इस्लामाबाद। पाकिस्तान में ईसाइयों पर हमले तेज हो गए हैं। अब लाहौर की मस्जिद से ईसाईयों पर हमले का फरमान भी जारी हो गया है। वहीं, फैसलाबाद में ईशनिंदा के आरोप में एक पादरी को गोली मारकर हत्या की कोशिश की गई।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर जुल्म लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हिन्दुओं का जबरन धर्म परिवर्तन, हिंदू बेटियों का अपहरण जैसी घटनाएं तो आम हैं ही, अब ईसाइयों पर लगातार हमले हो रहे हैं। पिछले दिनों ईशनिंदा के आरोप में कई चर्च और ईसाइयों के घर फूंक दिये गए थे। अब लाहौर से ईसाइयों पर हमले का फरमान जारी हुआ। लाहौर के शेखपुरा इलाके में एक ईसाई युवक की कुछ स्थानीय लोगों से विवाद हो गया था। इसके बाद मंगलवार को मुस्लिम समाज के लोग मस्जिद में एकत्र हुए और ईसाइयों पर हमले का निर्देश दिया गया। बताया जा रहा है कि ईसाइयों ने वहां से पलायन भी शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हो रहे हैं, जिसमें मदद की अपील की जा रही है।
वहीं, फैसलाबाद जिले की जारनवाला तहसील में म्योंग-सांग नासर्थ चर्च में काम करने वाले पादरी एलियाजर विक्की रविवार शाम को चर्च से घर लौट रहे थे, तभी उनकी हत्या का प्रयास किया गया। पुलिस के मुताबिक एलियाजर चर्च से घर लौट रहे थे, उसी समय एक अज्ञात दाढ़ी वाले शख्स ने उन्हें गोली मार दी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां एक डॉक्टर ने उनका ऑपरेशन किया और उनके दाहिने हाथ से एक गोली निकाली। उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। पुलिस अधिकारी नवीद अहमद ने बताया कि पादरी की शिकायत पर अज्ञात संदिग्धों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
Christian’s are under Attack in #Pakistan.
September 5, 2023 Sheikhupura, Lahore Pakistani Christians on the run to save their lives after an other false #blasphemy accusation
Since Early morning An announcement from a local mosque to protest and attack Christian Houses in… pic.twitter.com/2sQVzrXde2
— Faraz Pervaiz (@FarazPervaiz3) September 5, 2023
पादरी ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि चर्च की बाहरी दीवार पर अरबी में एक आपत्तिजनक धार्मिक नारा लिखा हुआ था। इसके अलावा, उसे ईशनिंदा करने वालों में शामिल बताया गया था। पादरी के मुताबिक उन्होंने पुलिस को इसके बारे में बताया लेकिन पुलिस ने इस मामले पर लीपापोती की। कुछ दिन पहले जब वे अपने बेटे को स्कूल छोड़ने गए, तो दाढ़ी वाले कुछ लोगों ने उन्हें रोका और कहा जिस तरह उनके लिखे नारे चर्च की दीवार से हटा दिए गए हैं, जल्द ही पादरी को भी भी हटा दिया जाएगा। पादरी ने संदेह जताया कि उन पर हमले के पीछे किसी कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी का हाथ हो सकता है।
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