यरुशलम। हमास के हमले के बाद इजरायल का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। हमास के 800 ठिकानों पर इजराइली सेना ने हमला किया है। इसके चलते सवा लाख लोग गाजा पट्टी छोड़कर भाग गए हैं। हमास के हमले के बाद हंगरी ने अपने 215 नागरिकों को इज़रायल से निकाला है। वहीं इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास की ओर से अचानक किए गए हमले पर इजरायल का पलटवार मध्य-पूर्व को बदलकर रख देगा।
नेतन्याहू ने गाजा के नागरिकों को हमास प्रभावित सभी जगहों से दूर जाने को कहा है, जिसे उन्होंने मलबे में बदल देने की कसम खाई है।
इजराइल पर हमास के हमले के बाद इजराइल ने युद्ध का ऐलान कर दिया था। अब यह युद्ध लगातार तेज हो रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने बताया कि इजरायल-हमास युद्ध के बीच गाजा से लगातार लोग पलायन कर रहे हैं। गाजा पट्टी से अबतक सवा लाख लोग पलायन कर चुके हैं। गाजा से रॉकेट हमले के बाद इजरायल के बेन गुरियन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के आसपास रॉकेट हमलों से अत्यधिक नुकसान हुआ है। हमास ने पैराग्लाइडर की मदद से इजराइल के क्षेत्र में उतरने का एक और प्रयास किया। हमास का एक रॉकेट बेन गुरियन हवाई अड्डे के आसपास गिरा।
जवाब में इजरायली एयरफोर्स ने गाजा में अल-सौसी मस्जिद को भी निशाना बनाया, वहां सौ से ज्यादा आतंकी छुपे हुए थे। इज़रायली सेना का कहना है कि उसका ध्यान अब ‘गाजा पट्टी में हमास के पूर्ण विनाश’ पर है। इजराइल ने गाजा में हमास के 800 ठिकानों पर हमला करने और विभिन्न शीर्ष आतंकी नेताओं को मार गिराने का दावा किया।
इज़राइल के रक्षा मंत्री का कहना है कि उन्होंने गाजा पर पूर्ण नाकाबंदी यानी, ‘बिजली नहीं, भोजन नहीं, ईंधन नहीं’ पर अमल का आदेश दिया है। हमास के हमले में इजरायल में कई विदेशी नागरिक भी मारे गए हैं। इनमें अमेरिकी और 12 थाईलैंड के नागरिक भी शामिल हैं। इस बीच थाईलैंड ने कहा है कि उसके 11 नागरिकों का अपहरण भी हुआ है। हमास के हमले के बाद हंगरी ने अपने 215 नागरिकों को इज़रायल से निकाला है।
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