कनाडा की सरकार ने हिन्दुओं के पवित्र त्योहार दिवाली के अवसर पर एक विशेष डाक टिकट जारी करके उत्सव पर शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। उस देश में दिवाली के मौके पर अनेक प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं। इस बार भी वहां की संसद में दिवाली से जुड़े कई कार्यक्रम हुए जिसमें सांसदों और देश के गणमान्यजन ने बढ़—चढ़कर भाग लिया।
यह वही कनाडा है जहां की त्रूदो सरकार ने खालिस्तानी तत्वों के कथित इशारे पर भारत के विरुद्ध दुष्प्रचार फैलाया हुआ है। प्रधानमंत्री जस्टिन त्रूदो ने गत जून में मारे गए खालिस्तानी निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसियों का हाथ होने का आधारहीन आरोप लगाया था। इतना ही नहीं, बाद में भारत के अनेक बार सबूत मांगने की बात पर वह कन्नी ही काटता रहा है। इसके बाद से दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों में तनाव महसूस किया जा रहा है।
विशेष डाक टिकट को तोरण के चिन्हों से बनाया गया है। इसे खासतौर पर क्रिस्टीन डो ने रचा है। इस पर उकेरा गया चित्र रेना का है। डाक विभाग की ओर से बताया भी गया कि दिवाली के अवसर पर जारी यह डाक टिकट पवित्र तोरण की प्रेरणा पर आधारित है। भारत में सभी शुभ कार्यों के दौरान घरों और मंदिरों के प्रवेश द्वारों पर तोरण सजाने की परंपरा रही है।
लेकिन अब दिवाली के अवसर पर कनाडा के डाक विभाग की ओर से विशेष डाक टिकट जारी किया गया है। उल्लेखनीय है कि यहां अच्छी—खासी संख्या में बसे बसे हिन्दू, सिख, जैन, बौद्ध, सभी खुशी खुशी मिलकर दिवाली मनाते आए हैं। कनाडा के विकास में भारतवंशियों का विशेष योगदान रहा है और वहां की सरकार इस बात को स्वीकारती भी है। वहां कई मंत्री दिवाली के समारोहों में शामिल होते रहे हैं।
जारी किए गए विशेष डाक टिकट को तोरण के चिन्हों से बनाया गया है। इसे खासतौर पर क्रिस्टीन डो ने रचा है। इस पर उकेरा गया चित्र रेना का है। डाक विभाग की ओर से बताया भी गया कि दिवाली के अवसर पर जारी यह डाक टिकट पवित्र तोरण की प्रेरणा पर आधारित है। भारत में सभी शुभ कार्यों के दौरान घरों और मंदिरों के प्रवेश द्वारों पर तोरण सजाने की परंपरा रही है।
तोरण के आधार पर बनाया गया यह डाक टिकट मुख्यत: पीले और संतरी रंगों में छपा है। ये रंग हिन्दू धर्म में शुभ माने गए हैं। इस टिकट पर गैंदे के फूल हैं जो आम के हरे पत्ते भी हैं। इस विशेष डाक टिकट पर दीये भी दिखाई देते हैं।
कनाडा के डाक विभाग ने इस डाक टिकट को एक खास फोल्डर में जारी किया है, इसका मूल्य कनाडा के 5.52 डॉलर अर्थात लगभग 340 रुपये रखा गया है। डाक विभाग क द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, दिवाली पर ऐसा डाक टिकट लगातार पांचवें साल जारी किया गया है।
अभी पिछले सप्ताह कनाडा की संसद में इस त्योहार के अवसर पर कई कार्यक्रम हुए था। इन कार्यक्रमों में अनेक नेताओं और राजनयिकों सहित भारतवंशियों ने भाग लिया था। कनाडा की संसद में संपन्न एक ऐसे ही कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष पियरे पोलिवरे तथा कनाडा में भारतीय राजदूत संजय कुमार वर्मा भी सम्मिलित हुए थे। कार्यक्रम के आयोजन में कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद टॉड डोहार्टी शामिल रहे थे।
गत रविवार के दिन खुद प्रधानमंत्री जस्टिन त्रूदो स्वयं दिवाली के एक कार्यक्रम में सम्मिलित हुए थे। यह वही त्रूदो हैं जो हाल ही में हिन्दुओं में विशेष पूजनीय स्वस्तिक चिन्ह को ‘नफरत का चिन्ह’ बताकर उसकी आलोचना कर रहे थे और ‘संसद के आसपास ऐसे चिन्हों को बर्दाश्त न करने’ की बातें कर रहे थे।
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