लखनऊ। भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या के कायाकल्प का कार्य मोदी-योगी सरकार में तेज गति से जारी है। अयोध्या में दिन-प्रतिदिन बदलाव देखने को मिल रहे हैं। आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं को कई सुविधाएं मिलें, इसके लिए केंद्र सरकार के साथ योगी सरकार भी प्रयासरत है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम भी लगभग पूरा हो गया है।
जिलाधिकारी नितीश कुमार के अनुसार मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के सभी कार्यों को तीन चरणों में किया जाना है। इसके लिए परियोजना में शामिल कुल 821 एकड़ भूमि अर्जन का शतप्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है। इसी के साथ ही एयरपोर्ट के फेज–वन के रनवे का कार्य भी शतप्रतिशत पूर्ण हो चुका है। यहां नाइट लैंडिंग व कोहरे एवं धुंध में लैंडिंग की सुविधाओं का कार्य भी शतप्रतिशत पूर्ण हो गया है। एयरपोर्ट के संचालन के लिए आने वाली रुकावटों को दूर कर दिया गया है।
भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण के एयरक्राफ्ट द्वारा एयरपोर्ट के परिचालन से पूर्व एयरपोर्ट पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) में शामिल विभिन्न घटकों यथा लोकलाइजर, ग्लाइड पथ, मार्कर, डी.एम.ई. आदि का कैलिब्रेशन भी किया जा चुका है। जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन टर्मिनल बिल्डिंग एवम् निर्माणाधीन एप्रेन आदि का निरीक्षण किया है। निरीक्षण के दौरान एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि टर्मिनल बिल्डिंग का 78% से अधिक कार्य पूर्ण कर लिया गया है शेष कार्यों को तीव्र गति से रोजाना दो शिफ्ट में कराया जा रहा है। एक एप्रेन चार एयरक्राफ्टों के पार्किंग की सुविधा का शत प्रतिशत कार्य पूर्ण है तथा दूसरे एप्रेन चार एयरक्राफ्ट पार्किंग की सुविधा के कार्य को तेजी से किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने सभी शिफ्टों में अधिक से अधिक मानव संसाधन एवं मशीनरी लगाकर समस्त कार्यों को अपेक्षित समय में पूर्ण करने के निर्देश दिए। एयरपोर्ट परिचालन के सभी मानकों को पूरा करते हुए इसी कैलेंडर वर्ष में एयरपोर्ट का संचालन प्रारंभ कर दिये जाने की योजना है।
नवंबर में शुरू होगी उड़ान
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निदेशक विनोद कुमार ने बताया कि भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले यहां से उड़ान को नवंबर माह से शुरू कर दिया जाएगा। पहले चरण में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद के लिए उड़ान शुरू करने की योजना है। इसके बाद यात्रियों की आमद और मांग को देखते हुए अन्य बड़े शहरों के लिए उड़ानें शुरू की जाएंगी।
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