पटना। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने शुक्रवार को कहा कि आईएनडीआईए गठबंधन सनातन को कमजोर करने के लिए बना है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का जो गठबंधन हुआ है इसका असली मकसद है भारत के हिंदुत्व को कमजोर करना। साथ ही सनातन संस्कृति के खिलाफ जाकर काम करना। विपक्षी गठबंधन का मकसद ही हमारी सभ्यता और संस्कृति को बर्बाद करना है।
हिमंत बिस्व सरमा बिहार के नालंदा में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने राजधानी पटना पहुंचे। यहां पत्रकारों ने उनसे सनातन संस्कृति पर दिए जा रहे विवादित बयानों को लेकर सवाल किया। इस पर उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन का मकसद ही सनातन संस्कृति को खत्म करना है। मुम्बई की बैठक में इन्होंने तय किया है कि देश से सनातन संस्कृति को खत्म कर देना है।
हिमंत ने कहा कि देश में आगामी लोकसभा चुनाव राष्ट्रीयता की लड़ाई होगी। यह चुनाव सिविलाइजेशन की लड़ाई होगी। इसमें हमारी सभ्यता और संस्कृति की लड़ाई होगी। मुझे विश्वास है कि हमारे भारत के लोग सनातन संस्कृति को सुरक्षित रखेंगे। इस बार उनको यह मालूम चल जाएगा कि सनातन के बारे में बोलना उनके लिए कितना हानिकारक है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले विपक्षी दलों के अपने गठबंधन का नाम आईएनडीआईए रखे जाने के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व सरमा ने अपने ट्विटर बायो से इंडिया नाम हटाकर भारत कर लिया। इसके बाद उन्होंने ट्वीट किया कि ‘हमारा सभ्यतागत संघर्ष इंडिया और भारत के इर्द-गिर्द केंद्रित है। अंग्रेजों ने हमारे देश का नाम इंडिया रखा। हमें खुद को औपनिवेशिक विरासतों से मुक्त करने का प्रयास करना चाहिए। हमारे पूर्वज भारत के लिए लड़े और हम भारत के लिए काम करते रहेंगे। भारत के लिए भाजपा।’
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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