प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग और 1625 करोड़ रुपए का बैंक घोटाला करने के मामले में आरोपी अशोका यूनिवर्सिटी के दो फाउंडिंग मेंबर समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिन दो मुख्य आरोपियों को ईडी ने अरेस्ट किया है, उनमें प्रणव गुप्ता और विनीत गुप्ता हैं, जो कि सगे भाई भी हैं।
जानकारी के मुताबिक, ये दोनों भाई ही अशोका यूनिवर्सिटी के फाउंडर भी हैं। इनके अलावा गिरफ्तार किया गया तीसरा आरोपी इनका सीएम एसके बंसल है। तीनों की गिरफ्तारी से पहले ईडी की टीम ने शनिवार को आरोपियों के 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी। तीनों आरोपियों को प्रवर्तन निदेशालय चंडीगढ़ की कोर्ट में पेश कर सकता हैं, जहां से इनकी गिरफ्तारी की मांग की जाएगी।
इसे भी पढ़ें: अरब, पश्चिमी देशों ने माना, गाजा के लोगों के लिए दी गई मदद को हमास ने चोरी किया
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि अशोका यूनिवर्सिटी पर ये कोई नया मामला नहीं चल रहा है। ये 2 साल पुराना मामला है। आरोप है कि विनीत और प्रणव ने बैंक से 1625 करोड़ रुपए का कर्ज लिया था, जिसे उन्होंने नहीं लौटाया। दोनों भाई अशोका यूनिवर्सिटी के प्रमोटर भी हैं। 29 दिसंबर 2021 को सीबीआई ने बैंक धोखाधड़ी के मामले में अशोका यूनिवर्सिटी के फाउंडिंग मेंबर, उसके प्रमोटरों के खिलाफ केस दर्ज किया था। जनवरी 2022 में जब फर्जीवाड़े के बारे में सीबीआई की टीम ने जांच शुरू करते हुए छापेमारी की तो उसके बाद प्रणव और विनीत दोनों ने ही अशोका यूनिवर्सिटी को बोर्ड से इस्तीफा दे दिया।
बाद में ईडी ने भी मामले में केस दर्ज कर लिया। मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच शुरू कर दी गई। इस मामले की जांच में पैराबोलिक ड्रग्स लिमिटेड के निदेशकों का शराब कारोबारियों और राजनेताओं के साथ भी गठजोड़ सामने आ चुका है। हालांकि, अशोका यूनिवर्सिटी का कहना है कि उसका पैराबोलिक ड्रग्स कंपनी के निदेशकों से कोई संबंध नहीं है, लेकिन ईडी का कहना है कि इनपुट मिलने के बाद ही उसने एक्शन लिया है।
इसे भी पढ़ें: केरल: फिलिस्तीन समर्थक रैली में हमास का पूर्व मुखिया, दिया भाषण, ‘बुलडोजर हिंदुत्व को उखाड़ फेंको’, भाजपा ने किया विरोध
टिप्पणियाँ