देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने सनातन धर्म पर सवाल उठाने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सनातन के बारे में ये विपक्षी नेता दो लाइन पढ़ लें। सनातन धर्म हजारों साल पुराना है, इसे न मुगल मिटा सके, न अंग्रेज, न पुर्तगाली। सनातन हमेशा था और रहेगा और हम इसे मिटने भी नही देंगे।
सीएम ने अपने जन्मदिवस पर कहा, “आज मैं बहुत ही भावुक हूं आपने मेरे जन्म दिवस पर जो मुझे दुआएं दी है, सच मानिए आपकी इन दुआओं से ही मुझे हौंसला मिलता है कि मैं आपकी, आपके बुजुर्गो की, इस राज्य के देव तुल्य लोगों की सेवा कर सकूं” सीएम ने कहा, “आपने आज जरूरतमंदों के लिए निस्वार्थ रक्त दान किया, आपने आज महादान दिया है। रक्त दान ही महादान है। रक्त दान ऐसा दान है जिससे सीधे व्यक्ति की जान बचती है, आप के रक्त से किसी को नई जिंदगी मिलती है। आपने जो ये महादान किया और मेरे जन्मदिन पर किया इससे मैं हमेशा याद रखूंगा। आपका स्नेह आपका प्यार ही मेरा आत्मबल है, इसलिए मैं आज भावुक हूं।”
सीएम धामी ने कहा कि बहुत सी माताएं-बहनें आज मेरे लिए दीप जला रही हैं। भारतीय जनता महिला मोर्चा की बहनों की दुयाएं मेरे साथ-साथ रहती है, मुझे भी हमेशा लगता है कि मेरा कितना बड़ा परिवार हो गया है। बड़े बुजुर्ग आशीर्वाद दे रहे हैं, पार्टी के कार्यकर्ता आज किसी न किसी रूप में सेवा कार्य कर रहे हैं। मैं उन सभी कार्यकर्ताओं का हृदय की गहराइयों से आभार प्रकट करता हूं। उन्होंने कहा कि युवा मोर्चा के युवा रक्तदान कर रहे हैं, कोई गरीबों में फल बांट रहा है, कोई दवा बांट रहा है तो कोई पेड़ लगा रहा है। मेरे लिए ये दुआओं का दिन है। इसलिए मैं थोड़ा भावुक हूं।
आज का दिन ऐसा है कि मुझे प्रतिपक्ष के लोगों ने भी दुआ दी, आशीर्वाद दिया, शुभकामनाएं दी, मैं उनका भी शुक्र गुजार हूं। यह एक स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा है, जिसे अपनाया जाना चाहिए। एक-दूसरे का सम्मान करेंगे तो दुआ तो मिलेगी ही। सीएम ने कहा ये उत्तराखंड की सनातन देवभूमि हमें यही संस्कार देती है कि सबका साथ सबका विकास होगा तो निश्चित है कि हमें दुआ मिलेगी और दुआओं में अपनेपन की ताकत होती है। मेरा सौभाग्य है कि मैं इस देवभूमि उत्तराखंड जोकि विश्व की आध्यात्मिक राजधानी है, इसका प्रथम सेवक हूं, देवी-देवताओं का सेवक हूं, आप देवतुल्य जनता का सेवक हूं, आपकी सेवा करने के लिए ही मुझे आदेश हुआ है ये ऐसे ही नहीं मिलता, कोई न कोई दुआ, कोई न कोई ईश्वरीय आदेश इसके पीछे होता है। मैं इतना जानता हूं कि मैं एक सेवा का माध्यम मात्र हूं, कोई न कोई शक्ति मुझसे आपकी सेवा करवा रही है।
सीएम ने कहा कि मैं सनातनी हूं, मैं देवी-देवताओं में विश्वास रखने वाला व्यक्ति हूं, हालांकि इस विषय पर मैं कई बार कह चुका हूं। इन दिनों दक्षिण भारत के कुछ राजनेता हमारे सनातन धर्म के विषय में उल्टा सीधा बोल जाते हैं, उन्हें मैं कहना चाहता हूं कि यहां मुगल आए, अंग्रेज आए, पुर्तगाली आए अपने धर्म को हम पर जबरन थोपने आए बावजूद इसके सनातन धर्म कायम रहा। सनातन वो धर्म है जो हजारों साल पहले था जो कभी न मिटा है और जो कभी न मिटेगा और न ही हम इसे कभी मिटने देंगे। वो धर्म जरूर निपट जायेंगे जो इस पर अब कोई चोट करेंगे।
सीएम ने कहा हमे अपने सनातनी होने पर गर्व है, सनातन ही इस राज्य का इस भारत देश का धर्म है। जिसमें हर धर्म के लोगों को समाहित करने की क्षमता और परपंरा भी रही है। इसलिए सनातन का अपमान करने से पहले इसके बारे में जरा दो शब्द पढ़़ लीजिए। आज मुझे कोई राजनीतिक बात नहीं कहनी है आज का दिन मेरा नहीं आपका का है। आपसे मैं हूं। इसलिए आपकी दुआएं मुझे हमेशा चाहिए। जब वो साथ- साथ चलती है न तो सकून मिलता है हौंसला मिलता है। इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काऊ, जिलाध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल, कुलदीप बडोला आदि मौजूद रहे। वहीं आज तीन सौ युवाओं ने रक्तदान किया है।
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