नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कांग्रेस पर देश को जाति के आधार पर बांटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए देश का गरीब ही सबसे बड़ी जाति है और उसके कल्याण के लिए काम करना ही उद्देश्य। कांग्रेस के नेता कहते हैं कि जितनी आबादी, उतना हक। मैं कहता हूं इस देश में अगर कोई सबसे बड़ी आबादी है तो वह गरीब है। इसलिए मेरे लिए गरीब ही सबसे बड़ी आबादी है और गरीब का कल्याण ही मेरा मकसद।
छत्तीसगढ़ के एक दिवसीय दौरे पर जगदलपुर पहुंचे प्रधानमंत्री ने यहां भाजपा की परिवर्तन संकल्प रैली को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का होने संबंधी बयान को दोहराते हुए कहा कि अब कांग्रेस कह रही है कि समुदाय की आबादी तय करेगी कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार किसका होगा। प्रधानमंत्री ने सवालिया लहजे में कहा कि तो अब क्या वे (कांग्रेस) अल्पसंख्यकों के अधिकारों को कम करना चाहते हैं? क्या वे अल्पसंख्यकों को हटाना चाहते हैं? इसका अर्थ यह हुआ कि हिंदुओं का ही हक है, मुसलमान का कोई हक नहीं है क्योंकि वह अल्पसंख्यक हैं।
मोदी ने कहा कि आज कांग्रेस को उसके नेता नहीं बल्कि वे लोग चला रहे हैं जो देश विरोधी ताकतों से मिले हुए हैं। कांग्रेस के बड़े नेता मुंह पर ताला लगा कर बैठे हैं और परदे के पीछे बैठे लोग देश विरोधी ताकतों से मिले हुए हैं। इनका मकसद हिंदुओं को सता कर देश को तबाह करना है।
उन्होंने कहा कि गरीबों में आत्मविश्वास जगाने की केंद्र की योजनाएं बनाई गई। देश के गरीबों का भला ही देश का भला है। कांग्रेस ने आजतक नहीं बताया कि उसने दूसरे देश के साथ क्या गुप्त समझौता किया। कांग्रेस को देश की बुराई करने में ज्यादा मजा आता है। असल में उसका भारत प्रेम कम हो गया है। हमें कांग्रेस और उसके सहयोगियों की नई साजिश से सतर्क रहना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दलित, पिछड़ा, आदिवासी या सामान्य वर्ग से से भी कोई गरीब हो तो उसकी चिंता करना उनकी सरकार का काम है और इसी से देश बदलेगा। कांग्रेस जातियों के बीच बैर बढ़ाना चाहती है। प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार और अपराध को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार और अपराध चरम पर है। राज्य इन दो मोर्चों पर राजस्थान से प्रतिस्पर्धा कर रहा है।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस का छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक संसाधनों को लूटने का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। कांग्रेस ने ‘लोकतंत्र’ को ‘लूटतंत्र’ और ‘प्रजातंत्र’ को ‘परिवारतंत्र’ बना दिया है। भाजपा सरकार बनते ही पीसीएस घोटाले की जांच होगी। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने सिर्फ पांच वर्षों में छत्तीसगढ़ की जो हालत कर दी है, उसे पूरा देश देख रहा है। कांग्रेस के विधायक और मंत्रियों ने जो कारनामे यहां किए हैं, उससे हर कोई त्रस्त है। चारों तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है। छत्तीसगढ़ में अपराध चरम पर है, हत्याओं के मामले में छत्तीसगढ़ अग्रणी राज्यों में पहुंच चुका है।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “कभी-कभी लगता है कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान में स्पर्धा चल रही है कि कहां सबसे ज्यादा हत्याएं होती है, कहां सबसे ज्यादा लूट होती है, कहां सबसे ज्यादा महिलाओं पर अत्याचार होते हैं।” उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में विकास या तो पोस्टरों और बैनरों में दिखता है, या तो कांग्रेस नेताओं की तिजोरी में दिखता है। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ को सिर्फ झूठा प्रचार और घोटालेबाज सरकार दी है। इसलिए आज छत्तीसगढ़ के कोने-कोने से एक ही आवाज आ रही है, अउ नइ सहिबो बदल के रहिबो।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर बस्तर की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि दशकों तक इस क्षेत्र की उपेक्षा की गई। मोदी ने कहा कि ये कांग्रेसी स्टील प्लांट को अपने बच्चों और रिश्तेदारों की तिजोरियां भरने का माध्यम बनाना चाहते हैं। लेकिन मोदी ऐसा नहीं होने देगा क्योंकि स्टील प्लांट के मालिक बस्तर के लोग हैं। मैं किसी भी कांग्रेसी नेता को इस इस्पात संयंत्र का मालिक नहीं बनने दूंगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय और बजट बनाया। आदिवासी भाई-बहनों की मांग को पूरा करते हुए अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने छत्तीसगढ़ बनाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि “मैंने अपने जीवन के कई साल आदिवासी इलाकों में बिताए हैं और मेरा दिल आपके साथ है। मुझे गर्व है कि भाजपा को भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनाने का सम्मान मिला।”
देश के आधुनिकतम स्टील कारखाने के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के शामिल नहीं होने पर सवाल खड़ा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज नगरनार में बहुत बड़े और देश के आधुनिकतम स्टील कारखाने का लोकार्पण हुआ है। जिस पर छत्तीसगढ़ की जनता को गर्व हो रहा है लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार को नहीं हो रहा है। इतना बड़ा कार्यक्रम अभी हुआ है लेकिन छत्तीसगढ़ के कांग्रेस के न तो मुख्यमंत्री आए न ही उपमुख्यमंत्री। यहां तक कि कांग्रेस का एक भी मंत्री कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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