नई दिल्ली। तमिलनाडु सरकार के मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म पर अपमानजनक टिप्पणी से आहत विभिन्न पेशे से जुड़े प्रोफेशनल्स भी विरोध में उठ खड़े हो गए हैं। ये प्रोफेशनल्स सनातन विरोधी तत्वों को तमिलनाडु से दूर रखने की सलाह दे रहे हैं तो सनातन धर्म मामले के तार्किक अंत तक हिंदुओं को आगे बढ़ने का आह्वान कर रहे हैं।
सनातन धर्म विरोधी बयान से कुछ प्रोफेशनल्स इस कदर खफा हैं कि वे सनातन धर्म के विरोधियों के खिलाफ कहीं भी मामला दर्ज कराने पर वकीलों को कानूनी खर्च देने को तैयार हैं। भारत सरकार के स्थायी वकील जमवाल ने ट्वीट कर कहा है कि आईएनडीआई गठबंधन का हिंदू आस्था के खिलाफ नफरत व गाली-गलौज करना जारी है। ये राजवंश जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को भड़काते हैं।
कैप्टन राजशेखरन ने अपने ट्वीट में कहा है कि हमारा राष्ट्र तब तक गौरवशाली रहेगा जब तक यहां सनातन धर्म का शासन रहेगा। महिलाओं को शांति मिलेगी और उनके साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किया जाएगा। इसलिए नास्तिकों और राष्ट्रविरोधी तत्वों को भगाया जाना चाहिए। ये मेरे तमिलनाडु से दूर रहें।
सीबीआई के पूर्व निदेशक एम नागेश्वर राय ने ट्वीट कर हिंदू एकता मंच ओडिशा के मधुपटना पुलिस स्टेशन में उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए मंच की सराहना की है। उन्होंने यह भी कहा है कि वे इस मामले को इसके तार्किक अंत तक लगातार आगे बढ़ाने का आह्वान करते रहेंगे।
वरिष्ठ इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी प्रोफेसर एनजॉन कैम ने प्रतिक्रिया देते कहा कि मैं इस संदेश को पढ़ने वाले भारत भर के सभी वकीलों से अनुरोध करता हूं कि सनातन का अपमान करने के लिए अपने अधिकार क्षेत्र में उदयनिधि और प्रियांक खड़गे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करें। सभी कानूनी लागत हमारे द्वारा वहन की जाएगी।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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