बब्बर खालसा के लिए काम करता है खालिस्तानी करणवीर, पाकिस्तान की गुप्तचर एजेंसी आईएसआई से है गठजोड़, इरादे हैं खतरनाक
July 16, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

बब्बर खालसा के लिए काम करता है खालिस्तानी करणवीर, पाकिस्तान की गुप्तचर एजेंसी आईएसआई से है गठजोड़, इरादे हैं खतरनाक

करणवीर सिंह बब्बर खालसा के उग्रपंथियों वाधवा सिंह तथा हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा का विश्वासपात्र है। ये दोनों आतंकी, वाधवा तथा रिंदा भी पाकिस्तान में ही कहीं छुपे बताए जाते हैं

by WEB DESK
Sep 26, 2023, 02:30 pm IST
in विश्व
खालिस्तानी उग्रपंथी गुट बब्बर खालसा इंटरनेशनल का आतंकवादी करणवीर सिंह

खालिस्तानी उग्रपंथी गुट बब्बर खालसा इंटरनेशनल का आतंकवादी करणवीर सिंह

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

भारत सरकार के अथक प्रयासों से आखिरकार खालिस्तानी उग्रपंथी गुट बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकवादी करणवीर सिंह के विरुद्ध रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो गया है। बताया जाता है कि करणवीर सिंह संभवत: पाकिस्तान में आईएसआई की पनाह में छुपा है।

38 साल का खालिस्तानी आतंकी करणवीर सिंह आईएसआई के नेटवर्क में रहा है और वह भारत विरोधी षड्यंत्रों को अंजाम देने के लिए काम कर रहा है। वह मूलत: पंजाब के कपूरथला का रहने वाला है। सूत्रों के अनुसार, करणवीर पाकिस्तान में छुपा बैठा है।

बताते हैं करणवीर सिंह बब्बर खालसा के उग्रपंथियों वाधवा सिंह तथा हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा का विश्वासपात्र है और उनके बहुत नजदीक है। इस बात की पुष्टि इससे भी होती है कि ये दोनों आतंकी, वाधवा तथा रिंदा भी पाकिस्तान में ही कहीं छुपे बताए जाते हैं।

इंटरपोल को तथ्य मिले हैं कि ये तीनों पाकिस्तान में बैठे वहां की गुप्तचर एजेंसी आईएसआई के एजेंडे के अनुसार भारत में विस्फोटक और आतंकवादी हरकतों पर काम करते हैं। इसके बदले में आईएसआई उन्हें मोटा पैसा और ड्रग्स देती है। इन नशीले पदार्थों के जरिए ये खालिस्तानी संभवत: भारत के पंजाब ​प्रांत के युवाओं को नशे की अंधेरी दुनिया में डूबाकर अपने मंसूबे पूरे कराते हैं।

उल्लेखनीय है कि करणवीर सिंह के विरुद्ध हत्या, विस्फोट, आतंकी फंडिंग, हथियार रखने तथा आतंकी षड्यंत्र रचने के गंभीर आरोप दर्ज हुए हैं। ऐसे दुर्दांत और पकड़ से दूर अपराधियों को अंतरराष्ट्रीय सहयोग से पकड़ा जाता है। इसके लिए उनके विरुद्ध पहले इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस जारी करता है।

दरअसल रेड कॉर्नर नोटिस इंटरपोल संधि से जुड़े देशों के कानून प्रवर्तन की दृष्टि से एक अनुरोध होता है। इसके अंतर्गत प्रत्यर्पण, आत्मसमर्पण अथवा ऐसी ही कोई कानूनी प्रक्रिया के पूरे होने तक किसी अपराधी को खोजने तथा उसे अस्थायी तौर पर हिरासत में रखने का प्रावधान शामिल है।

पिछले कुछ साल में इस गुट ने भारत तथा पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि कनाडा, अमेरिका तथा यूरोप सहित दुनिया के कई हिस्सों तक अपना संजाल बिछा लिया है। बताते हैं यह इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन सहितज कई अन्य प्रतिबंधित गुटों के साथ भी तालेमल करके चलता है। ऐसे कट्टर उग्रपंथी गुट को भारत, कनाडा, यूके, ईयू, जापान, मलेशिया तथा अमेरिका में प्रतिबंधित किया जा चुका है।

खालिस्तानी उग्रपंथी गुट बब्बर खालसा इंटरनेशनल 13 अप्रैल 1978 को अमृतसर में हुई हिंसक झड़पों के बाद अस्तित्व में आया था। उन झगड़ों में अखंड कीर्तनी जत्था तथा उसके विरोधी निरंकारी संलिप्त थे। बब्बर खालसा का हैडक्वार्टर पाकिस्तान के लाहौर शहर में बताया जाता है। इसमें संदेह नहीं है कि इसका गठन और बाद में इसका संचालन भारत में विस्फोटक और आतंकी कार्रवाइयों को करवाने वाली आईएसआई की देखरेख में होता आया है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को ऐसे प्रमाण मिले हैं जो बताते हैं कि आजकल इस गुट का सरगना 69 साल का वाधवा सिंह है। करणवीर इसी वाधवा सिंह का खासमखास बताया जाता है।

असल में यह बब्बर खालसा इंटरनेशनल गुट सबसे पुराने खालिस्तानी गुटों में से एक माना जाता है। अमृतसर के सुखदेव सिंह बब्बर तथा कपूरथला के तलविंदर सिंह परमार ने इस गुट को खड़ा किया था। ये दोनों 1970 के मई माह में कनाडा जा बसे थे। वहां से इन्होंने हत्याओं, पुलिस बलों पर हमलों तथा भीड़भाड़ वाली जगहों बम धमाकों को अंजाम दिया।

पिछले कुछ साल में इस गुट ने भारत तथा पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि कनाडा, अमेरिका तथा यूरोप सहित दुनिया के कई हिस्सों तक अपना संजाल बिछा लिया है। बताते हैं यह इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन सहितज कई अन्य प्रतिबंधित गुटों के साथ भी तालेमल करके चलता है। ऐसे कट्टर उग्रपंथी गुट को भारत, कनाडा, यूके, ईयू, जापान, मलेशिया तथा अमेरिका में प्रतिबंधित किया जा चुका है।

इसी बब्बर खालसा गुट के आतंकवादी रिंदा तथा लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा की जानकारी देने वाले को 10 लाख रुपये का ईनाम भी घोषित किया गया है।

Topics: बब्बर खालसाISIकनाडाInterpolIndiaखालिस्तानीKhalistaninoticebabbarkhalsaपाकिस्तानredcornerPakistanwarrentभारत
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

सुशांत कुमार मजूमदार  (File Photo)

अपहरणकर्ता मजहबियों से कैसे मुक्त हुए सुशांत मजूमदार? क्यों बांग्लादेश में आएदिन हिन्दुओं को किया जा रहा अगवा!

लालमोनिरहाट में बनी पाषाण कलाकृति को पहले कपड़े से ढका गया था, फिर स्थानीय प्रशासन के निर्देश पर मजदूर लगाकर ध्वस्त करा दिया गया

बांग्लादेश में मुक्ति संग्राम स्मारक तोड़कर ‘छात्र आंदोलन’ को ‘अमर’ बनाने में जुटी अंतरिम सरकार

कराची आर्ट्स काउंसिल जैसे प्रतिष्ठित मंच पर रामायण का मंचन होना एक साहसिक और सकारात्मक कदम है

कराची की रामलीला, राम बने अश्मल तो वक्कास अख्तर बने लक्ष्मण, आमिर बने दशरथ तो जिबरान ने निभाई हनुमान की भूमिका

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और जनरल असीम मुनीर: पाकिस्तान एक बार फिर सत्ता संघर्ष के उस मोड़ पर खड़ा है, जहां लोकतंत्र और सैन्य तानाशाही के बीच संघर्ष निर्णायक हो सकता है

जिन्ना के देश में तेज हुई कुर्सी की मारामारी, क्या जनरल Munir शाहबाज सरकार का तख्तापलट करने वाले हैं!

Canada Khalistan Kapil Sharma cafe firing

खालिस्तानी आतंकी का कपिल शर्मा के कैफे पर हमला: कनाडा में कानून व्यवस्था की पोल खुली

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ए जयशंकर, भारत के विदेश मंत्री

पाकिस्तान ने भारत के 3 राफेल विमान मार गिराए, जानें क्या है एस जयशंकर के वायरल वीडियो की सच्चाई

Uttarakhand court sentenced 20 years of imprisonment to Love jihad criminal

जालंधर : मिशनरी स्कूल में बच्ची का यौन शोषण, तोबियस मसीह को 20 साल की कैद

पिथौरागढ़ में सड़क हादसा : 8 की मौत 5 घायल, सीएम धामी ने जताया दुःख

अमृतसर : स्वर्ण मंदिर को लगातार दूसरे दिन RDX से उड़ाने की धमकी, SGPC ने की कार्रवाई मांगी

राहुल गांधी ने किया आत्मसमर्पण, जमानत पर हुए रिहा

लखनऊ : अंतरिक्ष से लौटा लखनऊ का लाल, सीएम योगी ने जताया हर्ष

छत्रपति शिवाजी महाराज

रायगढ़ का किला, छत्रपति शिवाजी महाराज और हिंदवी स्वराज्य

शुभांशु की ऐतिहासिक यात्रा और भारत की अंतरिक्ष रणनीति का नया युग : ‘स्पेस लीडर’ बनने की दिशा में अग्रसर भारत

सीएम धामी का पर्यटन से रोजगार पर फोकस, कहा- ‘मुझे पर्यटन में रोजगार की बढ़ती संख्या चाहिए’

बांग्लादेश से घुसपैठ : धुबरी रहा घुसपैठियों की पसंद, कांग्रेस ने दिया राजनीतिक संरक्षण

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies