नई दिल्ली। जी 20 शिखर सम्मेलन में डिजिटल इंडिया से विश्व को रूबरू कराने के मकसद से डिजिटल इंडिया अनुभव जोन बनाया गया है। इस डिजिटल जोन में आज भारत तकनीकी रूप से कितना समृद्ध है, इसकी एक झलक यहां दिखाई गई है। इस जोन में पेपरलेस भारत से लेकर के यूपीआई, यूआईडीएआई, ई संजीवनी और डिजिटल गीता सभी का अनुभव किया जा सकता है। आज ग्रामीण भारत तकनीकी रूप से कितना शक्तिशाली हो गया है, इसकी भी एक झलक देखने को मिलती है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डिजिटल भारत की तमाम नई पहल शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण जीवन को भी आसान करने में अहम भूमिका निभा रही है। जी 20 शिखर सम्मेलन के तहत अंतरराष्ट्रीय मीडिया सेंटर में इसी डिजिटल भारत की एक झलक देखने को मिल रही है। शुक्रवार को मीडिया के अवलोकन के लिए शुरू हुई इस प्रदर्शनी में भारत की डिजिटल यात्रा को रोचक तरीके से पेश किया गया है। फिर चाहे हजारों साल पहले लिखी गीता में आज की दिक्कतों के प्रश्न हों या फिर गांव में डिजिटल पेमेंट को लेकर कोई शंका हो…, सभी प्रश्नों के हल इस प्रदर्शनी में आपको मिल जाएंगे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस गीता भी यहां आकर्षण का केन्द्र है, जो आपके सभी संशय को दूर करेगा। इस एप पर आप अपने सवाल भी पूछ सकते हैं। आप इसकी वेबसाइट आस्कगीत.एआई पर भी जाकर इसका अनुभव कर सकते हैं।
इस डिजिटल जोन में भाषणी एप को भी प्रदर्शित किया गया है, जो भारत की भाषाई विविधता के मुश्किलों को तकनीकी रूप से खत्म करने की दिशा में काम कर रहा है। आप चाहे भारत के किसी भी क्षेत्र में सफर कर रहे हों, अगर आपके पास भाषणी एप है तो भाषा आपके लिए कोई भी समस्या नहीं है। इस एप के माध्यम से आप अपनी आवश्यकता के अनुरूप अपनी भाषा का अनुवाद कर सकते हैं।
इसके साथ यहां आप सेहत बनाते हुए डिजिटल भारत की सैर भी कर सकते हैं। इस साइकिल को चलाते हुए आप अपना कुछ फैट तो कम कर ही सकते हैं। साथ में देश में पिछले नौ साल के दौरान डिजिटल क्रांति के सफर क भी हिस्सा बन सकते हैं। इस सफर में आप स्टार्ट अप इंडिया, आयुष्मान भारत, फास्ट टैग और डिजी लॉकर जैसी तमाम आधुनिक सुविधाओं से आप रूबरू हो सकते हैं।
इसके साथ आधार कार्ड में कैसे आने वाले दिनों में आपके चेहरे के माध्यम से काम आसान हो जाएगा, इसकी भी एक झलक देखी जा सकती है। डिजी लॉकर के साथ थ्री डी माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में कैसे यूपीआई भुगतान लोगों का जीवन आसान बना रहा है, इसको यहां आप महसूस कर सकते हैं।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
टिप्पणियाँ