नई दिल्ली। अयोध्या में पर्यटकों के लिए 8 सितंबर से जटायु क्रूज का संचालन शुरू किया जाएगा। राज्य के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह की उपस्थिति में सरयू में एक भव्य कार्यक्रम में जटायु क्रूज का जलावतरण किया जाएगा। यह जानकारी बुधवार को अयोध्या क्रूज लाइंस प्रा.लि. के प्रबंध निदेशक राहुल शर्मा ने दी।
राहुल शर्मा ने बताया कि अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त इस क्रूज में 70 से 100 यात्री एक साथ यात्रा कर सकेंगे। अयोध्या के नयाघाट से गुप्तार घाट तक लगभग 18 किलोमीटर की यात्रा यह क्रूज कराएगा। अयोध्या के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण होगा। क्रूज पूरी तरह से वातानुकूलित होगा। इसमें दो डेक होंगे।
इस क्रूज से श्रद्धालु अयोध्या के समृद्ध विरासत, प्राचीन मंदिरों एवं विभिन्न घाटों का दर्शन कर सकेंगे। इस बोट पर मनोरंजन के साथ सांस्कृतिक दर्शन का भी अनुभव करेंगे। राहुल शर्मा ने कहा कि हमारा प्रयास है कि यात्रियों को एक अविस्मरणीय यात्रा का अनुभव प्राप्त हो। उन्होंने बताया कि एक अल्ट्रा लक्जरी क्रूज को भी तैयार किया जा रहा है, जिसे पुष्पक विमान नाम दिया गया है। इसका निर्माण तेजी से किया जा रहा है। जलावतरण समारोह में अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह, अयोध्या के महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी, विधायक वेदप्रकाश गुप्ता के अलावा प्रमुख सचिव एवं महानिदेशक पर्यटन मुकेश कुमार मेश्राम, मंडलायुक्त गौरव दयाल, जिलाधिकारी नीतीश कुमार तथा नगर आयुक्त विशाल सिंह समेत कई प्रमुख लोग मौजूद रहेंगे।
300 रुपये होगा किराया
क्रूज की 18 किलोमीटर की यात्रा दो घंटे में पूरी की जाएगी। इसका किराया प्रतियात्री 300 रुपये होगा। पर्यटकों का राम कथा भी सुनाई जाएगी। जटायु क्रूज दुबई में बनाया गया है और इसमें दो इंजन हैं। इससे सरयू में कम पानी होगा तब भी संचालन में दिक्कत नहीं होगी।
मथुरा के लिए भी मिली अनुमति
मथुरा में यमुना में क्रूज सेवा शुरू करने के लिए केंद्रीय जल परिवहन मंत्रालय ने अनुमति दे दी है। जल्दी ही दो क्रूज यमुना में उतारे जाएंगे। ये वृंदावन से लेकर गोकुल तक करीब 22 किमी की यात्रा कराएंगे। इनमें 400 यात्री सवार हो सकते हैं। इसके लिए 40 करोड़ रुपये का टेंडर निकाला गया है। संचालन ब्रज क्षेत्र तीर्थ विकास परिषद करेगा। गोकुल से वृंदावन के मार्ग में 11 टर्मिनल होंगे। जुगल घाट, केशी घाट, देवरहा बाबा घाट, पानी गांव, स्वामी घाट, विश्राम घाट, सुदर्शन घाट और गोकुल घाट से इसमें बैठ सकेंगे।
(इनपुट सिंडिकेट फीड)
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