संयुक्त अरब अमीरात से एक सुखद समाचार मिला है; वहां के उप प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के उस दुष्प्रचार को अपनी तरफ से तार—तार किया है जो वह जम्मू—कश्मीर को लेकर 1947 से ही करता आ रहा है। खाड़ी देश के उप प्रधानमंत्री सैफ बिन जायद अल नाहयान ने एक नक्शा जारी किया है जिसमें उन्होंने अधिकृत रूप से पूरे जम्मू—कश्मीर को भारत का अंग दिखाया है।
कभी यह खाड़ी देश इस्लाम की वजह से पाकिस्तान के बहुत करीबी माना जाता रहा है। लेकिन अब सरकार के स्तर से जारी हुए नक्शे में पाकिस्तान अधिक्रांत जम्मू—कश्मीर (पीओजेके) को भारत का अभिन्न हिस्सा दिखाना बताता है कि नए भारत पर दुनिया भरोसा करने लगी है। भारतीय संसद का 1994 का प्रस्ताव भी है कि पीओजेके से पाकिस्तान के अवैध कब्जे को हटाकर भारत को पुन: अखंड बनाना है।
उल्लेखनीय है इस कदम से यह बात साफ होती है कि जम्मू—कश्मीर के विषय पर पाकिस्तान के फैलाए झूठ से अब संभवत: उसके इस्लामी ‘मित्र’ किनारा करने लगे हैं। वह अलग—थलग पड़ चुका है। तुर्किए के राष्ट्रपति एर्दोगन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपनी मुलाकात के दौरान जिस तरह का अंदाज दिखाया उससे भी लगता है कि वह देश भी कंगाल पाकिस्तान से एक दूरी बनाने की ओर है। अब संयुक्त अरब अमीरात ने अधिकृत तौर पर भारत का पीओजेके सहित नक्शा सार्वजनिक मंच पर प्रदर्शित करते बता दिया है कि वह पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू—कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग ही मानता है। ये संकेत इस्लामी मजहबी जुनून में डूबे पाकिस्तान के सत्ता अधिष्ठान के लिए एक बड़ा गहरा झटका माने जा रहे हैं।
في شرق الارض وغربها وين ما حل
حل السلام و جاوبته القيادات
الارض ظللها مدى حكمته ظل
لين انطوى الراي لزعيم الامارات“شكراً شكراً شكراً.. لا أعتقد أننا سنكون هنا لولاك”
ما قاله الرئيس الأمريكي لسيدي صاحب السمو الشيخ محمد بن زايد، أثناء الاعلان عن مشروعات الممر الاقتصادي لربط الهند… pic.twitter.com/OwZkPjQtSs— سيف بن زايد آل نهيان (@SaifBZayed) September 9, 2023
नई दिल्ली में जी20 सम्मेलन के दौरान भारत के प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर भारत—मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे की बुनियाद रखी गई थी। गलियारे की इस योजना में सऊदी अरब तथा अमेरिका भी भागीदार हैं। नाहयान ने उस पर बना एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। रूस सहित पश्चिमी मीडिया ने इस गलियारे को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं दी हैं।
भारत में एक मीडिया के वर्ग में आईं रिपोर्ट बताती हैं कि संयुक्त अरब अमीरात के उप प्रधानमंत्री जायद अल नाहयान ने हाल ही में भारत की राजधानी नई दिल्ली में हुए जी—20 शिखर सम्मेलन पर बना एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया। इस अधिकृत वीडियो में भारत-मध्य पूर्व और यूरोप के बीच प्रस्तावित आर्थिक गलियारे को विस्तार से प्रदर्शित किया गया है। नाहयान के अपने ट्विटर हैंडल से जारी किए गए इस वीडियो में जो नक्शा है उसमें संपूर्ण जम्मू—कश्मीर भारत का अभिन्न अंग दिखाया है। इस नक्शे से स्पष्ट है कि इसमें पीओजेके तथा अक्साई चिन के हिस्से भी हैं।
इस नक्शे से पाकिस्तान के माथे पर भले ही बल पड़ रहे हैं, लेकिन भारत का इस बारे में कोई संदेह कभी नहीं रहा है कि पाकिस्तान ने हमारे जम्मू—कश्मीर का एक हिस्सा कब्जाया हुआ है जिसे खाली कराना है। भारत ने यह बात पूरे तथ्यों के साथ हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर रखते हुए पाकिस्तान को अनेक मौकों पर बेपर्दा किया है। पिछले ही दिनों में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी एक कार्यक्रम में यह बोले थे कि पीओजेके भारत का अभिन्न अंग है और सदा रहेगा। पाकिस्तान का उस पर अवैध कब्जा अस्वीकार है।
इन परिस्थितियों यूएई के उप प्रधानमंत्री नाहयान द्वारा पूरी जिम्मेदारी से अपने देश का यह मत स्पष्ट करना पाकिस्तान के मुंह पर करारे तमाचे की तरह देखा जा रहा है। नई दिल्ली में जी20 सम्मेलन के दौरान भारत के प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर भारत—मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे की बुनियाद रखी गई थी। गलियारे की इस योजना में सऊदी अरब तथा अमेरिका भी भागीदार हैं। नाहयान ने उस पर बना एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। रूस सहित पश्चिमी मीडिया ने इस गलियारे को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं दी हैं।
पिछले वर्ष भारत के आह्वान पर जम्मू—कश्मीर में संयुक्त अरब अमीरात की एक बड़ी कंपनी ने एक बड़ी राशि का निवेश किया है। दुबई की यह कंपनी ‘एम्मार’ ने श्रीनगर में एक बड़ा मॉल बनाने का ठेका हासिल कर चुकी है। 10 लाख वर्ग किलोमीटर भूखंड पर बनने जा रहे इस मॉल को लेकर श्रीनगरवासी उत्साहित हैं।
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