प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को कर्नाटक के शिवमोगा जिले से कॉन्ग्रेस के नेता मंजूनाथ गौड़ा के कई ठिकानों पर छापेमारी की। कॉन्ग्रेस नेता के खिलाफ ये जाँच शिवमोगा जिला कोऑपरेटिव सेंट्रल बैंक में फेक गोल्ड स्कैम के मामले में हो रही है। ईडी ने गौड़ा के शारावती नगर और शिवमोगा स्थित घर और उनके तीर्थहाली तहसील स्थित कराकुची फॉर्महाउस पर ये रेड की है।
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हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने शिवमोगा में डीसीसी बैंक के कुछ दस्तावेजों की जाँच की थी। जिसमें, गौड़ा के जुड़े कई संदिग्ध मामले सामने आए थे। मंजूनाथ गौड़ा प्रदेश कॉन्ग्रेस कमेटी की कोऑपरेटिव डिवीजन के स्टेट कोऑर्डिनेटर हैं। उन्हें इसी पिछले महीने 28 सितंबर को ही डीसीसी बैंक का चेयरमैन भी चुना गया था। सबसे ज्यादा गौर करने वाली बात ये है कि मंजूनाथ गौड़ा 1997 से लगातार इस पद पर बने हुए हैं।
साल 2014 में शिवमोगा पुलिस ने मंजूनाथ गौड़ा को फेक गोल्ड के बदले में लोन इश्यू करवाने के मामले में गिरफ्तार किया था। इस मामले में पुलिस ने कॉन्ग्रेस नेता को मुख्य आरोपी बनाया था। जाँच में सामने आया था कि वित्तीय गड़बड़ियों के कारण डीसीसी बैंक को 62 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। गौरतलब है कि फेक गोल्ड स्कैम के मामले में अगस्त 2014 में शिवमोगा पुलिस ने कॉन्ग्रेस नेता के साथ ही डीसीसी बैंक के 18 कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया था।
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कॉन्ग्रेस नेता समेत सभी कर्मरचारियों को पर फेक गोल्ड के बदले पैसे देने का आरोप है। यहीं नहीं हद तो तब हो गई जब कुछ मामलों में तो एडवांस पैसे की निकासी के बदले सोने की भी कोई गारंटी नहीं रखी गई थी। हालाँकि, राज्य के कॉन्ग्रेसी सीएम डीके शिवकुमार की छत्रछाया में गौड़ा का मनोबल बढ़ा हुआ है।
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