फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के हमले के बाद जब से इजरायल ने पलटवार किया है, तभी से दुनियाभर के मुसलमान फिलिस्तीन के समर्थन में उतर गए हैं। इसी क्रम में पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विभिन्न शहरों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मौलानाओं फिलिस्तीन का समर्थन किया। मस्जिदों से हमास के समर्थन का ऐलान किया गया।
मिली जानकारी के मुताबिक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, देवबंद, शामली, खतौली, बरेली, रामपुर और बिजनौर समेत कई शहरों में मस्जिदों में जुम्मे की नमाज के बाद हमास के आतंकियों की सलामती के लिए दुआएं पढ़ीं। इस दौरान फिलिस्तीन का समर्थन करते हुए इन मौलानाओं ने भड़काऊ भाषण दिया। इतना ही नहीं मौलवियों के साथ विभिन्न मुस्लिम संगठनों के नेताओं ने इस मामले में इजरायल पर बमबारी करके निर्दोष नागरिकों की हत्या करने का आरोप लगाया।
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हालाँकि, पुलिस बल इसको लेकर पहले से आशंकित था कि ऐसा कुछ हो सकता है, इसी कारण हर मस्जिद के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया था। मुस्लिमों ने काफी कोशिशें की कि वो हमास के समर्थन में जुलूस निकाल लें, लेकिन प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी।
वहीं उत्तराखंड के देहरादून, हल्द्वानी, काशीपुर, जसपुर और किच्छा समेत कई शहरों में भी इसी तरह से जुमे की नमाज के बाद मस्जिदों से हमास के आतंकियों के लिए हमदर्दी मुस्लिमों ने दिखाई। हालाँकि, पहले से सतर्क प्रशासन ने किसी भी प्रकार के जुलूस निकाले जाने पर पाबंदी लगा दी और पुलिस बल की तैनाती बनाए रखी। बताया जाता है कि केंद्रीय मरकज की ओर से मुस्लिमों को ऐसे आंदोलन करने के लिए निर्देशित किया गया था। वो भी तब जब भारत सरकार इजरायल का समर्थन कर रही है।
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