पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने एक बार फिर से समन जारी किया है। जाँच एजेंसी ने टीएमसी नेता को कोलकाता सीजीओ कॉम्प्लेक्स ऑफिस में 3 अक्टूबर को पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है। उन्हें सुबह 10:30 बजे एजेंसी के सामने पेश होना है।
शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में जाँच एजेंसी को अभिषेक बनर्जी के शामिल होने का शक है। इसी को लेकर एक बार उनसे 13 सितंबर 2023 को ईडी 9 घंटे की पूछताछ कर चुकी है। वहीं जाँच एजेंसी की कानूनी प्रक्रिया को टीएमसी नेता ने राजनीतिक रंग देने की कोशिश की है। अभिषेक बनर्जी ने इसे इंडि गठबंधन की रैलियों से जोड़ते हुए अपनी खीझ निकाली है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की और कहा कि एक बार फिर से मुझे उसी दिन ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया है। जब दिल्ली में 3 अक्टूबर को हम पश्चिम बंगाल के अधिकारों के लिए विरोध प्रदर्शन करने जा रहे हैं। इससे पहले उन्होंने मुझे 13 सितंबर को दिल्ली में इंडिया गठबंधन की एक अहम बैठक होने वाली थी। टीएमसी नेता का कहना है कि 3 तारीख को ही ईडी का सम्मन ये दिखाता है कि वो लोग हमे एजेंसियों के जरिए डराने की कोशिशें कर रहे हैं।
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गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी के खिलाफ शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट 2002 के तहत जाँच कर रही है।
कब हुआ ये घोटाला
पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले की जाँच लंबे समय से चल रही है। करीब एक साल पहले इस घोटाले का खुलासा उस वक्त हुआ जब सोमेन नंदी बनाम पश्चिम बंगाल सरकार मामले पर कोलकाता हाई कोर्ट ने सीबीआई को मामले की जाँच का आदेश दे दिया। जाँच एजेंसी ने एक्शन लेते हुए उत्तर 24 परगना जिले के एक बिचौलिए चंदन मंडल उर्फ रंजन और राज्य प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के कुछ अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया। ईडी ने बैंकशाल स्थित पीएमएलए कोर्ट में पेश की गई अपनी चार्जशीट में शिक्षकों की पोस्टिंग के बदले पैसे के लेनदेन का दावा किया।
ईडी ने अपनी चार्जशीट में खुलासा किया था कि टीईटी परीक्षा 2014 का आयोजन 11 अक्टूबर 2015 को किया था, जिसमें बहुत से अपात्र उम्मीदवारों को पैसे लेकर बिचौलियों ने नियुक्तियाँ दिलवाई थीं।
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