आईएनडीआई अलायंस : कांग्रेस-कम्युनिस्ट-जिहादी
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

आईएनडीआई अलायंस : कांग्रेस-कम्युनिस्ट-जिहादी

कांग्रेस के युवराज का भारत विरोधी बातें करना और विदेशी धरती पर जाकर भारत के खिलाफ सक्रिय शक्तियों से मिलना-जुलना कोई नई बात नहीं है। शायद उन्हें लगता है कि सरकार विरोधी होने के नाते भारत विरोधी होना उनका अधिकार है।

by WEB DESK
Aug 30, 2023, 07:32 am IST
in भारत, विश्लेषण
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

राहुल गांधी अपने विदेशी दौरों पर लगातार भारत विरोधी तत्वों के साथ क्यों नजर आते हैं, चीन के साथ उनके क्या रिश्ते हैं या उनकी पार्टी के नेता मोदी को हटाने के लिए पाकिस्तान की मदद क्यों मांगते हैं? राहुल ऐसी संस्थाओं के साथ गलबहियां करते रहे हैं, जिनका भारत के खिलाफ लॉबिंग करने का इतिहास रहा है

आपने कांग्रेस के युवराज के लद्दाख पर्यटन के दौरान आए बयान देखे होंगे। विशुद्ध भारत विरोधी, सेना विरोधी। उन्हें यहां दोहराना जरा भी आवश्यक नहीं है। और न ही उनमें आश्चर्य की कोई बात है। कांग्रेस के युवराज का भारत विरोधी बातें करना और विदेशी धरती पर जाकर भारत के खिलाफ सक्रिय शक्तियों से मिलना-जुलना कोई नई बात नहीं है। शायद उन्हें लगता है कि सरकार विरोधी होने के नाते भारत विरोधी होना उनका अधिकार है।

बात सिर्फ कांग्रेस के युवराज की नहीं है। वह अपने क्रियाकलापों से पहले ही काफी नामधन्य हो चुके हैं। बात उन सारे दलों की है, जो केन्द्र की सरकार से भाजपा और नरेन्द्र मोदी को हटाकर स्वयं सत्ता पर काबिज होना चाहते हैं। ठीक है, लेकिन क्या सत्ता के लिए वे कुछ भी करेंगे? हालांकि कांग्रेस पर यह आरोप कोई नहीं लगा सकता है कि वह मानसिक-बौद्धिक- वैचारिक रूप से कभी भी मजबूत रही है। वह अपना बहुत सारा बौद्धिक-वैचारिक काम मार्क्सवादी विचारधारा के फॉसिलजीवी इतिहासकारों और बुद्धिजीवियों को बहुत पहले ही सौंप चुकी है।

मार्क्सवादी इतिहासकारों और बुद्धिजीवियों के साथ दूसरी समस्या है। उन्हें यही विश्वास नहीं है कि कथित दूसरा विश्वयुद्ध समाप्त हो चुका है, सोवियत संघ समाप्त हो चुका है, मार्क्स ही नहीं, लेनिन की भी प्रतिमाएं उखाड़ फेंकी जा चुकी हैं और अब इक्कीसवीं सदी चल रही है। लिहाजा वे अपने पुराने जुमलों में कैद बने हुए हैं। उन्होंने भी पैसों की आपूर्ति का काम सोरोस जैसों और चीन के मोहरों को, और जमीन पर ‘वर्ग संघर्ष’ करने का काम इस्लामी जिहादियों पर छोड़ दिया है। गठबंधन बनते और टूटते हैं, रणनीतियां बनती हैं और अचानक खेल भी खराब हो जाते हैं। लेकिन विपक्ष की रणनीति के कलम और कंप्यूटर कम्युनिस्टों के पास हैं, और हाथ-पैर अंतत: लश्कर/ सलाउद्दीन/ इंडियन मुजाहिद्दीन/ सिमी /हुजी जैसे संगठनों के पास।

एक ओर कांग्रेस डीएमके के साथ गठबंधन में है, दूसरी ओर डीएमके पूरे दक्षिण भारत में पृथकतावादी अभियान के पक्ष में है। इस कथित अभियान के लिए कम्युनिस्टों द्वारा उछाला गया गया तर्क यह है कि दक्षिण भारत ज्यादा टैक्स देता है। तीसरा पहलू यह है कि मुफ्त में बांटने के नारे देकर कर्नाटक में सत्ता में आई कांग्रेस राज्य सरकार का दम फूल चुका है और वह लगाभग दीवालिया हालत में आकर केन्द्र से पैसे मांग रही है। उस पर तुर्रा यह कि कर्नाटक सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति को मानने के लिए तैयार नहीं है, आखिर वह एक कांग्रेस सरकार है, केन्द्र की बात कैसे मान ले?

ये सारी बातें सामने रखने के बाद यह प्रश्न करना ही बेमानी हो जाता है कि राहुल गांधी अपने विदेशी दौरों पर लगातार भारत विरोधी तत्वों के साथ क्यों नजर आते हैं, चीन के साथ उनके क्या रिश्ते हैं या उनकी पार्टी के नेता मोदी को हटाने के लिए पाकिस्तान की मदद क्यों मांगते हैं? राहुल ऐसी संस्थाओं के साथ गलबहियां करते रहे हैं, जिनका भारत के खिलाफ लॉबिंग करने का इतिहास रहा है। पिछले दिनों राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा के दौरान बंद दरवाजों के पीछे राहुल गांधी की किससे क्या बात हुई? वहां क्या हुआ? हडसन इंस्टीट्यूट के साथ राहुल गांधी की तस्वीरें गवाह हैं कि अब इन चीजों से आंखें नहीं मूंदी जा सकतीं। हडसन इंस्टीट्यूट के इस बंद दरवाजों के पीछे हुए इवेंट में राहुल के साथ बैठी नजर आई हैं सुनीता विश्वनाथ, जो सोरोस के इकोसिस्टम की कठपुतली रही हैं।
अब देखें इनके गठबंधन साथियों को। हाल ही में ममता बनर्जी ने कहा भाजपा हारेगी।

लालू प्रसाद यादव ने कहा कि मोदी भारत छोड़कर विदेश में बस जाएंगे। अरविंद केजरीवाल जो कुछ कहते रहे हैं, उसका तो ओर-छोर ही खोजना कठिन है। लेकिन यह कहने का साहस इनमें से किसी का नहीं हो सका कि वह हराएंगे। इतना ही नहीं, कोई यह कहने के लिए भी तैयार नहीं है कि वे अंत तक इस गठबंधन में बना रहेगा। कारण यह कि जो आई.एन.डी.आई. अलायंस बना है, उनमें से किसी घटक दल के पास ऐसा कोई सकारात्मक बिन्दु नहीं है, जिसके आधार पर वे मतदाता के समक्ष स्वयं को बेहतर दिखा सकें। सिवाए इस बात के कि वे सब भाजपा विरोधी हैं, और इस नाते भारत विरोधी और हिन्दू विरोधी हैं।

एक ओर कांग्रेस डीएमके के साथ गठबंधन में है, दूसरी ओर डीएमके पूरे दक्षिण भारत में पृथकतावादी अभियान के पक्ष में है। इस कथित अभियान के लिए कम्युनिस्टों द्वारा उछाला गया गया तर्क यह है कि दक्षिण भारत ज्यादा टैक्स देता है। तीसरा पहलू यह है कि मुफ्त में बांटने के नारे देकर कर्नाटक में सत्ता में आई कांग्रेस राज्य सरकार का दम फूल चुका है और वह लगाभग दीवालिया हालत में आकर केन्द्र से पैसे मांग रही है। उस पर तुर्रा यह कि कर्नाटक सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति को मानने के लिए तैयार नहीं है, आखिर वह एक कांग्रेस सरकार है, केन्द्र की बात कैसे मान ले?
लेकिन इस सारे सर्कस के पीछे है गहरा षड्यंत्र। पढ़िए, आगे के पृष्ठों पर।

Topics: मार्क्सवादी विचारधाराCongress DMKMarxist IdeologyCongress Communist Jihadiफॉसिलजीवी इतिहासकारकांग्रेस के युवराजविशुद्ध भारत विरोधीसेना विरोधीकांग्रेस डीएमकेFosiljiv HistorianCrown Prince of CongressPurely Anti-Indiaअरविंद केजरीवालAnti-Army
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Harsh Sanghavi calls kejriwal and akhilesh a lier

केजरीवाल और अखिलेश झूठे नेता हैं: हर्ष संघवी

केजरीवाल

आआपा : ‘कैग’ से लगा काला दाग

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा।

‘केजरीवाल ने शपथ ग्रहण समारोह के विज्ञापनों पर सरकारी खजाने से 4.52 करोड़ उड़ाए, रेखा गुप्ता सरकार ने एक पैसा भी नहीं’

Punjab national security threat

पिछड़ता पंजाब: राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चुनौती

center order to probe Kejriwals Sheeshmahal

महाराजाओं वाली जिंदगी! केजरीवाल का 8 एकड़ का ‘शीश महल’, अब CVC ने दिए जांच के आदेश

दिल्ली चुनाव में हार के बाद अरविंद केजरीवाल नए विवाद में फंसे, BJP ने ‘CMO दिल्ली’ के X अकाउंट को चुराने का आरोप लगाया

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

ओटीटी पर पाकिस्तानी सीरीज बैन

OTT पर पाकिस्तानी कंटेंट पर स्ट्राइक, गाने- वेब सीरीज सब बैन

सुहाना ने इस्लाम त्याग हिंदू रीति-रिवाज से की शादी

घर वापसी: मुस्लिम लड़की ने इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, शिवम संग लिए सात फेरे

‘ऑपरेशन सिंदूर से रचा नया इतिहास’ : राजनाथ सिंह ने कहा- भारतीय सेनाओं ने दिया अद्भुत शौर्य और पराक्रम का परिचय

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies