बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने एक बार फिर रामचरितमानस पर बेहद आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने रामचरितमानस की तुलना जानलेवा पोटेशियम साइनाइड से की है। हिंदी दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि 55 तरह का व्यंजन परोस कर उसमें पोटेशियम साइनाइड मिला दीजिए तो क्या होगा, हिंदू धर्म ग्रंथ का हाल भी ऐसा ही है।
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने इस दौरान यह भी कहा कि कई लेखकों ने भी इसको कहा है, बाबा नागार्जुन और लोहिया ने भी टिप्पणी की है। रामचरितमानस को लेकर मेरी आपत्ति है और जीवन भर रहेगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि जब तक गटर में उतरने वालों की जातियां नहीं बदली जाएंगी, तब तक इस देश में आरक्षण और जातीय गणना की जरूरत पड़ती रहेगी।
बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं है जब उन्होंने इस तरह का बयान दिया है। इस साल जनवरी माह में नालंदा ओपन विश्वविद्यालय में उन्होंने कहा था कि मनुस्मृति में समाज की 85 फीसदी आबादी वाले बड़े तबके के खिलाफ गालियां दी गईं हैं। रामचरितमानस के उत्तर कांड की चौपाइयों पर भी उन्होंने सवाल उठाया था। साथ ही रामचरितमानस को नफरत बोने वाला ग्रंथ बताया था।
इतनी समस्या है तो कन्वर्जन कर लें – बीजेपी
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव के बयान को लेकर बीजेपी ने प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, ‘रामचरितमानस पर चंद्रशेखर लगातार जहरीला बयान दे रहें हैं क्या नीतीश कुमार को ये सुनाई नहीं पड़ रहा? नीतीश कुमार लगातार सनातन का अपमान करवा रहे हैं, मंत्री को अगर इतनी ही समस्या है तो धर्म परिवर्तन कर लें।’
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