तेल अवीव। अमेरिका के गाजा में मानवीय संघर्ष विराम के आग्रह को इजरायल ने पूरी दृढ़ता से खारिज कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अमेरिकी विदेशमंत्री एंटनी जे. ब्लिंकन इजराइल-हमास के बीच छिड़े युद्ध के 28वें दिन शुक्रवार को राजधानी तेल अवीव पहुंचे। उन्होंने इजरायली नेताओं से मुलाकात कर मानवीय आधार पर संघर्ष विराम का अनुरोध किया।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ब्लिंकन के ‘मानवीय संघर्ष विराम’ के आग्रह को दृढ़ता से खारिज कर दिया। नेतन्याहू ने कहा कि कोई भी संघर्ष विराम बंधकों की रिहाई पर निर्भर था। उन्होंने कहा कि अब स्थिति संघर्ष विराम की नहीं है। बंधकों की रिहाई पर हमास के कड़े रुख के कारण लड़ने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है।
ब्लिंकन ने नेतन्याहू से मुलाकात के दौरान गाजा में अत्यधिक आवश्यक भोजन, पानी, दवा और अन्य आपूर्ति की अधिक आपूर्ति की अनुमति और सुविधा प्रदान करने के लिए मानवीय संघर्ष विराम का आह्वान किया था।
हमले से गुटेरेस भयभीत, फिर किया मानवीय संघर्ष विराम का आह्वान
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि वह इजरायली सुरक्षा बलों का गाजा में एंबुलेंस काफिले पर हमला भयभीत करने वाला है। यह बात उन्होंने शनिवार को जारी बयान में कही। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गुटेरेस ने कहा, गाजा में अल-शिफा अस्पताल के बाहर एंबुलेंस काफिले पर कथित हमले से मैं भयभीत हूं। अस्पताल के बाहर सड़क पर बिखरे शवों की तस्वीरें भयावह हैं। संघर्ष रुकना चाहिए। उन्होंने मानवीय संघर्ष विराम के अपने आह्वान को फिर दुहराया है। एक अन्य रिपोर्ट्स के अनुसार इससे पहले अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने शुक्रवार को गाजा में नागरिकों को मानवीय सहायता बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मुलाकात कर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस मुलाकात में उन्होंने साफ किया कि इजरायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है पर अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का सम्मान किया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी और सुनक की फोन पर वार्ता, इजरायल-हमास युद्ध पर जताई चिंता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार रात ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने शुक्रवार को टेलीफोन पर बातचीत की। इस दौरान, दोनों नेताओं ने पश्चिम एशिया के घटनाक्रम और इजरायल-हमास के बीच जारी संघर्ष पर चर्चा की। दोनों प्रधानमंत्रियों ने आतंकवाद, बिगड़ती सुरक्षा स्थिति और आम लोगों के हताहत होने पर गहरी चिंता भी जाहिर की। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की तरफ से जारी बयान के अनुसार, मोदी और सुनक ने आतंकवाद, बिगड़ती सुरक्षा स्थिति और आम लोगों के हताहत होने पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने क्षेत्र में शांति, सुरक्षा, स्थिरता और निरंतर मानवीय सहायता की आवश्यकता पर सहमति जताई। प्रधानमंत्री के तौर पर सुनक के कार्यकाल का एक साल पूरा होने के मौके पर मोदी ने उन्हें बधाई दी और दोनों नेताओं ने पारस्परिक रूप से लाभप्रद मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को शीघ्र आकार देने के लिए हुई प्रगति का स्वागत किया।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, “आज शाम ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से बात की। द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की और पश्चिम एशिया की स्थिति पर विचार-विमर्श किया। हमने इस बात पर सहमति जताई कि आतंकवाद और हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है।”
उन्होंने कहा, नागरिकों की मौत गंभीर चिंता का विषय है। क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा, स्थिरता और निरंतर मानवीय सहायता प्रदान करने की दिशा में काम करने की जरूरत है। बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, उभरती प्रौद्योगिकी, रक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों सहित द्विपक्षीय व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
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