कराची की रहने वाली एरिका रॉबिन पाकिस्तान की पहली मिस यूनिवर्स बनी हैं। हालांकि किसी भी देश के लिए यह लम्हा बहुत ही खुशी का होता है क्योंकि इसके बाद वह प्रतिभागी विश्व सुन्दरी, या मिस यूनिवर्स जैसी सौन्दर्य प्रतियोगिताओं में जाती है, जहां सौन्दर्य के मापदंडों के आधार पर पूरे विश्व से आई सुंदरियों में से एक को विजेवा चुना जाता है। भारत की ओर से कई सुंदरियां इन प्रतियोगिताओं में जीत चुकी हैं।
मगर भारत से ही टूटकर अलग हुआ पाकिस्तान इन दिनों उबल रहा है। वहां पर बवाल इसलिए मचा हुआ है क्योंकि यूएई के व्यापारी समूह यूजेन पब्लिशिंग एंड मार्केटिंग ने पाकिस्तान के नाम पर एक सौन्दर्य प्रतियोगिता अक आयोजन कराया था। इस प्रतियोगिता में विजयी होने वाली सुन्दरी को मिस यूनिवर्स में पाकिस्तान की ओर से प्रतिभागिता का अवसर मिलेगा। पाकिस्तान के इतिहास में यह पहली बार होगा कि जब कोई भी पाकिस्तानी लड़की मिस यूनिवर्स में भाग लेगी। इस प्रतिस्पर्धा में पाकिस्तान की कराची की रहने वाली एरिका रॉबिन को विजेता चुना गया, जिन्होंने अपने इन्स्टाग्राम प्रोफाइल पर लिखा कि उन्हें पहली मिस यूनिवर्स पाकिस्तान बनकर बहुत ही प्रसन्नता और सम्मान का अनुभव हो रहा है और वह पाकिस्तान की सुन्दरता को बताना चाहती है। उन्होंने कहा कि उनके देश की एक खूबसूरत संस्कृति है, जिसके विषय में मीडिया बात नहीं करता है, पाकिस्तानी लोग बहुत उदार, दयालु और मेहमाननवाज होते हैं।
मीडिया पाकिस्तान की किस विशेषता के विषय में बात करता है, यह एरिका से पूछा जाना चाहिए था, क्योंकि पाकिस्तान से वही स्वर उठ रहे हैं, जिनके विषय में मीडिया बात करता है अर्थात मजहबी कट्टरता के। जैसे ही एरिका रॉबिन के मिस यूनिवर्स की खबर सोशल मीडिया पर छाई, वैसे ही पाकिस्तान की जनता में उबाल आ गया। उन्हें यह सब अपनी तहजीब के विरुद्ध साज़िश लगने लगी। उन्हें यह लगने लगा कि यह सब गलत हो रहा है। कट्टरपंथियों ने सरकार को घेरते हुए कहा कि क्या यह सब सरकार की मर्जी से हो रहा है? क्या यह सब सरकार द्वारा किया जा रहा है? इस विषय पर इस सीमा तक शोर मचाया गया कि सरकार को इसमें हस्तक्षेप करना पड़ा और मालदीव में एक रिसोर्ट में हुई इस प्रतियोगिता के विषय में छानबीन करनी पड़ी और यह स्पष्टीकरण देना पड़ा कि इस प्रतिस्पर्धा से सरकार का कोई लेनादेना नहीं है।
हालांकि यह कहा जा सकता है कि इस प्रतिस्पर्धा से सरकार का कोई लेना देना नहीं है, परन्तु यह भी सच है कि इस प्रतिस्पर्धा के विषय में चर्चाएँ थीं और जब प्रविष्टियाँ माँगी गईं होंगी तभी तो इन महिलाओं ने भाग लिया होगा और यह भी सच है कि किसी भी देश के मिस यूनिवर्स ताज के लिए उस देश की सरकार की अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है। मिस यूनिवर्स ऑर्गनिज़शन की वेबसाईट पर जाने से यह पता चलता है कि नेशनल डायरेक्टर बनने या कहें उस देश के विषय में फ़्रैन्चाइज़ी लेने के लिए देश की अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है। यह एक निजी प्रतियोगिता है और जिसमें मिस पाकिस्तान यूनिवर्स के नाम की फ़्रैन्चाइज़ी युजेन ग्रुप के पास है। जिसने पाकिस्तानी महिलाओं के मध्य इस प्रतियोगिता का आयोजन कराया और जिसके चलते यह हंगामा हो रहा है।
इस प्रतियोगिता से पहले इस समूह ने यह लिखा कि यह पहली बार होने जा रहा है कि एक सशक्त महिला पाकिस्तान का नाम अपने दिल से लेकर जाएगी। यह भी ध्यान देने योग्य है कि बहरीन एवं मिस्र में भी इन देशों की सुंदरियों के बीच प्रतिस्पर्धा की फ्रेंचाईजी इसी समूह के पास है। अत: यह ध्यान में रखना होगा कि मिस पाकिस्तान यूनिवर्स का आयोजन पाकिस्तान की सरकार ने नहीं कराया है और यही बात सरकार ने कही, जब कट्टरपंथी समूहों ने और कट्टरपंथी लोगों ने इस बात पर हंगामा किया। आनन-फानन में बैकफुट पर आई सरकार ने आईबी को जांच सौंपी और सूचना मंत्री ने यह स्पष्ट किया कि सरकार ने किसी को भी इस सौन्दर्य प्रतियोगिता में नामित नहीं किया है।
twitter और अब X पर अपनी बात रखते हुए मंत्री ने लिखा कि “पाकिस्तान सरकार और राज्य का प्रतिनिधित्व राज्य और सरकारी संस्थानों द्वारा किया जाता है। हमारी सरकार ने ऐसी किसी भी गतिविधि के लिए किसी भी गैर-राज्य या गैर-सरकारी व्यक्ति या संस्था को नामित नहीं किया है, न ही ऐसा कोई व्यक्ति या संस्था राज्य या सरकार का प्रतिनिधित्व कर सकती है।“
जब यह बात निकलकर आई कि यह प्रतियोगिता यूएई के एक समूह ने पाकिस्तान के नाम पर आयोजित की है तो कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवार-उल-हक कक्कड़ ने विदेश कार्यालय को यूएई सरकार से संपर्क करने का निर्देश दिया है और उस व्यापारी समूह के विषय में पूछा है कि कैसे उसने बिना सरकार की अनुमति के यह सौन्दर्य प्रतियोगिता आयोजित कराई है’। यह अपने आप में विरोधाभासी तथ्य है कि जहां मिस पाकिस्तान यूनिवर्स बनी एरिका रॉबिन पाकिस्तान की सच्ची तस्वीर मीडिया के सामने लाना चाहती हैं, वहीं उनके चयन के बहाने पाकिस्तान की वही तस्वीर सामने आ रही है, जो उसकी है अर्थात कट्टरपंथियों के सामने घुटने टेकने की!
इधर पाकिस्तान में आलिया शाह नामक यूट्यूबर ने कहा कि हमारा पड़ोसी मुल्क चंद्रयान 3 भेजकर चाँद पर पहुँच चुका है और मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता आने के बाद से ही भारत की लड़कियां इसमें भाग ले रही हैं। वहां किसी को इससे प्रोब्लम नहीं है।
टिप्पणियाँ