वैदिक काल श्रेष्ठ और आदर्श से भरा था, आक्रमणकारियों ने हमारी संस्कृति-सभ्यता को बहुत नुकसान पहुंचाया
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तर प्रदेश

वैदिक काल श्रेष्ठ और आदर्श से भरा था, आक्रमणकारियों ने हमारी संस्कृति-सभ्यता को बहुत नुकसान पहुंचाया

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मेरठ महानगर ने महर्षि दयानंद सरस्वती जी की 200वीं जयंती वर्ष के अवसर पर आई.आई.एम.टी. विश्वविद्यालय के सभागार में विचार गोष्ठी का आयोजन किया

by WEB DESK
Nov 1, 2023, 09:49 am IST
in उत्तर प्रदेश
महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन

महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

मेरठ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मेरठ महानगर ने महर्षि दयानंद सरस्वती जी की 200वीं जयंती वर्ष के अवसर पर आई.आई.एम.टी. विश्वविद्यालय के सभागार में विचार गोष्ठी का आयोजन किया। क्षेत्र बौद्धिक शिक्षण प्रमुख रूप नारायण जी ने कहा कि वैदिक काल श्रेष्ठ और आदर्श से भरा था। चारों ओर वेद के आधार पर जीवन पद्धति चल रही थी। बाहर से आक्रमणकारी आए और उन्होंने हमारी संस्कृति-सभ्यता को बहुत नुकसान पहुंचाया, लेकिन स्वामी दयानंद जी जैसे महापुरुषों ने ही राष्ट्र संरक्षण और राष्ट्र स्वतंत्रता के विचार को जन-जन तक पहुंचाया।

डॉ. नीरू जोशी ने स्वामी दयानंद जी को सामाजिक सुधारक, धार्मिक सुधारक के साथ-साथ ज्योति पुंज, योग-पुरुष व राष्ट्र-जागरण का अग्रदूत बताया। स्वामी दयानन्द जी ने इन बातों को समझा और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ अभियान चलाया। भारत वर्ष की उन्नति का मूल वैदिक काल के ज्ञान में निहित है। उस काल में भी महिलाएं पुरुषों के समान ही सम्मान पाती थीं। ऋग्वेद में 200 से अधिक ऋचाएं महिला ऋषियों ने ही लिखी थीं। सन्तान तभी कर्तव्य-परायण हो सकती है, जब मां सुयोग्य हो।

प्रांत प्रचारक अनिल कुमार ने कहा कि हमारे समाज को जागृत होना चाहिए. समाज को शिक्षित होना चाहिए. समाज में समस्याओं को समझने के लिए अच्छी और बुरी बातों को समझने की क्षमता होनी चाहिए और उसके समाधान के लिए प्रयास करना चाहिए. यदि हमारा समाज इसे करने में सक्षम होता है तो समाज में सुधार होंगे।

उन्होंने कहा कि स्वामी दयानन्द जी ने समझा था कि स्वराज हिंदुस्तान के लिए आवश्यक है, क्योंकि हिंदुस्तान को अपने आधार पर खड़ा होना चाहिए, विदेशी आधार पर नहीं. यदि हम विदेशियों के साथ जुड़े हुए हैं, तो भी हमें यह समझना चाहिए कि हम भारत के नागरिक हैं और हमें स्वतंत्रता और स्वायत्तता की प्राप्ति के लिए अपने ही आधार पर कदम उठाने चाहिए।

कार्यक्रम के अध्यक्ष अशोक सुधाकर ने कहा कि स्वामी दयानन्द सरस्वती जी के जीवन का मूल मंत्र था – “कर्मवाद और स्वदेशी”. वे एक धर्म गुरु, दार्शनिक और समाज सुधारक थे। उन्होंने भारत के इतिहास में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

कार्यक्रम के आरम्भ में विश्वविद्यालय के प्रबंध निदेशक मयंक अग्रवाल ने सभी अतिथियों को तुलसी के पौधे भेंट कर स्वागत किया।

Topics: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघमहर्षि दयानंद सरस्वतीमेरठ महानगरआई.आई.एम.टी. विश्वविद्यालय
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

यह युद्ध नहीं, राष्ट्र का आत्मसम्मान है! : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने ऑपरेशन सिंदूर को सराहा, देशवासियों से की बड़ी अपील

मौत के बाद भी कई जिंदगियों को जीवन दे गई कुसुम

पुस्तक का लोकार्पण करते श्री मोहनराव भागवत। साथ में हैं (बाएं से) स्वामी विज्ञानानंद, प्रो. योगेश सिंह और स्वामी कृष्णशाह विद्यार्थी

‘आध्यात्मिक चेतना का सजीव रूप है धर्म’

मुसलमानों का एक वर्ग वक्फ संशोधन कानून के समर्थन में

वक्फ संशोधन विधेयक : रसातल में कांग्रेस!

अभियान के दौरान पौधारोपण करते कार्यकर्ता

किशनगंज में पर्यावरण रक्षा अभियान

अभाविप कार्यालय का उद्घाटन करते श्री मोहनराव भागवत

अभाविप के कार्यालय ‘यशवंत परिसर’ का उद्घाटन

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Tension on the border : जैसलमेर-बाड़मेर समेत 5 ज़िलों में हाई अलर्ट और ब्लैकआउट, शादी-धार्मिक कार्यक्रमों पर भी पाबंदी

क्या होगा अगर अश्लील सामग्री आपके बच्चों तक पहुंचे..? : ULLU APP के प्रबंधन को NCW ने लगाई फटकार, पूछे तीखे सवाल

पंजाब पर पाकिस्तानी हमला सेना ने किया विफल, RSS ने भी संभाला मोर्चा

Love jihad Uttarakhand Udhamsingh nagar

मूर्तियां फेंकी.. कहा- इस्लाम कबूलो : जिसे समझा हिन्दू वह निकला मुस्लिम, 15 साल बाद समीर मीर ने दिखाया मजहबी रंग

Operation Sindoor : एक चुटकी सिंदूर की कीमत…

नागरिकों को ढाल बना रहा आतंकिस्तान : कर्नल सोफिया कुरैशी ने पाकिस्तान को किया बेनकाब

पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाला युवक हजरत अली गिरफ्तार 

“पहाड़ों में पलायन नहीं, अब संभावना है” : रिवर्स पलायन से उत्तराखंड की मिलेगी नई उड़ान, सीएम धामी ने किए बड़े ऐलान

योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश

लखनऊ : बलरामपुर, श्रावस्ती, महराजगंज, बहराइच और लखीमपुर खीरी में अवैध मदरसों पर हुई कार्रवाई

पाकिस्तान अब अपने वजूद के लिए संघर्ष करता दिखाई देगा : योगी आदित्यनाथ

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies