मर्यादा, कर्तव्य पालन, स्नेह और करुणा के प्रतीक हैं श्रीराम, सभी के हृदय में सजे अयोध्या : डॉ मोहन भागवत
July 15, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

मर्यादा, कर्तव्य पालन, स्नेह और करुणा के प्रतीक हैं श्रीराम, सभी के हृदय में सजे अयोध्या : डॉ मोहन भागवत

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 98 वें स्थापना दिवस और विजयादशमी के अवसर पर नागपुर के ऐतिहासिक रेशिम बाग मैदान में समारोह आयोजित हुआ।

by Sudhir Kumar Pandey
Oct 24, 2023, 06:12 pm IST
in भारत, संघ, महाराष्ट्र
डॉ मोहन भागवत, सरसंघचालक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

डॉ मोहन भागवत, सरसंघचालक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 98 वें स्थापना दिवस और विजयादशमी के अवसर पर नागपुर के ऐतिहासिक रेशिम बाग मैदान में समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत जी ने मुख्य उद्बोधन दिया। उन्होंने अयोध्या में बन रहे भगवान राम के मंदिर की भी चर्चा की। सरसंघचालक जी ने कहा कि श्रीराम अपने देश के आचरण की मर्यादा के प्रतीक हैं, कर्तव्य पालन के प्रतीक हैं, स्नेह व करुणा के प्रतीक हैं । अपने-अपने स्थान पर ही ऐसा वातावरण बने । राम मंदिर में श्रीरामलला के प्रवेश से प्रत्येक हृदय में अपने मन के राम को जागृत करते हुए मन की अयोध्या सजे व सर्वत्र स्नेह, पुरुषार्थ तथा सद्भावना का वातावरण उत्पन्न हो ऐसे, अनेक स्थानों पर परन्तु छोटे छोटे आयोजन करने चाहिए ।

श्री मोहन भागवत जी ने कहा कि संपूर्ण राष्ट्र के पुरुषार्थ का उद्गम उस राष्ट्र का वैश्विक प्रयोजन सिद्ध करनेवाले राष्ट्रीय आदर्श होते हैं । इसलिए हमारे संविधान की मूल प्रति के एक पृष्ठ पर जिनका चित्र अंकित है ऐसे धर्म के मूर्तिमान प्रतीक श्रीराम के बालक रूप का मंदिर अयोध्याजी में बन रहा है। आनेवाली 22 जनवरी को मंदिर के गर्भगृह में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी यह घोषणा हो चुकी है । व्यवस्थागत कठिनाइयों के तथा सुरक्षाओं की सावधानियों के चलते उस पावन अवसर पर अयोध्या में बहुत मर्यादित संख्या ही उपस्थित रह सकेगी । श्रीराम अपने देश के आचरण की मर्यादा के प्रतीक हैं, कर्तव्य पालन के प्रतीक हैं, स्नेह व करुणा के प्रतीक हैं । अपने-अपने स्थान पर ही ऐसा वातावरण बने । राम मंदिर में श्रीरामलला के प्रवेश से प्रत्येक ह्रदय में अपने मन के राम को जागृत करते हुए मन की अयोध्या सजे व सर्वत्र स्नेह, पुरुषार्थ तथा सद्भावना का वातावरण उत्पन्न हो ऐसे, अनेक स्थानों पर परन्तु छोटे छोटे आयोजन करने चाहिए ।

सरसंघचालक जी ने कहा कि दानवता पर मानवता की पूर्ण विजय के शक्ति पर्व के नाते प्रतिवर्ष हम विजयादशमी का उत्सव मनाते हैं । इस वर्ष यह पर्व हमारे लिए गौरव, हर्षोल्लास तथा उत्साह बढ़ानेवाली घटनाएँ लेकर आया है । बीते वर्षभर हमारा देश जी-20 नामक प्रमुख राष्ट्रों की परिषद का यजमान रहा । वर्षभर सदस्य राष्ट्रों के राष्ट्रप्रमुख, मंत्रीगण, प्रशासक तथा मनीषियों के अनेक कार्यक्रम भारत में अनेक स्थानों पर सम्पन्न हुए । भारतीयों के आत्मीय आतिथ्य का अनुभव, भारत का गौरवशाली अतीत तथा वर्तमान की उमंगभरी उड़ान सभी देशों के सहभागियों को प्रभावित कर गई । अफ्रीकी यूनियन को सदस्य के नाते स्वीकृत कराने में तथा पहले ही दिन परिषद का घोषणा प्रस्ताव सर्व सहमति से पारित करने में भारत की प्रामाणिक सद्भावना तथा राजनयिक कुशलता का अनुभव सबने पाया । भारत के विशिष्ट विचार व दृष्टि के कारण संपूर्ण विश्व के चिंतन में ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की दिशा जुड़ गई । जी -20 का अर्थकेन्द्रित विचार अब मानव केन्द्रित हो गया । भारत को विश्व के मंच पर एक प्रमुख राष्ट्र के नाते दृढ़तापूर्वक स्थापित करने का अभिनंदनीय कार्य इस प्रसंग के माध्यम से हमारे नेतृत्व ने किया है।

एशियाई खेलों की चर्चा

डॉ भागवत ने कहा कि इस बार हमारे देश के खिलाड़ियों ने एशियाई खेलों में पहली बार 100 से अधिक – 107 पदक (28 सुवर्ण, 38 रौप्य तथा 41 कांस्य) जीतकर हम सब का उतसाह वर्धन किया है । उनका हम अभिनन्दन करते है । उभरते भारत की शक्ति, बुद्धि तथा युक्ति की झलक चंद्रयान के प्रसंग में भी विश्व ने देखी । हमारे वैज्ञानिकों के शास्त्रज्ञान व तन्त्र कुशलता के साथ नेतृत्व की इच्छाशक्ति जुड़ गई । चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अंतरिक्ष युग के इतिहास में पहली बार भारत का विक्रम लैंडर उतरा । समस्त भारतीयों का गौरव व आत्मविश्वास बढ़ानेवाला यह कार्य सम्पन्न करनेवाले वैज्ञानिक तथा उनको बल देनेवाला नेतृत्व संपूर्ण देश में अभिनंदित हो रहा है।

Topics: rss chiefAyodhyaसरसंघचालकमोहन भागवतMohan Bhagwatअयोध्यारामविजयादशमी उत्सवश्रीरामsri ram
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

कराची आर्ट्स काउंसिल जैसे प्रतिष्ठित मंच पर रामायण का मंचन होना एक साहसिक और सकारात्मक कदम है

कराची की रामलीला, राम बने अश्मल तो वक्कास अख्तर बने लक्ष्मण, आमिर बने दशरथ तो जिबरान ने निभाई हनुमान की भूमिका

RSS Suni Ambekar debunked Fake news

RSS को लेकर मीडिया फैला रहा मनगढ़ंत खबरें, ‘धर्मनिरपेक्ष-सामाजवादी बहस’ पर चल रहीं फेक न्यूज, जानिये क्या है सच्चाई

RSS अखिल भारतीय बैठक : प्रांत प्रचारकों के साथ शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों पर होगी विस्तृत चर्चा

उत्तराखंड में प्रवास के दौरान श्री सुदर्शन जी

सुदर्शनजी : नींव को सींचता कलश

सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत

देश की ताकत एकजुट नागरिक

अयोध्या में निकलती कलश यात्रा

कलश यात्रा की आभा से दमकी अयोध्या

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

लखनऊ : अंतरिक्ष से लौटा लखनऊ का लाल, सीएम योगी ने जताया हर्ष

छत्रपति शिवाजी महाराज

रायगढ़ का किला, छत्रपति शिवाजी महाराज और हिंदवी स्वराज्य

शुभांशु की ऐतिहासिक यात्रा और भारत की अंतरिक्ष रणनीति का नया युग : ‘स्पेस लीडर’ बनने की दिशा में अग्रसर भारत

सीएम धामी का पर्यटन से रोजगार पर फोकस, कहा- ‘मुझे पर्यटन में रोजगार की बढ़ती संख्या चाहिए’

बांग्लादेश से घुसपैठ : धुबरी रहा घुसपैठियों की पसंद, कांग्रेस ने दिया राजनीतिक संरक्षण

चित्र - उत्तराखंड नैनीताल हाईकोर्ट

उत्तराखंड : अतिक्रमण को लेकर फिर बिफरा नैनीताल हाई कोर्ट, 25 अगस्त तक मांगी रिपोर्ट

Operation Kalanemi : साधु वेश में लगातार पकड़े जा रहे बांग्लादेशी, पाञ्चजन्य की मुहिम का बड़ा असर

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना (दाएं) की बेटी हैं साइमा वाजेद (बाएं)

हसीना की बेटी साइमा को WHO ने ‘लंबी छुट्टी’ पर भेजा, विशेषज्ञों का मत-बांग्लादेश सरकार के प्रभाव में आया यह संगठन

‘सामाजिक समरसता वेदिका’ द्वारा संचालित सिलाई केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त करतीं लड़कियां

इदं न मम् : तेलंगाना में ‘सामाजिक समरसता वेदिका’ के प्रयासों से परिवर्तन से हुई प्रगति

नेपाल से भारत पर आतंकी खतरा! : सीमा पर बढ़ाई गई चौकसी, जैश और लश्कर की गतिविधियों पर कड़ी नजर

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies