ओलंपिक में बजेगा भारत का डंका : महासिंह राव
May 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

ओलंपिक में बजेगा भारत का डंका : महासिंह राव

जॉर्डन के अम्मान में 14-20 अगस्त तक आयोजित 20 साल से कम आयु वर्ग की विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में भारतीय पहलवानों ने सर्वाधिक 10 पदक जीत कर इतिहास रचा।

by WEB DESK
Aug 29, 2023, 11:52 am IST
in भारत, साक्षात्कार, खेल
अंडर-20 विश्व चैम्पियनशिप ट्रॉफी के साथ महासिंह राव

अंडर-20 विश्व चैम्पियनशिप ट्रॉफी के साथ महासिंह राव

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

जॉर्डन के अम्मान में 14-20 अगस्त तक आयोजित 20 साल से कम आयु वर्ग की विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में भारतीय पहलवानों ने सर्वाधिक 10 पदक जीत कर इतिहास रचा। इनमें 7 पदक (3 स्वर्ण, 1 रजत व 3 कांस्य) महिला पहलवानों ने जीते हैं। अंतिम पंघाल दो बार अंडर-20 विश्व चैम्पियनशिप जीतने वाली पहली भारतीय पहलवान बन गई हैं। महिला पहलवानों के दमदार प्रदर्शन को देखते हुए ओलंपिक में इनसे पदक की उम्मीद बनी है। भारतीय कुश्ती टीम के मुख्य प्रशिक्षक और द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित महासिंह राव गर्व से कहते हैं कि देश में महिला पहलवानों की जो नई पौध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को सच करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। भारतीय महिला पहलवान टीम की सफलता पर प्रवीण सिन्हा ने महासिंह राव से बातचीत की। प्रस्तुत हैं उस वार्ता के  मुख्य अंश- 

भारतीय महिला पहलवानों ने जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में सर्वाधिक 7 पदक जीतकर स्पर्धा अपने नाम की। आप इस सफलता के सूत्रधार रहे हैं। कैसा लग रहा है? 
सबसे पहले भारतीय महिला पहलवानों पर विश्वास बनाए रखने व आशीर्वाद के लिए सभी खेल प्रेमियों का धन्यवाद। यह प्रतियोगिता भारतीय महिला कुश्ती जगत की दशा और दिशा बदलने वाली साबित होगी। हम 10 फ्रीस्टाइल पहलवानों का दल लेकर अम्मान गए थे। भारतीय कुश्ती जगत में जो विपरीत परिस्थितियां बनी हुई थीं, उसके बीच हमने पहलवानों को सिर्फ  तैयारी पर ध्यान केंद्रित करने और हर पहलवान के लिए पदक जीतने का लक्ष्य रखा था। प्रशिक्षण शिविर में युवा पहलवानों ने जिस तरह से कड़ी मेहनत की, उससे भरोसा हो गया था कि टीम में शामिल सभी 10 पहलवान पदक जीतकर ही लौटेंगी। अंतत: 7 पहलवानों का पोडियम फिनिश करना यह साबित करने के लिए काफी है कि भविष्य की स्टार महिला पहलवानों ने दिग्गज देशों को कड़ी चुनौती देने के लिए कमर कस ली है।

भारत की शानदार सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली अंतिम पंघाल के बारे में आपकी क्या राय है? 
अंतिम पंघाल युवा पहलवान है। उसके जैसी मेहनती और प्रतिभाशाली पहलवान विरले ही देखने को मिलती है। वह पूरे जी-जान से लड़ती है। शारीरिक दमखम के साथ उसमें जीत की भूख है, जो उसे विश्व की अन्य पहलवानों से अलग और विशेष बनाती है। कुश्ती एक शारीरिक दमखम वाला खेल है, लेकिन इसमें वही पहलवान आगे जाती है जिसमें तकनीकी और मानसिक तौर पर अपने प्रतिद्वंद्वियों को मात देने का माद्दा हो। अंतिम अपने नाम को सार्थक सिद्ध करते हुए कई बार कुश्ती रिंग में अचानक चाल बदलते हुए विपक्षी पर दांव लगाती है। भारतीय शैली के दांव-पेचों में माहिर होने के अलावा वह विदेशी पहलवानों को उन्हीं के दांव में फंसाकर बाजी मार लेती है। अगले माह होने वाले एशियाई खेलों को लेकर वह ऊहापोह में थी, लेकिन उसने एकाग्रता नहीं खोई। वह हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहती है और पदक जीतने के लिए अथक प्रयास करती है। यही वजह है कि जिस महिला विश्व चैम्पियनशिप में भारत को कभी पदकों के लिए तरसना पड़ता था, उसमें लगातार दो बार स्वर्ण जीतने वाली वह पहली भारतीय पहलवान बनी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओलंपिक खेलों में शामिल होने से पहले हर खिलाड़ी से मिलकर उसे आशीर्वाद देते हैं। शायद ही किसी देश के प्रधानमंत्री ऐसा करते होंगे। यही नहीं, विश्व मंच पर खिलाड़ी सफलता हासिल करता है तो पहला ट्वीट प्रधानमंत्री का आता है, ऐसा पहले कब देखा था हमने? प्रतियोगिता की समाप्ति पर पदक विजेता या पदक से चूकने वाले हर खिलाड़ी को प्रधानमंत्री का बधाई देना और हौसला बढ़ाना खिलाड़ियों के मनोबल को सातवें आसमान पर पहुंचा देता है। 

भारतीय महिला पहलवानों की जो एक नई पौध तैयार हो रही है, उससे आपको कितनी उम्मीद है?

अतिश्योक्ति न मानें, तो ये युवा महिला पहलवान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को सच करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही हैं। सरकार से युवा पहलवानों को जो प्रेरणा और सुविधाएं मिल रही हैं, उसका पूरा लाभ उठाते हुए ये पहलवान खुद को शारीरिक और मानसिक तौर पर मजबूत बनाने के अलावा तकनीकी दृष्टि से भी खुद को निरंतर मजबूत करने में लगी रहती हैं। अंतिम पंघाल, सविता, प्रिया मलिक, अंतिम हुड्डा और प्रियांशी प्रजापति जैसी युवा पहलवानों में प्रतिभा के साथ-साथ जीत की जिजीविषा है, जो इन्हें संपूर्ण पहलवान बनाती है। इन जूनियर पहलवानों में देश की वरिष्ठ और विश्व स्तरीय पहलवानों को हराने की अद्भुत ललक है। इनकी इच्छाशक्ति इनकी सबसे बड़ी ताकत है। मेरा पूरा विश्वास है कि जिस तरह से ये पहलवान तैयारियों में जुटी हुई हैं और विश्व स्तर पर सफलताएं अर्जित कर रही हैं, अगले ओलंपिक में 3-4 महिला पहलवानों से आप पदक की उम्मीद कर सकते हैं। मैं यह दावा युवा महिला पहलवानों को प्रोत्साहित करने के लिए नहीं, बल्कि उनकी क्षमता के आधार पर कर रहा हूं। साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने भारतीय महिला पहलवानों की जिस स्वस्थ परंपरा की शुरुआत की है, जूनियर पहलवान उसे आगे बढ़ाने में पूरी तरह से सक्षम हैं।

अंडर-20 जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में (बाएं से चौथी) अंतिम पंघाल (53 किग्रा), सविता मलिक (62 किग्रा) और प्रिया मलिक (73 किग्रा) ने स्वर्ण पदक जीतेआपने कहा कि जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में भारतीय महिला पहलवानों की सफलता भारतीय कुश्ती जगत की दशा और दिशा बदलने वाली साबित हो सकती है। ऐसा कहने के पीछे क्या आधार है?
किसी भी देश में खेल की स्थिति का आकलन ओलंपिक खेलों में मिली सफलताओं से किया जाता है। भारत भी पिछले सात ओलंपिक खेलों में लगातार पदक जीतता आ रहा है। हमें सर्वाधिक व्यक्तिगत पदक कुश्ती में मिले हैं। इससे भारतीय पहलवानों में यह विश्वास जागा है कि ओलंपिक में पदक हमारी पहुंच से दूर नहीं है। इस विश्वास और खिलाड़ियों के जोश को बनाए रखने के लिए भारत सरकार ने उनके हित में जितनी योजनाएं बनाईं, उनसे देश में खेल के प्रति रुझान बढ़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओलंपिक खेलों में शामिल होने से पहले हर खिलाड़ी से मिलकर उसे आशीर्वाद देते हैं। शायद ही किसी देश के प्रधानमंत्री ऐसा करते होंगे। यही नहीं, विश्व मंच पर खिलाड़ी सफलता हासिल करता है तो पहला ट्वीट प्रधानमंत्री का आता है, ऐसा पहले कब देखा था हमने? प्रतियोगिता की समाप्ति पर पदक विजेता या पदक से चूकने वाले हर खिलाड़ी को प्रधानमंत्री का बधाई देना और हौसला बढ़ाना खिलाड़ियों के मनोबल को सातवें आसमान पर पहुंचा देता है।
आज हर युवा खिलाड़ी देश के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को आतुर दिखता है, क्योंकि उन्हें सरकार से प्रोत्साहन, सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा मिलने की पूरी गारंटी दिखती है। इसलिए यह तय है कि युवा महिला पहलवानों का बढ़ा हुआ मनोबल, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उनकी सफलता हासिल करने की गति व दर, सीनियर खिलाड़ियों को मात देने की क्षमता और भविष्य के लिए खुद को मजबूती से तैयार करने की इच्छाशक्ति महिला कुश्ती को एक नई दिशा और दशा देगी।

Topics: Indian Wrestling WorldWorld ChampionshipIndia's Sting in Olympicsप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीPrime Minister Narendra Modiकुश्ती रिंगपहली भारतीय पहलवानभारतीय कुश्ती जगतविश्व चैम्पियनशिपWrestling RingFirst Indian Wrestler
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

वन नेशन वन इलेक्शन पर सीएम धामी का बड़ा बयान, कहा- ‘यह सिर्फ सुधार नहीं, देशहित में क्रांति है’

WAVES 2025 : पीएम मोदी बोले – भारत बनेगा ग्लोबल क्रिएटिव पावरहाउस

इस्राएली खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंडनबर्ग रिसर्च के षड्यंत्र में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सैम पित्रोदा भी शामिल थे

अडाणी बहाना, मोदी निशाना!

Manoj Muntshir Pahalgam terror Attack

पहलगाम आतंकी हमले पर मनोज मुंतशिर ने हिन्दुओं को झकझोरा, कहा-‘इतिहास सड़ी-गली लाशों को नहीं, विजय ध्वज गिनता है’

एनआईए के कब्जे में आतंकवादी तहव्वुर राणा

खुलेंगी साजिश की परतें !

Anurag Thakur DMK Pm Modi Sanatan Dharma

‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ बिल परिवर्तनकारी, ऐतिहासिक और देश हित में: अनुराग ठाकुर

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

PIB Fact check

PIB Fact Check: सरकार ने नहीं जारी की फोन लोकेशन सर्विस बंद करने की एडवायजरी, वायरल दावा फर्जी

Pakistan Defence minister Khawaja Asif madarsa

मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों को पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने बताया सेकंड लाइन ऑफ डिफेंस

भारतीय सेना के हमले में तबाह हुआ पाकिस्तानी आतंकी ठिकाना

जब प्रश्न सिंदूर का हो, तब उत्तर वज्र होता है

Pahalgam terror attack

आतंक को जवाब: पाकिस्तान के 4 एयरबेस पर फिर सेना ने किया हमला

एक शिविर में प्रशिक्षण प्राप्त करते संस्कृत प्रेमी

15,000 लोगों ने किया संस्कृत बोलने का अभ्यास

Pakistan attacks in india

जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक पाकिस्तान ने किए हमले, सेना ने दिया मुंहतोड़ जवाब

चित्र प्रतीकात्मक है

चाल पुरानी मंशा शैतानी : ड्रोन अटैक की आड़ में घुसपैठ की तैयारी में पाकिस्तान!

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री स्वांत रंजन

संस्कृति रक्षक अहिल्याबाई

जल बचाओ अभियान से जुड़े विशेषज्ञ

‘सबसे बोलो, नल कम खोलो’

Representational Image

IMF से पैसा लेकर आतंकवाद में लगा सकता है पाकिस्तान, भारत ने बैठक में जताई चिंता, रिकॉर्ड पर लिया बयान

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies