Pilibhit News: बाघों की बढ़ती आबादी और जल, जंगल और जमीन के प्राकृतिक नजारों के कारण देश-दुनिया के पर्यटकों को आकर्षित करने वाले पीलीभीत टाइगर रिजर्व के दरवाजे एक बार फिर पर्यटकों के लिए खुल गए हैं। पीटीआर का नया पर्यटन सत्र आज से शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश में गोवा का अहसास कराने वाले तराई के संरक्षित जंगल में पहले ही दिन बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे और चूका इको स्पॉटफुल हो चुका है।
हमेशा की तरह इस बार भी पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बड़ी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने की संभावना है। 9 जून 2014 को अस्तित्व में आए पीलीभीत टाइगर रिजर्व का यह नौवां पर्यटन सत्र है। 15 नवंबर से 15 जून के बीच चलने वाले पीटीआर के पर्यटन सीजन के दौरान घरेलू और विदेशी पर्यटकों की अच्छीखासी आवाजाही रिकार्ड होती रही है। खास बात यह है कि पीटीआर में बाघों की संख्या पिछली बार 65 से बढ़कर 73 हो गयी है। जर्मनी, अमेरिका, ऑस्ट्रिया, ऑस्ट्रेलिया, हंगरी समेत कई देशों से पर्यटक यहां आते रहे हैं।
पीलीभीत की तराई में जल, जंगल और जमीन के मनोरम दृश्य किसी का भी मन मोह लेने के लिए काफी हैं। शारदा सागर बांध, चूका इको स्पॉट या वाइफरकेशन ऐसी अद्भुत जगहें हैं जहां पर्यटकों में सेल्फी लेने की होड़ मच जाती है। चूका इको स्पॉट पर पहुंचने के बाद पर्यटकों को यूपी में गोवा का अहसास होता है। पीटीआर में अब 73 बाघा, 100 से अधिक तेंदुए और बड़ी संख्या में दूसरे वन्यजीव मौजूद हैं। कई विलुप्त प्रजाति के वन्यजीव भी सैलानियों को लुभाते हैं।
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