चीनी गोदी मीडिया
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

चीनी गोदी मीडिया

चीन ने हमले का तरीका बदल दिया है। अब वह भारत के मीडिया, बुद्धिजीवियों और राजनेताओं के माध्यम से हमले कर रहा है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ कांग्रेस, माकपा, मीडिया और शहरी नक्सलियों का यह गठजोड़ देश के लिए घातक है

by पाञ्चजन्य ब्यूरो
Oct 3, 2023, 03:52 pm IST
in भारत
धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 2021 में समाचार पोर्टल न्यूजक्लिक के कार्यालय पर छापेमारी की थी

धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 2021 में समाचार पोर्टल न्यूजक्लिक के कार्यालय पर छापेमारी की थी

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

‘‘जब भारत पर संकट आया, 2005 से लेकर 2014 तक चीन सरकार ने कांग्रेस को पैसा दिया।’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘2008 में जब ओलंपिक (चीन में) हुआ, तब कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी को आमंत्रित किया गया था और 2017 में डोकलाम के समय ये (कांग्रेस नेता) चीनी लोगों के साथ बात कर रहे थे।’’

गलवान में जून 2020 को भारतीय सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में चीन के कम से कम 38 सैनिक मारे गए थे। इसके बाद चीनी हमले का तरीका बदल गया। अब भारत पर चीनी हमला भारत के अपने मीडिया, भारत के अपने बुद्धिजीवियों और भारत के अपने राजनीतिक नेताओं के माध्यम से हो रहा है।

भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर खुला आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी को चीन से धन मिल रहा है तथा चीन द्वारा एक सुनियोजित अंतरराष्ट्रीय प्रचार टूलकिट चलाया जा रहा है। जवाब में कांग्रेस और राहुल गांधी की ओर से कोई सफाई तक नहीं दी गई। संसद में भी भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया, ‘‘जब भारत पर संकट आया, 2005 से लेकर 2014 तक चीन सरकार ने कांग्रेस को पैसा दिया।’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘2008 में जब ओलंपिक (चीन में) हुआ, तब कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी को आमंत्रित किया गया था और 2017 में डोकलाम के समय ये (कांग्रेस नेता) चीनी लोगों के साथ बात कर रहे थे।’’

लेकिन अंतरराष्ट्रीय प्रचार टूलकिट के सदस्य दूसरों को गोदी मीडिया कैसे कहते हैं? जनता जानती है कि गोदी मीडिया कौन है और क्या है। स्वयं चीन की गोद में बैठा यह असली गोदी मीडिया नफरत फैलाने का भी काम करता है।

चीन भारतीय राजनीति और भारतीय मीडिया में कहां तक पहुंच गया है? हाल में उठा यह सवाल न्यूजक्लिक घोटाले का है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और भारत की मीडिया के बीच संबंध हाल के समय में उजागर हुए हैं। अमेरिकी अरबपति नेविल रॉय सिंघम को चीन समर्थक नहीं, चीन की पैरोकारी करने वाले प्रचार नेटवर्क में एक केंद्रीय व्यक्ति के रूप में पहचाना गया है। प्रवर्तन निदेशालय ने 9 फरवरी, 2021 को आनलाइन समाचार पोर्टल न्यूजक्लिक के कार्यालय पर छापेमारी की थी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में की गई थी। ईडी ने लगभग आठ परिसरों पर छापे मारे गए, जिनमें न्यूजक्लिक और दक्षिण दिल्ली के सैदुलाजाब, गुड़गांव और कुछ अन्य क्षेत्रों में इसके प्रमोटरों के परिसर शामिल थे। जांच कुछ संदिग्ध विदेशी वित्तपोषण और पिछले दो साल से बंद एक ‘निष्क्रिय कंपनी’ की भूमिका से जुड़ी है, जिसका इस्तेमाल कथित तौर पर 38 करोड़ रुपये से अधिक के फंड के लेन-देन के लिए किया गया था।

यह रिश्ता क्या कहलाता है?

दरअसल, यह सिर्फ मीडिया की नहीं, बल्कि राजनीतिक नेताओं की भी कहानी है। 15 जून, 2020 को चीनी सैनिकों के साथ गलवान में हुई झड़प में भारत के 20 सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए थे। गलवान झड़प के तुरंत बाद राहुल गांधी ने न सिर्फ प्रधानमंत्री से प्रश्न किया, बल्कि खुद चीनी राजदूत से भी बातचीत की। इससे पहले, 8 जुलाई, 2017 को जब भारत-चीन सीमा पर तनाव बढ़ रहा था, तब उस समय कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी भारत में चीनी दूत लुओ झाओहुई से मिलने पहुंचे थे। कांग्रेस पार्टी घंटों तक इसका जोरदार खंडन करती रही थी। लेकिन शाम को जब खुद चीनी दूतावास ने इसकी घोषणा कर दी, तो कांग्रेस को इसे स्वीकार करना पड़ा।

चीनी दूतावास की वेबसाइट पर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई, जिसमें लिखा था, ‘‘8 जुलाई को राजदूत लुओ झाओहुई ने कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। दोनों पक्षों ने वर्तमान चीन-भारत पर विचारों का आदान-प्रदान किया। काउंसलर झोउ युयुन ने बैठक में भाग लिया।’’ हालांकि बाद में चीनी वेबसाइट से यह विज्ञप्ति हटा ली गई। यह रिश्ता क्या कहलाता है? मई 2022 को राहुल गांधी एक ‘निजी मित्र’, जो नेपाल में भारत विरोधी और चीन समर्थक कार्यक्रमों की मुख्य कर्ताधर्ता है, के विवाह में काठमांडू गए। रात को एक नाइट क्लब ‘लॉर्ड आफ ड्रिंक्स’ में राहुल गांधी एक वीडियो में चीनी राजदूत होउ यांकी के साथ देखे गए। यह चीन और कांग्रेस के कनेक्शन की एक बानगी है। चीन और भारतीय मीडिया का कनेक्शन क्या है?

पिछले दिनों न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक बड़ा खुलासा प्रकाशित किया था, जिसमें अमेरिकी कारोबारी नेविल रॉय सिंघम की कम्युनिस्ट पार्टी आफ चाइना और भारत के बड़े मीडिया प्रकाशक न्यूजक्लिक के बीच संबंध दिखाए गए थे। सिंघम न केवल भारत में बल्कि रूस, दक्षिण अफ्रीका और अमेरिका जैसे देशों में भी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का प्रचार-प्रसार कर रहा है। यह सिद्धांत सिंघम के ग्रुप ने ही फैलाया था कि कोरोना वायरस का निर्माण अमेरिकी सेना द्वारा किया गया था। विभिन्न देशों में मीडिया को फंडिंग करना और उनका इस्तेमाल अपने देश में चीनी प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए करना, यह पिछले कुछ वर्षों से चीन की एक सोची-समझी रणनीति रही है।

माकपा नेता प्रकाश करात और अमेरिकी अरबपति नेविल रॉय सिंघम के बीच ईमेल संवाद में चीनी पत्रिका में माकपा पर प्रकाशित एक अनुवाद का अंश भी है

सिंघम की कंपनी में कॉमरेड!

नेविल रॉय सिंघम एक अमेरिकी तकनीकी उद्यमी है, जिसने थॉटवर्क्स नाम से एक प्रौद्योगिकी कंसल्टेंसी फर्म बनाई थी। 2017 में उसने कंपनी लगभग 79 करोड़ डॉलर में एक ब्रिटिश कंपनी को बेच दी। सिंघम की कंपनी में कर्मचारी एक-दूसरे को कॉमरेड कहकर बुलाते थे। कॉमरेड बनना कौन चाहता है? खासतौर पर तब, जब आप एक पूंजीवादी देश में रहकर पूंजीवाद से पैसा कमा रहे हैं। ठीक उसी तरह, जैसे कई लोग पाकिस्तान की बात करते हैं, जिन्हें भारत में बहुत डर लगता है, लेकिन वे भारत छोड़कर पाकिस्तान नहीं जाना चाहते।

अमेरिकी व्यवसायी सिंघम के चीन सरकार से कई तरह के संबंध हैं। 2008 में वह हुआवेई में तकनीकी सलाहकार था। नेविल रॉय सिंघम ने शंघाई लुओवेइक्सिंग और गोंडवाना फूड्स जैसी चीनी कंपनियों में भी निवेश किया हुआ है। वह शंघाई शिनॉन्ग कंपनी का कानूनी प्रतिनिधि भी रहा है। सिंघम की पत्नी जोडी इवांस ने नारीवादी संगठन ‘कोड पिंक’ बनाया, जिसने 2021 में ‘चीन हमारा दुश्मन नहीं है’ नाम से एक अभियान शुरू किया था। इस अभियान का मूल उद्देश्य अमेरिका में चीनी प्रोपेगेंडा फैलाना था। ये लोग अपने पैसों, संसाधनों और अलग-अलग संस्थाओं का इस्तेमाल करके पूरी दुनिया में उइगरों के उत्पीड़न से साफ इनकार की तरह चीन का विमर्श फैला रहे थे।

ईडी के अनुसार, माकपा के आईटी सेल के बप्पादित्य सिन्हा और भीमा कोरेगांव मामले में आरोपी शहरी नक्सली गौतम नवलखा और अमेरिका स्थित वर्ल्डवाइड मीडिया होल्डिंग एलएलसी न्यूजक्लिक के शेयरधारक हैं।

फिर न्यूजक्लिक पर लौटें। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे चीनी कम्युनिस्ट पार्टी सिंघम के जरिए भारत में न्यूजक्लिक नामक मीडिया प्लेटफॉर्म को फंडिंग कर रही थी। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने सिंघम को और फिर उसने आगे न्यूजक्लिक को 39 करोड़ रुपये दिए। रिपोर्ट में सिंघम और न्यूजक्लिक के सह-संस्थापक गौतम नवलखा के संबंधों का खुलासा हुआ है। गौतम नवलखा याद आया? वही एनआईए का आरोपी, नक्सलियों का साथी, भीमा कोरेगांव दंगों के समय दंगे भड़काने का आरोपी, जिसके जाहिर तौर पर पाकिस्तान से भी संबंध हैं, जिस पर कश्मीर में भी अलगाववाद और आतंक फैलाने व भारतीय सेना के विरुद्ध दुष्प्रचार करने के आरोप हैं।

उधर, नेविल रॉय सिंघम के पिता आचीर्बाल्ड सिंघम कम्युनिस्ट आंदोलन के ‘चीन गुट’, सीलोन कम्युनिस्ट पार्टी के साथ जुड़े हुए थे। ईडी की जांच के अनुसार, माकपा के आईटी सेल के बप्पादित्य सिन्हा और भीमा कोरेगांव मामले में आरोपी शहरी नक्सली गौतम नवलखा न्यूजक्लिक के शेयरधारक हैं। पोर्टल में शेयर रखने वाले अन्य लोगों में अमेरिका स्थित वर्ल्डवाइड मीडिया होल्डिंग एलएलसी शामिल है, जिसका 100 प्रतिशत स्वामित्व सिंघम की कार्यकर्ता पत्नी जोडी इवांस द्वारा प्रबंधित निगम के पास था।

करात-सिंघम का ईमेल संवाद

खैर, मार्च 2020 से भेजे गए ईमेल की एक शृंखला में सिंघम ने प्रबीर पुरकायस्थ, सृजना, प्रशांत और विजय प्रसाद का परिचय अपने चीनी संपर्कों से कराया था। इन ईमेल का विषय चीन और उसके वुहान वायरस पर तीन लेखों की शृंखला थी। सिंघम और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) या सीपीएम के वरिष्ठ नेता और पार्टी के पूर्व महासचिव प्रकाश करात के बीच ईमेल पर हुए संवाद का एक और सेट है। ये मेल भारतीय प्रेस में चीनी प्रभाव की अंधेरी दुनिया पर प्रकाश डालते हैं।

28 दिसंबर, 2020 को भेजे गए एक मेल में सिंघम माकपा नेता प्रकाश करात से कहता है, ‘‘मैं यहां शंघाई में एक नई मीडिया टीम बनाने पर काम कर रहा हूं, ताकि वैश्विक प्रगतिशील ताकतों के साथ तालमेल और संपर्क पर ध्यान किया जा सके। यह (टीम) चीन में वीबो, वीचैट और गुआंचा में चर्चित महत्वपूर्ण और लोकप्रिय कहानियों का एक नया अलग मासिक डाइजेस्ट बनाने के लिए वैश्विक संपादकों के साथ काम करने के शुरुआती चरण में है। हमें उम्मीद है कि यह आप जैसे महत्वपूर्ण नेताओं के लिए मूल्यवान होगी।’’

मेल में चीनी पत्रिका गुआंचा में सीपीएम पर प्रकाशित एक अंश का अनुवाद भी है, जो सीपीएम की चमकदार प्रोफाइल और सीपीएम पर माओत्से तुंग के विशाल प्रभाव का चित्रण करता है। फिर 1 जनवरी, 2021 को नेविल रॉय सिंघम ने करात को एक और मेल भेजा, जिसमें चीन के इंटरनेट एकाधिकार के नियमों के बारे में बात की गई है। इसमें कहा गया है, ‘‘यह वास्तव में आश्चर्यजनक है कि पूंजी समाजवाद को चुनौती नहीं दे सकती और उसे समाज को नष्ट करने के लिए राजनीतिक स्थान नहीं दिया जाएगा।’’ मेल यह कहते हुए समाप्त होती है, ‘‘चीन में व्यापक दर्शकों के लिए लोकप्रिय प्रारूप में चीन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका का कवरेज बढ़ाने की उम्मीद है।’’

1 जनवरी, 2021 को एक मेल के जवाब में करात दो बड़ी चीनी कंपनियों एएनटी और अलीबाबा के खिलाफ चीन के कदमों की सराहना करते हुए कहते हैं, ‘सीपीआई (एम) पर (चीनी पत्रिका) गुआंचा (में प्रकाशित) लेख काफी विस्तृत था। वहां इस तरह की कवरेज देखना अच्छा है, ऐसे समय में जब सीमा समस्या के बाद से यहां मीडिया में चीन विरोधी भावनाएं भड़काई जा रही हैं। दुर्भाग्य से इसका बड़ा प्रभाव पड़ा है। भारत सरकार चीन से निवेश और आयात पर प्रतिबंध लगा रही है, जिससे हमारे देश को और अधिक नुकसान होने वाला है।’’

अब टाइमिंग देखिए, करात का यह मेल तब का है, जब बमुश्किल 6 महीने पहले, 15 जून को पूर्वी लद्दाख के गलवान में चीनी सैनिकों से झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय सैनिक मारे गए थे और 76 अन्य घायल हो गए थे। लेकिन करात को उससे सरोकार नहीं था, उसे तो उन्होंने ‘सीमा समस्या’ बता दिया था। यह वही समय था, जब भारत वुहान वायरस से जूझ रहा था और अपनी अर्थव्यवस्था को भारी कीमत चुकाते हुए भारतीयों की जान बचाने के लिए उसे व्यापक लॉकडाउन लगाना पड़ा था। लेकिन उस समय भी करात भारत में चीनी निवेश और निर्यात पर लगाए जा रहे प्रतिबंधों से चिंतित थे। करात की चिंता यह थी कि भारत चीन के साथ अपने विशाल और प्रतिकूल व्यापार घाटे से निपटने के लिए कुछ प्रयास कर रहा है।

Topics: सीपीआईWidespread in ChinaCPIWeiboन्यूज क्लिकWeChat and Guancha in Chinaलॉर्ड आफ ड्रिंक्सSingham CPI (M) leader Prakash Karatचीन में व्यापकChina factionचीन में वीबोNeville Roy Singham's father Archibald Singham Communist movementवीचैट और गुआंचागोदी मीडियासिंघम माकपा नेता प्रकाश करातअमेरिकी अरबपति नेविल रॉय सिंघमचीन गुटचीन भारतीय राजनीति और भारतीय मीडियानेविल रॉय सिंघम के पिता आचीर्बाल्ड सिंघम कम्युनिस्ट आंदोलनLord of Drinks
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर में गर्भगृह के पास जूते पहन कर इस्लामी कला का प्रदर्शन करते मुस्लिम

वक्फ और चर्च में खिंचीं तलवारें

‘खान मार्केट गैंग’ का गुप्त गठजोड़ उजागर

स्मारक उद्घाटन कार्यक्रम के पोस्टर पर छपे दोनों ‘शहीदों’ के चित्र

बम बनाते मरे कामरेड माकपा के ‘शहीद’

encounter between Naxalites nad BSF in chhattisgarh kanker

Naxal encounter: छत्तीसगढ़ के कांकेर में नक्सलियों और BSF के बीच मुठभेड़, वामपंथी CPI 18 कैडर समेत 29 नक्सलियों की मौत

Delhi police, News click, chinese funding

15 मार्च तक हिरासत में रहेंगे ‘न्यूज क्लिक’ के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ और अमित चक्रवर्ती

गारंटी भारत की

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies