हरियाणा का नूंह जिला इस्लामिक कट्टरपंथ का गढ़ बनता जा रहा है। करीब तीन महीने की शांति के बाद एक बार फिर से यहां पर इस्लामिक कट्टरपंथियों ने सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश की है। घटना तब हुई जब महिलाएं छठ पर्व के मौके पर नूंह कुंआ पूजन के लिए जा रही थीं। इसी दौरान घात लगाए बैठे इस्लामिक कट्टरपंथी मुस्लिमों ने मदरसे से हिन्दू महिलाओं पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इसमें कई महिलाएं बुरी तरह से घायल हो गईं।
इस घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया। मामले की सूचना मिलते ही किसी भी दंगे जैसी स्थिति से बचने के लिए पुलिस के आला अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंच गए। वहां पहुंच कर पुलिस ने मामले को किसी तरह संभाला। बताया जा रहा है कि इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा की गई पत्थरबाजी में 3 महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गई हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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पुलिस का कहना है कि शाम को करीब 8:30 बजे ये वारदात हुई, जब महिलाएं कुंआ पूजन के लिए जा रही थीं। इस दौरान महिलाएं शांति से गीत गाते हुए कुंए की तरफ जा रही थीं। जैसे ही ये महिलाएं मदरसे के पास से गुजरीं ऊपर से इस्लामिक कट्टरपंथियों ने अल्लाह हु अकबर के मजहबी नारे लगाते हुए पत्थरबाजी शुरू कर दी। नूंह जिले के एसपी नरेंद्र बिजरानिया खुद पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुंआ पूजन के लिए जा रही महिलाओं पर मदरसे से कुछ बच्चों ने पत्थर फेंके। इसके बाद दोनों ही समुदाय से जुड़े लोग वहां इकट्ठे होने लगे। मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। दोषियों को चिन्हित किया गया है। इस मामले में मदरसे के मौलवी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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जुलाई में भी हुई थी हिंसा
गौरतलब है कि नूंह काफी संवेदनशील इलाका माना जाता है। इसकी बड़ी वजह यहां पर बढ़ता इस्लामिक कट्टरपंथ है। जुलाई में विश्व हिन्दू परिषद ने यहां जलाभिषेक यात्रा निकाली थी, उस दौरान भी पत्थरबाजी हुई थी। इसके बाद भड़की हिंसा में कई लोगों की मौतें हो गई थीं।
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