अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आज संपन्न हुए दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष, सचिव एवं संयुक्त-सचिव पदों पर प्रचंड मतों से जीत दर्ज की है। ABVP पैनल से अध्यक्ष पद प्रत्याशी तुषार डेढ़ा ने 3115 वोटों से, सचिव पद प्रत्याशी अपराजिता ने 12937 वोटों से तथा संयुक्त-सचिव पद प्रत्याशी सचिन बैसला ने 9995 वोटों के बड़े अंतर से डूसू चुनाव में जीत दर्ज की है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जीत के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थियों को धन्यवाद दिया है और कहा है कि जिन मुद्दों को हमने घोषणापत्र में उठाए हैं उन्हें जल्द पूरा करने का काम करेंगे।
ABVP पैनल से अध्यक्ष पद पर जीते प्रत्याशी तुषार डेढा ने कहा कि,” एबीवीपी द्वारा डीयू में किए गए पिछले कामों एवं परिसर में निरंतर सक्रियता के कारण हमारे पैनल ने यह जीत दर्ज की है। 4 वर्षों बाद छात्रसंघ चुनावों का होना और एबीवीपी का इतने बड़े अंतर से जीत दर्ज करना यह दर्शाता है कि एबीवीपी हमेशा सभी छात्रों की समस्याओं के निदान हेतु सदैव तत्पर रही है।”
ABVP पैनल से सचिव पद पर जीती प्रत्याशी अपराजिता ने कहा कि,” वूमेन कैंडिडेट के रूप में मुझे सबसे ज्यादा अंतर से जीत प्राप्त हुई है और यह दर्शाता है कि एबीवीपी जो महिला संबंधी मुद्दों को मुखरता से उठा रही है और लगातार परिसर में छात्राओं के लिए कार्य कर रही है यह भारी मतों से जीत उसी का नतीज़ा है। एबीवीपी डीयू की गर्ल्स स्टूडेंट्स के मुद्दों पर प्रमुखता से कार्य करेगी”
ABVP पैनल से संयुक्त-सचिव पद पर जीते प्रत्याशी सचिन बैसला ने कहा कि,”संयुक्त-सचिव के पद पर मुझे भारी अंतर से जीत प्राप्त हुई है, हमनें मनोवैज्ञानिक समस्याओं के निदान हेतु माइंडफुलनेस सेंटर की स्थापना, नए हॉस्टलों का निर्माण तथा अन्य मुद्दों पर जल्द काम करेंगे। एबीवीपी की जीत आम छात्रों की जीत है, इस जीत से उनके लिए कार्य करने को हमेशा समर्पित रहूंगा।”
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दिल्ली के प्रदेश मंत्री हर्ष अत्री ने कहा कि,”यह चुनाव एबीवीपी जैसे छात्र संगठन तथा कांग्रेस जैसी राजनीतिक पार्टी से हो रहा था। पूरी कांग्रेस स्टूडेंट्स यूनियन के चुनाव में लग गई थी। फिर भी जीत नहीं हासिल हुई। एबीवीपी ने कांग्रेस को बुरी तरह से पटकनी दी है, चुनाव के दौरान NSUI ने काफी हिंसा की है और उसी का जवाब आज उन्हें छात्रों द्वारा मिला है। एबीवीपी एक जिम्मेदार छात्र संगठन के रूप में विद्यार्थियों के मुद्दों को हमेशा से उठाती आई है। डीयू के स्टूडेंट्स को एबीवीपी को चुनने के लिए धन्यवाद।”
टिप्पणियाँ