मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को नवरात्रि का बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने अहम फैसला करते हुए कर्मचारियों को मिलने वाले महंगाई भत्ते को 4 फीसदी तक बढ़ा दिया है। इसी के साथ केंद्रीय कर्मचारियों की नई दर अब बढ़कर अब 46 प्रतिशत हो गई है। मोदी सरकार के इस फैसले से सीधे तौर पर 1 करोड़ से अधिक कर्मचारियों को फायदा होगा।
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वहीं इसमें 60 लाख से अधिक पेंशनरों को भी फायदा मिलने वाला है। सरकार की नई पॉलिसी 1 जुलाई 2023 से प्रभावी मानी जाएगी। मतलब ये कि नवंबर की सैलरी जब केंद्रीय कर्मियों को आएगी उसमें जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर और नवंबर की पेंशन जुड़ कर आएगी। इस तरह से 18000 रुपए की बेसिक सैलरी वाले को 2880 रुपए का महंगाई भत्ता मिलेगा।
डीए में बढ़ोत्तरी के साथ ही केंद्र सरकार के कर्मियों की सैलरी में भी खासा उछाल देखने को मिलने वाला है। इसके साथ ही पेंशनरों को पेंशन भी बढ़के मिलने वाला है। गौरतलब है कि साल 2023 के लिए सरकार ने पहला संशोधन करते हुए पहले 38 प्रतिशत डीए को बढ़ाकर 42 प्रतिशत कर दिया था, जिसे अब एक बार फिर से बढ़ा दिया गया है। अब डीए बढ़कर 46 प्रतिशत हो गया है।
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उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार साल में दो बार कर्मचारियों की सैलरी को बढ़ाती है। अपने कर्मियों को केंद्र एक जुलाई या फिर एक जनवरी से महंगाई भत्ता देती है। देशभर में केंद्र सरकार के करीब 52 लाख कर्मचारी काम करते हैं, जबकि 60 लाख पेंशनर हैं।
क्या है डीए बढ़ाने की प्रक्रिया
गौरतलब है कि केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों के महंगाई भत्ते को बढ़ाने के लिए महंगाई दरों को जरिया बढ़ाती है। मतलब ये कि देश में महंगाई दर जितनी ज्यादा होगी केंद्र सरकार के कर्मचारियों का महंगाई भत्ता उतना अधिक बढ़नें का चांस रहेगा।
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