे फिर से बीएमसी ने बंद कर दिया है। ऐसा करके केवल मुंबई के लोगों को परेशान किया जा रहा है।
बहरहाल मामले में सभी नेताओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 143, 149, 326 और 447 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
टिप्पणियाँ