पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ही नहीं, उनके साथ सरकार में सत्ता का सुख भोगते रहे मंत्रियों की भी आज अच्छी—खासी दुर्गति की जा रही है। ऐसे ही इमरान के करीबी रहे तत्कालीन बड़बोले सूचना व प्रसारण मंत्री को अदालत में इस तरह लाया गया जैसे खूंखार आतंकवादियों को लाया जाता है। पूर्व मंत्री के चेहरे पर जब पुलिस कपड़ा ढक कर लाई तो यह दृश्य देखकर लोग हैरत में पड़ गए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जेल में कैद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ यानी पीटीआई पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान एक के बाद एक अदालती दावपेंचों में उलझ कर रह गए हैं। लेकिन ऐसी ही गाज उनकी पार्टी के दूसरे बड़े नेताओं पर भी गिर रही है। पूर्ववर्ती शाहबाज सरकार के काल में गिरफ्तार किए गए पीटीआई के कई बड़े नेता, पूर्व मंत्री और कार्यकर्ता भी कई मामलों में उलझा दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि अदालत परिसर से इमरान की गिरफ्तारी के बाद, पूरे पाकिस्तान में गत 9 मई को जो उपद्रव और आगजनी की गई थी उसके लिए पकड़े गए पीटीआई नेताओं पर कड़ी धाराएं लगाई गई हैं। इसकी एक झलक एक बार फिर पूर्व मंत्री फवाद चौधरी को अदालत लाए जाते वक्त दिखाई दी है।
हुआ यूं कि पीटीआई सरकार में मंत्री रहे फवाद चौधरी को एक मामले की सुनवाई के लिए अदालत में लाया गया था। लेकिन पुलिस उन्हें आम राजनीतिक कैदियों की तरह नहीं, बल्कि ऐसे अदालत में लाई जैसे ‘आतंकवादियों’ को लाया जाता है। फवाद का चेहरा कपड़े से ढका गया था।
पूर्व मंत्री फवाद चौधरी को गत 4 नवंबर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पाकिस्तान का मशहूर अंग्रेजी दैनिक डॉन की रिपोर्ट है कि फवाद चौधरी की बीवी हिबा चौधरी के अनुसार, वर्तमान में इस्तेहकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी से जुड़े फवाद को गिरफ्तार किया गया था। रिमांड के लिए पुलिस उन्हें अदालत में लाई। अदालत लाते हुए पुलिस ने फवाद के साथ वैसा ही बर्ताव किया जो एक आतंकवादी के साथ किया जाता है। फवाद के मुंह पर काला कपड़ा ढका गया था। इसी तरह उनको पेश किया गया था। इसे दिखाता एक वीडियो पाकिस्तानी की चर्चित पत्रकार आरजू काजमी ने सोशल मीडिया पर साझा भी किया है।
फिलहाल अदालत ने पुलिस को फवाद चौधरी को दो दिन की रिमांड पर ले जाने की इजाजत दी है। जैसा पहले बताया, 9 मई की घटना से पहले तक, फवाद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई में ही थे। लेकिन बाद में, सरकार की सख्ती देखते हुए, ऐसे डरे कि उस पार्टी को छोड़कर नई पार्टी में शामिल हो गए। लेकिन सरकार ने उनके विरुद्ध मुश्कें कसी ही हुई हैं। हिबा चौधरी का कहना है कि उनके शौहर को सादे कपड़ों में आए पुलिस वालों ने गिरफ्तार किया था। परिवार के बार बार पूछने के बाद भी, पुलिस ने उन्हें यह नहीं बताया कि फवाद की गिरफ्तारी क्यों की जा रही थी।
फवाद चौधरी की बीवी हिबा चौधरी के अनुसार, वर्तमान में इस्तेहकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी से जुड़े फवाद को गिरफ्तार किया गया था। रिमांड के लिए पुलिस उन्हें अदालत में लाई। अदालत लाते हुए पुलिस ने फवाद के साथ वैसा ही बर्ताव किया जो एक आतंकवादी के साथ किया जाता है। फवाद के मुंह पर काला कपड़ा ढका गया था।
पिछली बार जब जनवरी में फवाद को पकड़ा गया था तब उन पर आरोप था कि उन्होंने इमरान खान के घर के सामने एक मीडिया कॉन्फ्रेंस करके पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग के सदस्यों के लिए धमकी भरे शब्द प्रयोग किए थे। लेकिन फिर जून में फवाद मुख्य निर्वाचन आयुक्त सहित सभी सदस्यों से माफी मांग ली थी।
दरअसल 9 मई की हिंसक वारदातों के बाद से ही पाकिस्तान की फौज इमरान और उनकी पार्टी से बेहद नाराज बताई जा रही है। उसी के कथित इशारे पर इमरान की गिरफ्तारी की गई और एक के बाद एक मामलों में उलझाया जा रहा है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि शायद यह तैयारी इमरान काा राजनीतिक कैरियर ही खत्म करने की है। तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी का भी भविष्य दाव पर लगा है।
फवाद चौधरी के भाई फैसल चौधरी ने तो कल यहां तक कहा कि उनके भाई को सादे कपड़ों में आए कुछ लोगों ने पुलिस की वर्दी पहने अन्य लोगों के साथ अगवा कर लिया। उस वक्त फवाद इस्लामाबाद में अपने घर में बैठे नाश्ता खा रहे थे।
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