सजग रहे भारत
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम सम्पादकीय

सजग रहे भारत

पांच राज्यों के चुनाव भारत में 2024 में होने वाले आम चुनाव का एक पूर्वाभ्यास हैं।

by हितेश शंकर
Nov 7, 2023, 04:16 pm IST
in सम्पादकीय
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

जब भारत में पांच राज्यों के लिए चुनाव प्रचार चल रहा है और इन राज्यों में कांग्रेस कम से कम मुख्य प्रतिद्वंद्वी जरूर है। कांग्रेस में राहुल गांधी शीर्ष नेता जरूर हैं, तब क्या इसे मात्र संयोग माना जाए कि राहुल को उसी समय उज्बेकिस्तान की यात्रा पर जाना ज्यादा महत्वपूर्ण लगा?

भारत के पांच राज्यों में चुनाव की सरगर्मी चरम पर है। कई लोग यह मानते हैं कि इन पांच राज्यों के चुनाव भारत में 2024 में होने वाले आम चुनाव का एक पूर्वाभ्यास हैं। इसे तर्क का विषय मानें, अथवा धारणा का, संकेत यह है कि इन पांच राज्यों के चुनावों में ही नहीं, 2024 में होने वाले आम चुनाव में भी विदेशी हस्तक्षेप की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।

हालांकि, भारतीय रणनीतिक हितों की रक्षा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृढ़ रुख और पश्चिमी दबाव के आगे झुकने से इनकार करने से यह कार्य बहुत सरल नहीं रह गया है। लेकिन हमें यह जरूर ध्यान में रखना चाहिए कि विदेशी शक्तियां निश्चित रूप से भारत में ऐसी सरकार की दिशा में कार्य करेंगी, जो उनके हितों और उनके हस्तक्षेप के प्रति अंतर्निहित या स्पष्ट तौर पर राजी हों।

भले ही दुनिया को इस बात का अहसास है कि भारत में मोदी और भाजपा को पराजित कर सकना संभव नहीं है, लेकिन यह अहसास बाहरी खिलाड़ियों को मोदी को कमजोर करने की कोशिश करने से नहीं रोकेगा।

इस पृष्ठभूमि में, राहुल गांधी की उज्बेकिस्तान यात्रा का समय गंभीर प्रश्न पैदा करता है। जब भारत में पांच राज्यों के लिए चुनाव प्रचार चल रहा है और पांचों राज्यों में कांग्रेस कम से कम मुख्य प्रतिद्वंद्वी जरूर है और कांग्रेस में राहुल गांधी शीर्ष नेता जरूर हैं, तब क्या यह मात्र संयोग माना जा सकता है कि राहुल गांधी को उसी समय उज्बेकिस्तान की यात्रा करना ज्यादा महत्वपूर्ण महसूस हुआ हो?

विशेष तौर पर इसलिए कि उसी समय उज्बेकिस्तान में अमेरिका की एक ऐसी अधिकारी भी उपस्थित थीं, जो दुनिया भर में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने वाली चौकड़ी का एक अंग हैं। उस व्यक्ति के विवरण में जाने की आवश्यकता नहीं है। सारी चीज स्वयंसिद्ध हैं। संभवत: यह इस बात का एक ‘शक्तिशाली’ संकेत है कि परदे के पीछे और देश की सीमाओं से परे क्या कुछ हो रहा हो सकता है।
क्रोनोलॉजी देखना एक नया चलन है। तो आइए, क्रोनोलॉजी देखें।

सबसे पहले कनाडा ने भारत पर आरोप मढ़े और फिर ‘5 आईज’ का संदर्भ देकर अमेरिका इस विवाद में शामिल हो गया। भारत ने जवाबी कूटनीतिक सख्ती दिखाई, तो नौसेना के पूर्व अधिकारियों को कतर ने मौत की सजा सुना दी। इसी बीच पाकिस्तान ने सीमा पर फायरिंग की और शांत प्रगतिशील होते जा रहे कश्मीर में अचानक ‘टारगेट किलिंग’ की घटनाएं शुरू हो गईं।

उधर मालदीव में सत्ता परिवर्तन हुआ और भारत के मात्र कुछ दर्जन सैनिकों को हटाने की बात आई। जो व्यक्ति मालदीव में चुनाव जीता है उसे कुछ इस्लामी देशों का पूरा समर्थन चुनाव जीतने के लिए मिलने की बात एक ऐसा खुला रहस्य है जिसकी चर्चा करना भी कोई जरूरी नहीं मानता।

पूर्वी सीमा पर अगर देखें तो शेख हसीना सरकार को लगातार और खुले तौर पर विदेशी शक्तियों द्वारा धमकियां दिए जाने की बात सामने आई है। संयोगवश भारत के मीडिया ने इसका भी कोई उल्लेख नहीं किया है।

इस तरह के प्रयासों का मुकाबला जनता अपने आत्मविश्वास के बूते ही कर सकती है। इस दृष्टि से देखा जाए तो तमाम अन्य मुद्दे गौण हो जाते हैं और मुख्य मुद्दा यह हो जाता है कि भारत की जनता अपने हितों के लिए कितनी सजग है, अपनी रक्षा के प्रति कितनी सजग है और अपने आत्मविश्वास को किस तरह बनाए रखती है।

हम इस बात की अनदेखी नहीं कर सकते कि भारत के पूर्वोत्तर में ईसाई मिशनरियों की जितनी भी भारत विरोधी गतिविधियां चल रही हैं या चलती रही हैं, उन सबके लिए बांग्लादेश में उनकी पसंद की सरकार होना एक अनिवार्य आवश्यकता जैसी है। यही स्थिति पूर्वोत्तर में आईएसआई के तंत्र की, विभिन्न प्रकार के तस्करी गिरोहों की और ड्रग माफिया की है। उन्हें भी बांग्लादेश में एक मददगार सरकार की जरूरत होती है।

नेपाल पर जिस तरह के दबाव बनाने की कोशिश बड़ी शक्तियों द्वारा की जा रही है उसकी अनदेखी भारत कैसे कर सकता है? क्या यह सिर्फ संयोग है कि नेपाल के विदेश मंत्री को पहले चीन तलब करता है और उसके तुरंत बाद अमेरिका?

स्पष्ट रूप से इस तरह की सारी कसरत का लक्ष्य भारत का चुनाव है। बहुत खुले शब्दों में कहा जाए तो कई शक्तियां इस प्रयास में लगी हैं कि चुनाव के पहले-पहले भारत के लोगों में नैराश्य और आशंका का भाव पैदा कराया जाए।

इस तरह के प्रयासों का मुकाबला जनता अपने आत्मविश्वास के बूते ही कर सकती है। इस दृष्टि से देखा जाए तो तमाम अन्य मुद्दे गौण हो जाते हैं और मुख्य मुद्दा यह हो जाता है कि भारत की जनता अपने हितों के लिए कितनी सजग है, अपनी रक्षा के प्रति कितनी सजग है और अपने आत्मविश्वास को किस तरह बनाए रखती है।

@hiteshshankar

Topics: टारगेट किलिंगTarget Killingशक्तिशालीउज्बेकिस्तान की यात्राभारत में मोदी और भाजपाPowerfulUzbekistan visitModi and BJP in Indiaभारत में पांच राज्यों के लिए चुनावराहुलrahul
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

जगजीश गगनेजा की हत्या का आरोपी जग्गी जौहल को मोगा कोर्ट ने किया बरी

आरएसएस के पंजाब प्रांत सह-संघचालक ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा की हत्या का आरोपी जग्गी जौहल बरी

आतंकियों की हत्या पर अमेरिका के बयान से सन्न रह गया पाकिस्तान, खौफ ऐसा कि अंडरग्राउंड हुए बड़े-बड़े आतंकी

प्रतीकात्मक चित्र

जम्मू-कश्मीर में फिर टारगेट किलिंग, पुलवामा में आतंकियों ने प्रवासी हिंदू श्रमिक मुकेश की गोली मारकर की हत्या

बब्बर खालसा के आतंकियों के पास से बरामद हथियार

बब्बर खालसा के चार आतंकी गिरफ्तार, हथियार बरामद, त्योहारों में टारगेट किलिंग कर पंजाब का माहौल खराब करने की थी मंशा

दाऊद ने राहुल बनकर हिंदू युवती को फंसाया

कानपुर: जहीर ने राहुल बनकर नाबालिग से दोस्ती की, दुष्कर्म कर वीडियो बनाया फिर इस्लाम कुबूल करने को कहा

राहुल गांधी

राहुल जी! माफी मांग लेते तो ये दिन नहीं देखने पड़ते

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies