israel hamas war सऊदी अरब के रियाद में दुनिया भर के मुस्लिम देशों के नेताओं ने सम्मेलन किया। इसके बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि गाजा में सेना का ही नियंत्रण होगा। हमास का सफाया करके ही इजरायल दम लेगा, इसके लिए भले ही सारी दुनिया खिलाफ ही क्यों न जाना पड़े। वहां सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए वह अंतरराष्ट्रीय ताकतों पर विश्वास नहीं करेंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नेतन्याहू ने रक्षामंत्री योव गैलेंट के साथ संवाददाता सम्मेलन में दुनिया को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि इजराइल हमास को मिटाकर रहेगा। फिर चाहे इसके लिए हमें दुनिया के खिलाफ ही क्यों न जाना पड़े। सेना के खिलाफ कोई भी झूठे दावे, या दबाव हमें ऐसा करने से रोक नहीं सकते। इस युद्ध के बाद गाजा की तरफ से इजरायल को कभी भी कोई खतरा नहीं होगा।
एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को रियाद में दुनिया भर के मुस्लिम देशों के नेताओं के बड़े सम्मेलन की बैठक में गाजा में तुरंत संघर्ष विराम और फिलिस्तीनी मुद्दे के समाधान की मांग की गई। इन नेताओं ने इजरायल की आलोचना की और गाजा पर तुरंत हमले रोकने का आह्वान किया। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने तो इजराइल के लिए तेल आपूर्ति रोकने की ही मांग कर डाली। कुछ देशों ने इजरायल और उसके सहयोगी देशों के साथ आर्थिक और राजनयिक संबंध स्थगित करने का प्रस्ताव दिया।
ईरान के राष्ट्रपति फिलिस्तीनी काफिया पहनकर पहुंचे
इस बैठक में इस्लामिक सहयोग संगठन के अलावा अरब लीग देशों के नेता भी शामिल हुए। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी तो फिलिस्तीनी काफिया पहनकर पहुंचे। इस बैठक में उनके अलावा तुर्किये के राष्ट्रपति रेचेप तैयेप अर्दोआन, मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल सीसी, सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद, जॉर्डन के किंग, फिलिस्तीनी प्राधिकरण के प्रमुख महमूद अब्बास के अलावा इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो और किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सैडी जापारोव प्रमुख रूप से शामिल हुए। सम्मेलन का उद्घाटन सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने किया।
इजरायल ने लेबनान और सीरिया के आतंकी ढांचों पर किया हमला
गाजा पर छिड़े युद्ध के 37वें दिन रविवार सुबह इजरायल के लड़ाकू विमानों ने लेबनान में आतंकी समूह हिज्बुल्लाह और सीरिया के आतंकी ठिकानों पर हमला किया। यह कार्रवाई पिछले दिनों हुए हमलों के जवाब में की। उसके लड़ाकू विमानों ने लेबनान में हिज्बुल्लाह के तमाम आतंकवादी बुनियादी ढांचों और उसकी चौकियों को तबाह कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके बाद हिज्बुल्लाह के आतंकवादियों ने लेबनान से उत्तरी इजरायल की ओर कई रॉकेट दागे। इसके जवाब में इजरायल के लड़ाकू विमानों ने आतंकवादी सेल और लॉन्च पैड पर हमला किया। इसके अलावा गोलान हाइट्स क्षेत्र की ओर किए गए हमले के जवाब में इजरायली लड़ाकू विमानों ने सीरिया में आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर तगड़ा हमला किया है। गोलान हाइट्स की चोटी से दक्षिणी सीरिया और सीरिया की राजधानी दमिश्क साफ नजर आते हैं। ये दोनों इलाके यहां से करीब 60 किलोमीटर दूर हैं। 1948 से 1967 तक गोलान हाइट्स पर इजरायल का कब्जा था।
मारवाहिन शहर पर हमला
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार इजरायली युद्धक विमानों ने दक्षिणी लेबनान में दो मिसाइलें दागकर मारवाहिन शहर पर हमला किया है। इसके बाद लक्षित क्षेत्र से काले धुआं का घना गुबार उठा। इजरायली सेना के टोही विमान अभी भी लेबनान के हवाई क्षेत्र में उड़ान भर रहे है। इजराइली तोपखाने ने दक्षिण पश्चिम लेबनान के सीमावर्ती कस्बों मारवाहिन और ब्लिडा के बाहरी इलाकों में 45 गोले दागे हैं। उल्लेखनीय है कि लेबनान और सीरिया के आतंकी समूह हमास के समर्थन में खुलेआम आ गए हैं। सीरिया में सक्रिय आतंकी संगठन आईएसआईएस को दाएश, इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक ऐंड द लेवेंट या इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक ऐंड सीरिया के नाम से जाना जाता है। इसे दुनिया का सबसे खूंखार और अमीर आतंकी संगठन माना जाता है। इसका बजट दो अरब डॉलर का बताया जाता है। इस बीच इजरायल ने साफ किया है कि गाजावासियों को शिफा अस्पताल से दक्षिण की ओर सुरक्षित मार्ग प्रदान करने के लिए गाजा के अस्पताल के कर्मचारियों के साथ उसकी सेना काम कर रही है। मगर इसमें हमास बाधा बन रहा है। वह नागरिकों को जाने से रोक रहा है। उनकी हत्या कर रहा है।
टिप्पणियाँ