पाञ्चजन्य की ओर से आज ‘आधार Infra Confluence 2023’ कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली स्थित होटल ली मेरिडियन में हुआ।कार्यक्रम के अंतिम सत्र में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी शामिल हुए, जहां उनसे पूछा गया कि आप खुद रिकॉर्ड बनाते हैं और फिर उसे तोड़ते भी खुद ही हैं। इस पर उन्होंने कहा कि रिकॉर्ड सिर्फ मैेंने नहीं, बल्कि ठेकेदार, इंजीनियर सभी मिलकर बनाए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि समन्वय, सौहार्द, सहिष्णुता ये सारी बातें मैंने संगठन में सीखी है और उसी को अपने कार्य में इम्पलीमेंट किया।
मंत्री ने कहा कि सुदर्शन जी कहते थे कि इस देश का किसान पेट्रोल-डीजल का पर्याय दे सकता है। आज लोगों को यह विश्वास है कि हमारे देश का किसान बायो इथेनॉल तैयार कर सकता है। आने वाले दो-तीन साल बाद हवाई जहाज किसानों के द्वारा तैयार ईंधन से चलेंगे। हमें भारत को दुनिया का नंबर एक ऑटोमोबाइल उत्पादन वाला देश बनाना है। देश में इलेक्ट्रिक हाईवे बन रहा है। ट्रक भी इलेक्ट्रिक वाले चलेंगे। नितिन गडकरी ने कहा कि इकोलॉजी और एनवायरनमेंट को प्रोटेक्ट करना हमारा मुख्य उद्देश्य है। मेरा सभी से आग्रह है कि आप लोग डीजल से जल्दी शिफ्ट कर जाएं।
दिल्ली में कचरे की राजनीति है या राजनीति का कचरा है। इस सवाल पर मंत्री ने कहा कि मैं स्वच्छता अभियान चलाना चाहता हूं, अब इसका आप चाहे राजनीतिक मतलब निकालिए या स्वच्छता का। मंत्री ने कहा कि पहले हम भाषणों में कश्मीर से कन्याकुमारी की बात करते थे। आज हमारी सरकार ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक सड़क बना दी है। कोई भी आसानी से जा और आ सकता है। उन्होंने कहा कि विकास से संबंधित मैं सभी का कार्य करता हूं। सही काम किसी का रुकना नहीं चाहिए और गलत काम किसी का होना नहीं चाहिए, मैंने संघ से यही सीखा है। साथ ही बताया कि जितनी विपक्ष की पार्टिया हैं, मैं किसी को भी कोई काम बोलता हूं वो मना नहीं करता है।
नितिन गडकरी ने कहा कि हम तीन फॉर्मूले पर काम कर रहे हैं। कार्पोरेशन, कम्युनिकेशन और को-ऑपरेशन। उन्होंने कहा कि सड़कों के निर्माण से किसानों को फायदा होगा। रोजगार मिलेगा, आर्थिक विकास होगा, जीडीपी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि 2024 जब समाप्त होगा तब हम सड़क परिवहन के मामले में अमेरिका के बराबर होंगे। इस दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि हम भारत को ऑटोमोबाइल्स का मैनुफैक्चरिंग हब बनाएंगे। लाखों युवाओं को नौकरी देंगे। दुनिया के देशों में हमारे देश की गाड़ियां जाएंगी। उन्होंने कहा कि हम ऊर्जा आयात नहीं निर्यात करने वाले बनेंगे। हम हाइड्रोजन का निर्यात करने वाले बनेंगे। उन्होंने कहा कि अच्छी रोड होने की वजह से तीर्थाटन करने वालों की संख्या चार गुना बढ़ेगी। हमारी कोशिश है कि सभी तीर्थ स्थलों तक बेहतर सड़क हो।
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