नई दिल्ली। संसद में पैसे के बदले सवाल मामले में महुआ मोइत्रा बुरी तरह से फंस चुकी हैं। एथिक्स कमेटी पर भी वह आरोप लगा रही हैं। उन्हें भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे ने जवाब दिया है।
निशिकांत दुबे ने कहा कि टीएमसी सांसद का ‘चीरहरण’ इंडी गठबंधन द्वारा किया गया था, न कि लोकसभा आचार समिति के अध्यक्ष विनोद सोनकर द्वारा। ‘व्यक्तिगत प्रश्न’ महुआ मोइत्रा के ‘दोस्तों’ द्वारा पूछे गए थे, जो एथिक्स पैनल के सदस्य भी थे।
मोइत्रा ने एथिक्स कमेटी के पैनल की 2 नवंबर की बैठक से बाहर निकलने के बाद, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लिखा एक पत्र जारी किया, जिसमें आरोप लगाया गया कि समिति की उपस्थिति में अध्यक्ष सोनकर (भाजपा सांसद) द्वारा उन्हें “शाब्दिक चीरहरण” का शिकार होना पड़ा। उन्होंने इस प्रकरण को महाभारत से जोड़ा, जब कौरवों ने दरबार में रानी द्रौपदी को अपमानित किया था।
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