बरेली। यूपी के पीलीभीत में एक और मुस्लिम युवती ने घर वापसी की है। उजमा ने इस्लाम त्याग कर सनातन धर्म अपना लिया और वैदिक रीति-रिवाज से बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम में भागीरथ के साथ सात फेरे लिए। उजमा से उर्मिला बनी युवती ने परिवार से जान का खतरा बताते हुए पुलिस से सुरक्षा मांगी है।
उर्मिला बनकर सनातन धर्म अपनाने वाली उजमा पीलीभीत में थाना न्यूरिया के गांव हुल्करी ढकिया गांव की रहने वाली है। वह भागीरथ से शादी करना चाहती थी मगर उसका परिवार किसी सूरत में इसके लिए तैयार नहीं था। उस पर कई तरह से पाबंदियां लगाने के साथ मर्जी के खिलाफ उसका निकाह करने की तैयारी परिवार कर रहा था। परेशान होकर उसने घर छोड़ दिया और प्रेमी भागीरथ के साथ बरेली आ गई।
उजमा और भागीरथ बरेली में मढ़ीनाथ स्थित अगत्स्य मुनि आश्रम पहुंचे। उजमा ने खुद के बालिग होने के प्रमाण पेश करते हुए स्वेच्छा से सनातन धर्म अपनाने की बात की। जिसके बाद आश्रम के आचार्य केके शंखधार ने उजमा का शुद्धिकरण कराकर उसे सनातन धर्म ग्रहण कराया। उजमा ने उर्मिला बनकर विधि-विधान से भागीरथ के साथ सात फेरे लेकर दोनों विवाह के पवित्र बंधन में बंध गए।
उजमा से उर्मिला बनी युवती ने कहा है कि उसने बगैर किसी दबाव और लालच के सनातन धर्म अपनाया है और अपनी मर्जी से भागीरथ के साथ शादी की है। उसे अपने परिवार से जान का खतरा है। उसने पुलिस अफसरों से सुरक्षा की मांग की है।
टिप्पणियाँ