गत दिनों डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क, जोधपुर (राजस्थान) में बलराम जयंती पर एक महिला सम्मेलन आयोजित हुआ। भारतीय किसान संघ द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में भगवान बलराम का पूजन किया गया।
इसके पश्चात् लोगों को उनके जीवन के बारे में बताया गया। फिर गोपालन, बीज अनुसंधान व सिंचाई तंत्र के आविष्कार को लेकर चर्चा हुई। इसके बाद नाबार्ड के डीडीएम मनीष मंडा ने ग्रामीण विकास एवं कृषि क्षेत्र में नाबार्ड की ओर से चलाए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी।
कृषि विज्ञान केंद्र, जोधपुर की पूनम कालश ने घरेलू उपयोग की वस्तुओं जैसे आचार, मुरब्बा, बाजरे के बिस्कुट, केक, कुरकुरे, नमकीन इत्यादि उत्पादों की जानकारी दी। प्रांत महिला प्रमुख विमला सियाग ने संगठन में महिलाओं की बढ़ाने को लेकर आगामी सदस्यता अभियान में विशेष योजना बनाकर काम करने की सलाह दी।
कोलकाता में काव्य गोष्ठी
गत 3 अक्तूबर को कोलकाता स्थित भारतीय संस्कृति संसद के सभागार में एक काव्य गोष्ठी आयोजित हुई। मृत्युंजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस गोष्ठी में कवयित्री ज्योति शोभा एवं कवि क्रांति चौबे ने अपनी समसामयिक, व्यंग्यात्मक कविताएं सुनाकर दर्शकों का मन मोह लिया।
नए प्रतीकों एवं बिम्बों से सजी इन कविताओं को सुनना अपने आप में एक नए अनुभव से गुजरना था। पुलिस महानिदेशक के पद से सेवानिवृत्त मृत्युंजय कुमार सिंह ने बच्चों पर केंद्रित कविता सुनाने से पहले कहा कि आजकल बच्चों का सही पालन-पोषण और उन्हें जीना सिखाना बहुत कठिन हो गया है।
उन्होंने अपने प्रभावी काव्य पाठ का समापन एक अत्यंत ह्दयस्पर्शी भोजपुरी गीत से किया। गोष्ठी की संचालिका डॉ. तारा दूगड़ ने कहा कि कविता हमारे जीवन में रची-बसी रहे, हमें मांजती-संवारती रहे, यही संस्था का उद्देश्य है।
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