अयोध्या। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि स्थल पर निर्माणाधीन भव्य मंदिर के गर्भगृह में जनवरी में रामलला विराजमान हो जाएंगे। इस खुशी में 22 जनवरी को सूर्यास्त के बाद देशभर के सभी हिंदू घरों में दीपक जलाए जाएंगे। त्रेतायुग में 14 वर्ष बाद वनवास से वापस अयोध्या आने पर श्रीराम के स्वागत में घर-घर दीप जलाए गए थे। ठीक उसी प्रकार 22 जनवरी को देशभर में दीपोत्सव जैसा दृश्य देखने को मिलेगा।
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री राजेश ने बताया कि राम जन्मस्थान की प्राप्ति के लिए कई शताब्दियों तक संघर्ष चला, हिंदुओं ने अनेक लड़ाइयां लड़ीं, असंख्य राम भक्तों का बलिदान हुआ, तब जाकर मंदिर निर्माण की घड़ी आई है।
हिंदुओं की शताब्दियों प्राचीन अभिलाषा पूर्ण होने के शुभ अवसर को यादगार बनाने के लिए प्रत्येक हिंदू अपने-अपने घरों में दीपक जलाएगा। विश्व हिंदू परिषद ने अपने कार्यकर्ताओं और हिंदू समाज से आह्वान किया है कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन सभी लोग अपने गांव के मंदिर को केंद्र मानकर हनुमान चालीसा व सुंदरकांड का पाठ करें और वहीं पर अयोध्या के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी देखें।
अयोध्या भ्रमण पर निकलेंगे रामलला
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी के अनुसार 22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले रामलला नगर भ्रमण पर निकलेंगे। फिलहाल अभी रामलला की नगर भ्रमण की तारीख और रूट मार्च तय नहीं हुआ है। 26 अक्टूबर को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की होने वाली बैठक में नगर भ्रमण की तारीख और रूट मार्च तय हो जाएगा। भ्रमण के दौरान रथ पर विराजमान रामलला के पीछे बड़ी संख्या में हिंदू समाज भी रहेगा।
विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री गजेंद्र सिंह ने कहा कि हिंदू समाज के भगीरथ प्रयत्न के कारण आज रामलला का मंदिर साकार रूप लेता दिख रहा है। राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। 22 जनवरी 2024 से प्राण प्रतिष्ठा समारोह शुरू हो जाएगा। जबकि इससे पहले रामलला को अन्न स्नान और जल स्नान भी कराया जाएगा।
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