इजरायल और हमास के आतंकियों के बीज हो रहे युद्ध के बीच अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली ने इस्लामिक देशों को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने फिलिस्तीनी लोगों के हालातों पर चिंता जाहिर की और कहा कि हमें मासूमों का ख्याल करना चाहिए, क्योंकि अभी जो कुछ हो रहा है, उसमें उनका कोई हाथ नहीं है। अभी अरब देश कहां हैं? कहां हैं कतर, लेबनान, जॉर्डन और मिस्र क्या आप जानते हैं कि हम हर साल मिस्र को अरबों डॉलर देते हैं। आखिर वे क्यों अपने दरवाजे नहीं खोल रहे? आखिर वे क्यों फिलिस्तीनियों की मदद नहीं कर रहे?
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निक्की हेली का कहना है कि अरब और खाड़ी के ये देश फिलिस्तीन के लोगों को अपने यहां इसलिए शरण नहीं दे रहे हैं, क्योंकि उन्हें अच्छे से पता है कि वो उन्हें संभाल नहीं पाएंगे। ये सभी देश हमास को अपने घर में शरण नहीं देना चाहते हैं, तो फिर इजरायल हमास के आतंकियों को अपने पड़ोस में क्यों रखना चाहेगा? हेली कहती हैं कि इस मुद्दे पर हम सभी को ईमानदार होने की आवश्यकता है।
अरब के देश फिलिस्तीनियों की मदद इसलिए नहीं कर रहे हैं, क्योंकि वे गाजा के लोगों को अपने आसपास भी नहीं रखना चाहते हैं। हेली कहती हैं कि अगर अरब के देश चाहें तो वे इस समस्या का खुद ही समाधान निकाल सकते हैं। इनके पास हमास को रोकने और बंधकों को तुरंत छोड़ने के लिए कहने की ताकत है। लेकिन सब को पता है कि कतर हमेशा की तरह हमास के साथ काम करता रहेगा और ईरान आतंकी संगठन की आर्थिक मदद करता रहेगा।
रिपब्लिकन उम्मीदवार कहती हैं कि हमास ने जो किया है वो क्रूरता से परे है, उसने बच्चों तक को नहीं छोड़ा। वे चाहते हैं कि सभी इजरायली मर जाएं। हमास इजरायली बंधकों को मानव ढाल के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है।
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गौरतलब है कि हमास के आतंकियों ने 7 अक्टूबर को शनिवार के दिन जिस तरीके से इजरायलियों का नरसंहार किया था, उसके बाद अब इजरायल पलटवार कर रहा है। इजरायली सेना और वायुसेना के भीषण हमलों से गाजा धूल का गुबार बन गया है। वहीं आतंकियों के खिलाफ ग्राउंड ऑपरेशन चलाने से पहले उसने संयुक्त राष्ट्र से उत्तरी गाजा से 24 घंटे के अंदर फिलिस्तीनी नागरिकों को चले जाने को कहा था। हालाँकि, वो मियाद अब खुत्म हो चुकी है।
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