भारत मंडपम से आलोक गोस्वामी
G20 शिखर सम्मेलन के पहले सत्र में जलवायु परिवर्तन पर विशद् चर्चा हुई। इसमें सभी सदस्य देशों ने साथ मिलकर इस चुनौती से लड़ने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। स्पेन की प्रथम उप राष्ट्रपति नादिया ने भारत को जी20 के प्रभावी नेतृत्व के लिए बधाई दी।
सत्र के बाद, स्पेन की प्रथम उप राष्ट्रपति नादिया कालवीनो ने पांचजन्य से से विशेष बातचीत करते हुए कहा कि पहले सत्र में हमने एक बहुपक्षीय विश्व की आवश्यकता पर बल दिया। हमने इस बात को भी दृढ़ता से रखा है कि हमारे अंदर मिलकर दुनिया की जलवायु परिवर्तन सरीखी सभी चुनौतियों से लड़ने की ताकत है। पहले सत्र में इस दृष्टि से चर्चा बहुत महत्वपूर्ण रही। इसके साथ ही हमने अफ्रीकी संघ को भी जी20 में सम्मिलित किया है।
सहमति बनी कि एक संयुक्त संधि जारी की जाए जिसमें इस बात का आश्वासन हो कि जलवायु परिवर्तन पर पेरिस और दूसरे अंतरराष्ट्रीय जलवायु सम्मेलनों में तय हुए लक्ष्यों को पाने के लिए काम करेंगे। सबने आने वाले सीओपी सम्मेलन के लिए गंभीरता से काम करने की बात कही। उसमें जो भी लक्ष्य तय होंगे उन पर गंभीरता से चला जाएगा जिससे कि नवीकरणीय उर्जा के रास्ते पर बढ़ा जा सके।
नादिया ने पांचजन्य से बात करते हुए बताया, ‘मैंने भारत को जी20 की अध्यक्षता को बहुत प्रभावी नेतृत्व देते हुए साल भर के आयोजनों के लिए बधाई दी’। स्पेन की प्रथम उपराष्ट्रपति नादिया ने कहा कि सत्र में इस बात पर सहमति बनी कि एक संयुक्त संधि जारी की जाए जिसमें इस बात का आश्वासन हो कि जलवायु परिवर्तन पर पेरिस और दूसरे अंतरराष्ट्रीय जलवायु सम्मेलनों में तय हुए लक्ष्यों को पाने के लिए काम करेंगे। सबने आने वाले सीओपी सम्मेलन के लिए गंभीरता से काम करने की बात कही। उसमें जो भी लक्ष्य तय होंगे उन पर गंभीरता से चला जाएगा जिससे कि नवीकरणीय उर्जा के रास्ते पर बढ़ा जा सके। हमारा मकसद सीओपी 2025 तक उत्सर्जन को सीमित करना और हमारी अर्थव्यवस्थाओं को डीकॉलोनाइज करना है।
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