स्वर्ण जयंती वर्ष के स्थान पर स्वर्णिम वर्ष भी कह सकते हैं। ग्राहकों की समस्याओं पर कार्य करने वाले पहले भी थे, परंतु ग्राहक को लेकर संपूर्ण अर्थ जगत का चिंतन करने वाला ग्राहक पंचायत पहला संगठन है।
गत दिनों समालखा (हरियाणा) में अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के स्वर्ण जयंती वर्ष का उद्घाटन समारोह आयोजित हुआ। इसमें देशभर से 800 पदाधिकारी शामिल हुए। उद्घाटन सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत का सान्निध्य मिला। केंद्रीय उपभोक्ता कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे विशिष्ट अतिथि थे।
मंच पर इस्कॉन (बड़ौदा) के प्रमुख स्वामी नित्यानंद जी, स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह समिति के अध्यक्ष अशोक पांडे और ग्राहक पंचायत के अध्यक्ष नारायण भाई शाह भी विराजमान थे।
श्री मोहनराव भागवत ने कहा कि ग्राहकों की समस्याओं को लेकर ग्राहक पंचायत ने जो कार्य किए हैं, उसके अनुसार हम इसे स्वर्ण जयंती वर्ष के स्थान पर स्वर्णिम वर्ष भी कह सकते हैं। ग्राहकों की समस्याओं पर कार्य करने वाले पहले भी थे, परंतु ग्राहक को लेकर संपूर्ण अर्थ जगत का चिंतन करने वाला ग्राहक पंचायत पहला संगठन है। ग्राहक दर्शन देना, उसे अनुभव की कसौटी पर परख कर समाज जीवन में ले जाना आसान कार्य नहीं है, परंतु ग्राहक पंचायत ने यह कर दिखाया है। संपूर्ण समाज ग्राहक है।
अश्विनी चौबे ने कहा कि जहां अर्थ है, वहां ग्राहक है। इस दृष्टिकोण से ग्राहक पंचायत का कार्य महत्वपूर्ण है। कुछ दिन पहले हमने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ग्राहकों को लाभ देने वाली एक योजना प्रारंभ की है। उनके उत्पाद को हमने किसानों से सीधे खरीद कर ग्राहकों तक पहुंचाना शुरू किया है।
इस योजना में श्रीअन्न को भी सम्मिलित किया गया है। यदि यह प्रयोग सफल हुआ तो सरकार देश के सभी ग्राहकों के घरों तक किसानों के उत्पादों को सीधे पहुंचाने का कार्य करेगी।
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