उत्तर प्रदेश एटीएस ने लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से आदिल उर रहमान को गिरफ्तार किया है। आदिल उर रहमान बांग्लादेश का निवासी है। आदिल उर रहमान को भारत में फर्जी पहचान पत्र का कागजात मुहैया कराने वाले नजीबुल शेख और रहमान अबू हुरैरा गाजी को भी गिरफ्तार किया गया है। आदिल उर रहमान के कब्जे से फर्जी आधार कार्ड और भारतीय पासपोर्ट बरामद हुआ है।
जानकारी के अनुसार एटीएस को काफी दिनों से सूचना मिल रही थी कि एफसीआरए अकाउंट के जरिए 20 करोड़ रुपये से ज्यादा की फंडिंग की गई थी। इसमें करीब डेढ़ करोड़ रुपये घुसपैठियों को भारत में भेजने में खर्च किये गए हैं। जाली दस्तावेज बना करके बांग्लादेशियों और रोहिंग्या को भारत में घुसपैठ कराया जा रहा है। गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि मानव तस्करी के जरिए बांग्लादेशी महिलाओं को भी भारत में भेजा जा रहा है।
स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि कि एटीएस को खबर मिली थी कि उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में कुछ लोग सक्रिय हैं। असली पहचान छिपाने के लिए फर्जी दस्तावेज बनाया जाता है। उस फर्जी दस्तावेज के सहारे भारत में घुसपैठ कराई जा रही है। घुसपैठिये, भारत में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त हैं। इस पर नियंत्रण करने के लिए एटीएस लगातार सक्रिय हैं। लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से जब आदिल उर रहमान को पकड़ा गया तो उसने पूछताछ में शेख नजीबुल हक और अबू हुरैरा गाजी का नाम बताया। इन्हीं दोनों ने आदिल को फर्जी दस्तावेज बनवा करके दिया था। तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
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