अयोध्या में दीपोत्सव भव्य रूप से मनाया गया। 22 लाख से ज्यादा दीपों से अयोध्या सजी। वहीं, दीपोत्सव को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक ट्वीट किया और वह सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए। यूजर्स ने उन्हें सैफई की याद दिलाई। जब वह मुख्यमंत्री थे, उस समय की याद दिलाई। लोगों ने यह भी कहा कि भैया दीपक तो जल जाने देते फिर ट्वीट करते।
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया था कि दिव्यता के बीच दरिद्रता… जहाँ ग़रीबी दीयों से तेल ले जाने के लिए मजबूर करे, वहाँ उत्सव का प्रकाश धुंधला हो जाता है। हमारी तो यही कामना है कि एक ऐसा पर्व भी आये, जिसमें सिर्फ़ घाट नहीं, हर ग़रीब का घर भी जगमगाए। उनके इस ट्वीट पर यूजर्स ने उन्हें सोशल मीडिया पर घेरा। उनसे सवाल किए। यह भी कहा कि जानें क्यों गरीब कुम्हार की चाक से बने दीये को मिले मुनाफे से भी कुछ लोगों को चिढ़ हो रही है?
यूजर्स ने लिखा कि पिता ने रामभक्तों पर ….और बेटा राम की दीपावली का मजाक बना रहा है… एक भैया जी का ज़माना था, जब जब सैफ़ई महोत्सव में गरीबो के घर कुछ ऐसे जगमगाते थे। सैफ़ई में हर गरीब के घर जा कर Bollywood के सितारे थिरकते थे और उनकी ज़िंदगी रौशन करते थे जब से @myogiadityanath जी आए हैं सब बंद हो गया है। जो सिर्फ सैफई में नाच गाना कराने को “दिव्यता” समझता हो, उसे अयोध्या की दिव्यता नजर ही नहीं आएगी? सपा ने सिर्फ परिवार का ही विकास किया, बाकी UP में “दरिद्रता” पैदा कर रखी थी, इसलिए जनता ने सत्ता से उखाड़ फेका? हमारी यही कामना है, अयोध्या की ‘चमक’ उत्सव प्रकाश देखकर ‘जलन’ न हो? अखिलेश जी… अपनी सियासी बर्बादी की पटकथा खुद क्यों लिख रहे हो ? सैफई में जलाए की नहीं हर घर में दिए आपने? इतना पैसा तो होगा ही कि सैफई के हर घर में एक दिया जलवा सको।
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