आद्य शंकराचार्य संस्कृति के मेरुदंड
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

आद्य शंकराचार्य संस्कृति के मेरुदंड

र्मदा के तीरे एकात्म धाम में भगवान् ओंकारेश्वर पर्वत पर भगवद्पाद जगद्गुरु की भव्य और दिव्य प्रतिमा स्थापित करने का प्रकल्प अद्भुत है।

by WEB DESK
Oct 4, 2023, 08:15 am IST
in भारत, धर्म-संस्कृति, मध्य प्रदेश
स्वामी अवधेशानंद गिरि एवं स्वामी परमानंद

स्वामी अवधेशानंद गिरि एवं स्वामी परमानंद

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

भगवान् शंकराचार्य जी की दिव्य प्रतिमा हमें प्रेरणा देगी। यह गुरु की धरती भी है, जहां आद्य शंकर को भगवद् गोविंदपाद मिले और भगवद्पाद हमें यहां प्राप्त हुए।

मध्य प्रदेश में नर्मदा के तीरे एकात्म धाम में भगवान् ओंकारेश्वर पर्वत पर भगवद्पाद जगद्गुरु की भव्य और दिव्य प्रतिमा स्थापित करने का प्रकल्प अद्भुत है। आदि शंकराचार्य जी आज भारत के सांस्कृतिक स्वरूप का मेरुदंड बने हैं। यदि शंकराचार्य जी नहीं आते, तो हमारी संस्कृति इस तरह विकसित नहीं होती। आज जो हम संन्यास का स्वरूप देख रहे हैं, वह आद्यगुरु शंकराचार्य जी की ही देन है। यहां पर शंकर दूत बनाए जा रहे हैं, जो भगवान् शंकराचार्य के उपदेशों को लेकर लोगों के बीच जाएंगे। उन्हें श्रीमद्भगवद्गीता, ब्रह्मसूत्र इत्यादि का अभ्यास कराया जा रहा है, ताकि वे बहुत प्रभावी ढंग से लोगों को प्रभावित कर सकें। यहां बनने वाला विद्या प्रसार केंद्र लोगों को एकता और सत्य से परिचय कराएगा। यह एक अलौकिक दिव्य संस्थान सिद्ध होगा। इसके लिए नि:संदेह भगवान् शंकराचार्य जी की दिव्य प्रतिमा हमें प्रेरणा देगी। यह गुरु की धरती भी है, जहां आद्य शंकर को भगवद् गोविंदपाद मिले और भगवद्पाद हमें यहां प्राप्त हुए।

– स्वामी अवधेशानंद गिरि
जूना पीठाधीश्वर एवं आचार्य महामंडलेश्वर

मानवीय पहल नहीं, दैवीय संकल्प

आज का दिन सिर्फ भारतीयों के लिए नहीं, संपूर्ण विश्व के लिए बहुत ही प्रसन्नता का दिन है। ओंकारेश्वर में आद्यगुरु शंकराचार्य जी की विशाल प्रतिमा स्थापित हुई है। हम रोज नारा लगाते हैं कि धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो और विश्व का कल्याण हो। मुझे लग रहा है कि विश्व का कल्याण इन विचारों से होगा और उसका विचार केंद्र आज यहां पर स्थापित हुआ है। यह केवल भारतीयों के समझने के लिए नहीं है। यह सारे विश्व के मानवों के समझने के लिए है।

यहां जो केंद्र बना है, उसके लिए मुख्यमंत्री जी को बहुत-बहुत बधाई देते हैं। उनको एक और दायित्व सौंपता हूं कि हम लोग तो हैं ही वेदांत के प्रचार करने वाले, लेकिन और भी योजना बने, जिससे युवा इसके प्रचार के लिए निकलें। शिक्षक बनने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। जो स्वयं पढ़कर नहीं समझते, यदि वे प्रचार के लिए निकलेंगे, तो उन्हें अधिक एकाग्रता, साधना और समाज के सामने उदाहरण प्रस्तुत करना पड़ेगा। इस दृष्टि से यह विश्व कल्याण के अभियान की शुरुआत है। ओंकारेश्वर में शंकराचार्य की प्रतिमा की स्थापना और अद्वैत धाम की पहल मानवीय नहीं, बल्कि ईश्वरीय या दैवीय संकल्प है।

ब्रह्म, मन-इंद्रियों का विषय नहीं है। यह सब आत्मा से हुआ है, इसलिए और कुछ नहीं है। आश्चर्य है कि नास्तिक जगत को सब कुछ मानते हैं। जगत मिथ्या है, जगत स्वप्न है, इसे समझाना आचार्य का मत है। इसलिए भगवान् शंकराचार्य के वेदांत दर्शन को आगे बढ़ाने वालों को अधिक ईमानदार होना पड़ेगा। केवल वाणी से नहीं, बल्कि इसे जी कर। देश में अभी बहुत समस्याएं हैं। अभी भी हम ऊंच-नीच जैसी छोटी-छोटी बातों में फंसे हुए हैं। साधु-महात्माओं में भी यह बीमारी आ जाती है। इस बीमारी को जड़ से उखाड़ो अर्थात् समस्याओं का जड़ उखाड़ो। पत्तियां और टहनी मत तोड़ो। ऐसी सब समस्या का समाधान आचार्य शंकर के सिद्धांत से हो सकता है।

– स्वामी परमानंद, अखंड परमधाम, हरिद्वार

Topics: हमारी संस्कृतिओंकारेश्वरविश्व का कल्याण हो
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

पुस्तक का लोकार्पण करते नितिन गडकरी। साथ में हैं (बाएं से) राजीव तुली, गजेंद्र सिंह शेखावत, सुनील आंबेकर, प्रहलाद सिंह पटेल और राकेश शुक्ला

‘तानसेन का ताना-बाना’ पुस्तक का लोकार्पण

दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन करते आचार्य देवव्रत। साथ में हैं बाएं से हितेश शंकर, बृजबिहारी गुप्ता और मुकेश भाई  मलकान

जड़ से जुड़ने पर जोर

वन भूमि को राैंदते बुलडोजर

वन भूमि को राैंदते बुलडोजर

तेजोमय जीवन का वैदिक दर्शन 

नृत्य करते कलाकार 

जड़ से जुड़ने का उत्सव

लंका विजय के बाद सीता को मुक्त कराने का प्रसंग

संविधान में संस्कृति

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और जनरल असीम मुनीर: पाकिस्तान एक बार फिर सत्ता संघर्ष के उस मोड़ पर खड़ा है, जहां लोकतंत्र और सैन्य तानाशाही के बीच संघर्ष निर्णायक हो सकता है

जिन्ना के देश में तेज हुई कुर्सी की मारामारी, क्या जनरल Munir शाहबाज सरकार का तख्तापलट करने वाले हैं!

सावन के महीने में भूलकर भी नहीं खाना चाहिए ये फूड्स

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ विश्व हिंदू परिषद का प्रतिनिधिमंडल

विश्व हिंदू परिषद ने कहा— कन्वर्जन के विरुद्ध बने कठोर कानून

एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त

Ahmedabad Plane Crash: उड़ान के चंद सेकंड बाद दोनों इंजन बंद, जांच रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

पुलिस की गिरफ्त में अशराफुल

फर्जी आधार कार्ड बनवाने वाला अशराफुल गिरफ्तार

वरिष्ठ नेता अरविंद नेताम

देश की एकता और अखंडता के लिए काम करता है संघ : अरविंद नेताम

अहमदाबाद विमान हादसा

Ahmedabad plane crash : विमान के दोनों इंजन अचानक हो गए बंद, अहमदाबाद विमान हादसे पर AAIB ने जारी की प्रारंभिक रिपोर्ट

आरोपी

उत्तराखंड: 125 क्विंटल विस्फोटक बरामद, हिमाचल ले जाया जा रहा था, जांच शुरू

उत्तराखंड: रामनगर रेलवे की जमीन पर बनी अवैध मजार ध्वस्त, चला बुलडोजर

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies