भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि हमास ने जो किया, वह आतंकी करतूत है। इसके बावजूद भारत के मजहबी और सियासी मुस्लिम नेता हमास और फिलिस्तीन को एक करके आम मुसलमानों को भड़का रहे हैं। यह गंभीर बात है।
एक पुरानी कहावत है कि पाकिस्तान में बारिश होती है तो कुछ लोग भारत में छाता लेकर चलने लगते हैं। कुछ ऐसा ही नजारा भारत में फिर से देखने को मिल रहा है। इस्राइल और फिलिस्तीन के आपसी विवाद में भारत के लोग भी अपनी सहभागिता दिखा रहे हैं। इन दो देशों के बीच चल रहे युद्ध को लेकर बहुत ही घटिया राजनीति होने लगी है। राजनयिक स्तर पर भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस्राइल के साथ है, वहीं इसके विपरीत 13 अक्तूबर को जुम्मे की नमाज के बाद किशनगंज, बडगाम, दिल्ली, मुम्बई, हैदराबाद, लखनऊ, बेंगलूरु जैसे शहरों में मुस्लिम समुदाय ने फिलिस्तीन के समर्थन में जुलूस निकाले। जुलूस में फिलिस्तीन का साथ मुस्लिम बिरादरी के नाते देने की बात भी कही गई।
7 अक्तूबर, 2023 का दिन इस्राइल के लिए एक असामान्य था। सुबह के समय गाजा पट्टी से हमास द्वारा इस्राइल पर हज़ारों रॉकेट दागे गए और उसके सैकड़ों आतंकवादी विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए इस्राइल में घुस आए। उन्होंने सीमा के निकट बसे इस्राइली नागरिकों पर अंधाधुंध गोलियाँ बरसाईं और 100 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया। रॉकेटों की बौछार इतनी तीव्र थी कि इनमें से कुछ रॉकेट प्रसिद्ध ‘आयरन डोम’ को भेदने में सफल रहे और येरुशलम जैसे अंदरूनी हिस्से तक इसके दायरे में आ गए।
इसके बाद इस्राइल और हमास का युद्ध लगातार भीषण होता चला गया। गाजा पट्टी में इस्राइली हमला लगातार जारी है। इस बीच पूरे विश्व में इसको लेकर समाज दो हिस्सों में बंटता दिख रहा है। हमास के समर्थन में लोग फिलिस्तीन के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाते दिख रहे हैं।
भारत, नेपाल और बांग्लादेश सीमा से सटे सीमावर्ती 70% मुस्लिम आबादी वाले किशनगंज जिले में 13 अक्तूबर को जुम्मे की नमाज के बाद लब्बैक यूथ फोर्स नाम के संगठन के द्वारा फिलिस्तीन के समर्थन में जुलूस निकाल कर इस्राइल के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया गया। जुलूस में शामिल युवक ‘फ्री फिलिस्तीन’ के साथ साथ मजहबी नारा लगाते हुए दिखे। शहर की सौदागर पट्टी से दर्जनों युवकों द्वारा जुलूस निकाला गया जो मुख्य बाजार से होते हुए गांधी चौक पहुंच कर समाप्त हुआ। गांधी चौक पर संगठन के लोगों ने इस्राइल का झंडा जलाया।
लब्बैक यूथ फोर्स के बिहार प्रदेश अध्यक्ष मो रईस आजम ने कहा कि इस्राइल के द्वारा खुलेआम फिलिस्तीन के ऊपर जुल्म किया जा रहा है और तमाम मुस्लिम देश शांत बैठे हैं। इस्राइल बच्चों और महिलाओं पर जुल्म कर रहा है, इससे मानवता शर्मशार हो रही है। उन्होंने कहा कि भारत समेत पूरी दुनिया में मुसलमानों के साथ जुल्म हो रहा है और तथाकथित सेकुलर नेता चुप बैठे हुए हैं। पूरे मामले पर एसडीपीओ गौतम कुमार ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है और जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। इस विषय पर किशनगंज डीएम तुषार सिंगला ने बताया कि शांतिपूर्वक कोई जुलूस निकलता है तो इसमें कोई परेशानी नहीं है।
ऐसे ही मुम्बई में कुख्यात रजा एकेडमी ने मुसलमानों को भड़काने के लिए एक जुलूस निकाला। इसमें शामिल लोगों ने आपत्तिजनक नारे लगाए। बेंगलूरु में एक इमाम ने लोागों को बरगलाने के लिए घड़ियाली आंसू बहाए। इस इमाम ने यह जरूर कहा कि इस्राइल बच्चों और महिलाओं तक को मार रहा है, लेकिन इसने हमास के आतंकवादियों की करतूतों की चर्चा नहीं की।
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