भारत के खिलाफ टूलकिट गैंग चलाने वाली कथित पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग फिलिस्तीन और इजरायल के बीच जारी युद्ध के फिलिस्तीन का समर्थन किया है। लेकिन इस बार ऐसा करना उन्हें भारी पड़ गया। जलवायु परिवर्तन के मामले को लेकर बुलाई गई मीटिंग में फिलिस्तीन के समर्थन में वो फिलिस्तीन का समर्थन कर रही थीं। इसी दौरान स्टेज पर आकर एक व्यक्ति ने उनसे माइक छीन लिया और कहा कि वो यहां पर जलवायु परिवर्तन के बारे में सुनने आया है, न कि राजनीतिक दृष्टिकोण जानने के लिए।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीदरलैंड की राजधानी एम्सटर्डम में जलवायु परिवर्तन के विरोध में एक विशाल मार्च आयोजित किया गया था। दावा है कि इस मार्च में करीब 70000 लोग शामिल थे। मंच पर कई पर्यावरण एक्टिविस्ट भी थे। इसी दौरान ग्रेटा थनबर्ग को स्पीच देने के लिए बुलाया गया। मंच पर आते ही ग्रेटा थनबर्ग ने फिलिस्तीन का समर्थन करते हुए एक अफगानी औऱ एक फिलिस्तीनी एक्टिविस्ट को अपनी बात रखने के लिए मंच पर बुलाया।
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यह नौटंकी देख वहां विरोध प्रदर्शन करने आया एक व्यक्ति स्टेज पर पहुंच गया। उसने थनबर्ग से माइक छीन लिया औऱ कहा, “मैं यहां जलवायु प्रदर्शन के लिए आया हूं, राजनीतिक दृष्टिकोण के लिए नहीं।” माहौल में खलल पड़ती देख सुरक्षाकर्मियों ने उसे तुरंत वहां से हटा दिया। इस बीच दोबारा से माइक अपने हाथ में लेते ही ग्रेटा थनबर्ग ने कहा कि जलवायु न्याय आंदोलन के रूप में हमें उन लोगों की आवाज़ सुननी होगी जो उत्पीड़ित हैं और जो स्वतंत्रता और न्याय के लिए लड़ रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय एकजुटता के बिना क्लाइमेट जस्टिस नहीं हो सकता है।
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पहले भी ग्रेटा ने गाजा का किया था समर्थन
ये कोई पहली बार नहीं है, जब ग्रेटा थनबर्ग गाजा का समर्थन किया हो। इससे पहले ग्रेटा थनबर्ग ने सोशल मीडिया साइट एक्स गाजा का समर्थन किया था। जिसके बाद इजरायल के शिक्षा मंत्रालय ने उन्हें अपने पाठ्यपुस्तकों से बाहर करने की बात कही थी।
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