बिहार के मदरसों और मस्जिदों में कभी बम फटते हैं, कभी किसी महिला या बच्ची का बलात्कार होता है। यही नहीं, जब मामला उजागर होता है, तो उसे ढकने के लिए साम,दाम दंड का सहारा लिया जाता है।
कुछ दिनों से बिहार की अनेक मस्जिदों और मदरसों में ऐसी घटनाएं घट रही हैं, जिनकी खबरें सेकुलर मीडिया में नहीं छपती हैं। अभी हाल ही में सहरसा सदर थाना क्षेत्र की एक मस्जिद में महापाप हुआ। मस्जिद में पढ़ने वाली नाबालिग लड़की को मौलाना ने अपनी हवस का शिकार बनाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़िता की मां दिल्ली में रहकर काम करती है। उसने परवरिश के लिए इस बच्ची को नानी के यहां रखा था। पीड़िता गांव की ही मस्जिद में पढाई करने जाती थी। इसी बीच मस्जिद के मौलाना ने उसे अपने झांसे में लेकर शारीरिक संबंध बनाया। एक बार दुष्कर्म करने के बाद यह रोज का मामला बन गया। यह सिलसिला तीन महीने तक चलता रहा। लड़की बेबस थी, क्योंकि मौलवी ने धमकी दे रखी थी कि मुंह खोलने का अंजाम बहुत बुरा होगा। इसी बीच एक दिन लड़की की तबीयत बिगड़ गई और परिजन इलाज के लिए उसे डॉक्टर के पास ले गए, जहां जांच के दौरान यह बात सामने आई कि लड़की गर्भवती है और पेट में ही बच्चा मर चुका है। बाद में डॉक्टरों ने लड़की का ऑपरेशन कर उसकी जान बचाई।
मामला सामने आने के बाद गत 7 अक्तूबर को आरोपी का पिता कुछ लोगों के साथ पीड़िता की मां से मिला। उसने मामले को रफा-दफा करने के लिए 10,000 रु की पेशकश की और लड़की की शादी में मदद करने का भरोसा भी दिया। लेकिन पीड़िता की मां नहीं मानी और उसने पुलिस से शिकायत कर दी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
चंपारण से शेखपुरा तक मौलवियों से परेशान
यह बिहार की कोई इकलौती घटना नहीं है। पूरा बिहार ऐसे मौलवियों से परेशान है। गत माह 23 सितंबर को ऐसी ही एक घटना पूर्वी चंपारण के मेहसी से सामने आई थी। मेहसी के कटहां स्थित सरकारी मदरसा में एक लड़की पढ़ने जाती थी। यहां मौलाना जमशेद आलम ने पीड़िता का अश्लील फोटो खींच लिया। बाद में वह लड़की को झांसे में लेकर 18 महीने तक उसका यौन शोषण करता रहा। लड़की द्वारा विरोध करने पर वह सोशल मीडिया में फोटो वायरल करने की घमकी देता था। यह मामला जब लड़की के परिजनों के संज्ञान में आया तो मौलवी पीड़िता के माता-पिता और भाई को जान से मारने की धमकी देने लगा। अंततः मामला मेहसी थाना पहुंचा। इसके बाद से आरोपी मौलाना फरार है।
गत 29 जुलाई को सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हुआ था। वीडियो में एक मौलवी एक नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ करता दिख रहा था। एक रिपोर्ट के अनुसार यह वीडियो सिवान जिले के एक मदरसे का है। तीस साल का मौलवी लड़की को पकड़ लेता है और अपनी ओर खींचता है। बाद में वह नाबालिग को अपनी गोद में बैठा लेता है और अश्लील हरकतें करता है। खिड़की से देख रहे एक शख्स ये सब रिकॉर्ड कर लिया था।
इससे पहले जनवरी माह के प्रथम सप्ताह में नवादा पुलिस ने 27 साल के मौलवी मो. शहादत हुसैन को अश्लील वीडियो बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। कौआकोल थाना क्षेत्र के मदरसा नूरी मस्जिद के मौलवी पर 12 साल की छात्रा ने गंभीर आरोप लगाए थे। पीड़िता उस मदरसे में पढ़ती थी। आरोप है कि मौलवी ने धोखे से उसके अश्लील फोटो खीेंचे और वीडियो भी बना लिया। इसके बाद वह उसका यौन शोषण करने लगा।
कुछ पुराने मामले
इसी प्रकार की एक घटना 8 जनवरी, 2022 को सामने आई थी। सीतामढ़ी के एक मदरसा के मौलवी ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी थीं। आरोपी मौलवी तबरेज ने पढ़ाने के बहाने एक नाबालिक छात्रा के साथ गलत संबंध बनाए। जब छात्रा गर्भवती हुई तो यह मामला प्रकाश में आया।
ऐसे ही 31 अक्तूबर, 2021 को बेतिया जिले के एक मदरसे में नाबालिग से बलात्कार और हत्या का मामला सामने आया था। यह मदरसा नरकटियागंज शिकारपुर थाना क्षेत्र का था। जब कुछ बच्चे मदरसे में पढ़ने गए तो उन्होंने बच्ची का शव देखा। तब यह मामला उजागर हुआ।
शेखपुरा में 14 जनवरी, 2020 को एक अन्य मामला सामने आया था। यहां एक मदरसे का मौलवी कथित तौर पर 13 साल की लड़की के साथ पिछले छह महीने से बलात्कार कर रहा था। लड़की जब पढ़ने के लिए मदरसा जाने से मना करने लगी तब मामले का खुलासा हुआ।
ऐसे ही 25 नवंबर, 2018 को नालंदा जिला स्थित बिहारशरीफ शहर के इस्लामिया मदरसा में वहां के मौलवी ने एक छात्र का यौन शोषण किया था। उस समय यह मामला खूब चर्चित हुआ था। यह मदरसा नालंदा महिला कॉलेज के पास स्थित है। पीड़ित 13 वर्षीय बालक गया जिले के चेरकी थाना क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला था।
मदरसा छोड़कर भाग रहे थे बच्चे
2016 में रोहतास जिले के डेहरी के आवासीय मदरसा के छात्रों ने मौलवी पर अप्राकृतिक यौनाचार करने का आरोप लगाया था। 15 मार्च, 2016 को प्रकाशित रिपोर्ट्स के अनुसार छात्रों ने मौलवी नसरुल्ला पर आरोप लगाया कि वह उनके साथ गलत काम करता था। यह बात किसी को बताने पर मारपीट की जाती थी। इस बात को लेकर डेहरी स्थित जक्खी बिगहा के मदरसा से चार छात्र भाग गए थे।
बिहार के बाहर भी यहां के मौलवी अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं। कुछ समय पहले हैदराबाद में एक मदरसा शिक्षक (मौलवी) को छह नाबालिग लड़कों का यौन शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बच्चों की उम्र 6 से 16 वर्ष के बीच थी। बिहार के मूल निवासी 44 वर्षीय आरोपी रहमान अंसारी को एक लड़के के माता-पिता की शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया था।
इसी प्रकार महाराष्ट्र के पुणे से एक चौंकाने वाला मामला 28 जुलाई, 2018 को सामने आया था। आरोप के अनुसार मदरसा के मौलवी ने कई छात्राओं का यौन शोषण किया। इस मामले में पुलिस ने भागलपुर के रहने वाले एक मौलाना को पकड़ा था।
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