अमेरिका में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली ने चीनी कंपनी टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि नेपाल भी बाहर आकर इस प्रतिबंध लगाने जा रहा है। क्योंकि वो देख रहा है कि उसके घर के अंदर क्या हो रहा है। भारत ने भी ऐसा कर दिखाया। फिर इस पर प्रतिबंध लगाने वाले हम लोग आखिरी लोग क्यों हैं? हेली कहती हैं कि हमें टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाना ही होगा।
हेली ने यह मांग चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिकटॉक पर वायररल हुए उस पोस्ट के बाद की, जिसमें कुछ लोगों ने हमास और इजरायल के युद्ध के बीच अमेरिका को उसमें घसीटते हुए कहा था कि अलकायदा के पूर्व सरगना रहे ओसामा बिन लादेन ने अमेरिका के पेंटागन पर हमला करके ठीक किया था। उल्लेखनीय है कि टिकटॉक पर वायरल किए गए इस दुष्प्रचार वाले पत्र में आतंकियों का बचाव किया गया था। इसमें आरोप लगाया गया था कि अमेरिकियों ने फिलिस्तीनियों को काफी नुकसान पहुंचाया। इस पत्र में अमेरिका को लोगों को यहूदियों का गुलाम बताया गया था। साल 2002 में अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर औऱ पेंटागन पर हुए 9/11 के के हमले 3000 लोगों की मौत हुई थी।
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इसी को लेकर अब हेली इस खतरनाक जासूसी प्लेटफॉर्म टिकटॉक पर बैन की मांग कर रही है। हेली ने यह भी कहा कि टिकटॉक पर हमास के साथ समर्थक वीडियो के कारण ज्यादातर युवा अमेरिकी अब फिलिस्तीन के प्रति संवेदनाएं रखने लगे हैं। बता दें कि चीनी कंपनी टिकटॉक के खिलाफ निक्की हेली बहुत ही एग्रेसिव तरीके से अभियान चला रही हैं। अमेरिकी चुनाव में उनका ये अभियान फ्लैशप्वॉइंट बन गया है। दावा किया जाता है कि इससे उन्हें इसका फायदा चुनाव में भी मिल सकता है।
गौरतलब है कि नेपाल ने हाल ही में चीन के टिकटॉक को सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक बताते हुए इस पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया था। जबकि, साल 2022 में ही भारत सरकार ने भी चीन के 54 एप्लीकेशन पर प्रतिबंध लगा दिया था।
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