23 अगस्त को चंद्रयान-3 ने चांद की सतह पर पहुंचकर इतिहास रच दिया। इसरो ने चंद्रयान-3 को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतारा गया, जहां आज तक किसी देश का स्पेसक्राफ्ट नहीं पहुंचा है। इसरो की इस उपलब्धि का डंका अब पूरी दुनिया में बज रहा है। चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस. सोमनाथ ने आज रविवार को तिरुवनंतपुरम में स्थित पौर्णमिकवु-भद्रकाली मंदिर में मां भद्रकाली के दर्शन किए। इस मंदिर में बाला भद्र देवी के रूप में देवी काली की पूजा-अर्जना होती है। यहां देवी अपने पांच अलग-अलग रूपों में स्थापित हैं, जिनमें बाला भद्र, वीरा भद्र, रौद्र भद्र, क्रोध भद्र और संहार भद्र शामिल है। इस दौरान इसरो प्रमुख ने पूजा अर्चना कर आरती भी ली।
विज्ञान और आध्यात्मिकता की खोज मेरे जीवन का हिस्सा
मंदिर में मां भद्रकाली से आशीर्वाद लेने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बात भी की। पत्रकारों से बात करने के दौरान उन्होंने कहा- “मैं एक खोजकर्ता हूं। मैं चंद्रमा का अन्वेषण करता हूं। विज्ञान और आध्यात्मिकता दोनों की खोज करना मेरे जीवन की यात्रा का एक हिस्सा है, इसलिए मैं कई मंदिरों में जाता हूं और कई धर्मग्रंथ पढ़ता हूं। इसलिए इस ब्रह्मांड में हमारे अस्तित्व और हमारी यात्रा का अर्थ खोजने का प्रयास करें। यह संस्कृति का एक हिस्सा है जिसे हम सभी आंतरिक और बाहरी चीजों का पता लगाने के लिए बनाए गए हैं। इसलिए मैं बाहरी दुनिया के लिए विज्ञान का प्रयोग करता हूं आंतरिक आत्मा की संतुष्टि के लिए मंदिरों में जाता हूं”।
#WATCH मैं एक खोजकर्ता हूं। मैं चंद्रमा का अन्वेषण करता हूं। विज्ञान और आध्यात्मिकता दोनों की खोज करना मेरे जीवन की यात्रा का एक हिस्सा है। मैं कई मंदिरों में जाता हूं और कई धर्मग्रंथ पढ़ता हूं: इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ, तिरुवनंतपुरम pic.twitter.com/LTo3sdvTAE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 27, 2023
‘शिव शक्ति’ नाम रखने पर पीएम मोदी का किया समर्थन
चंद्रयान3 के टच प्वाइंट का नाम ‘शिव शक्ति’ रखने के सवाल पर इसरो चीफ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने यह नामकरण किया है। इसके काफी मायने हैं और यह हम सभी के लिए उपयुक्त है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। देश के प्रधानमंत्री होने के नाते यह नाम रखने का उनका विशेषाधिकार है।
लैंडर और रोवर के कार्य को लेकर दी जानकारी
चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर को लेकर इसरो प्रमुख ने कहा- चंद्रयान 3 के लैंडर और रोवर दोनों ठीक स्थिति में ठीक काम कर रहे हैं। उनमे लगे सभी पांच उपकरण ऑन है। जिनसे हमें काफी अच्छा डाटा भी मिल रहा है। उम्मीद है कि आने वाले कुछ दिनों में या 3 सितंबर तक हम काफी सारे प्रयोगों को पूर्ण करने की स्थिति में हो जाएंगे। फिलहाल तो अलग-अलग मोड से परीक्षण किया जाएगा। जिसके बाद हमें चंद्रमा की सबसे अच्छी तस्वीर मिल पाएगी कि वहां की स्थिति कैसी है?
पीएम के विजन को पूरा करने के लिए तैयार है।
इसरो प्रमुख ने कहा कि “भारत के पास चंद्रमा, मंगल और शुक्र ग्रह की यात्रा करने की क्षमता है लेकिन हमें अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के साथ और ज्यादा इन्वेस्टमेंट्स की जरूरत है। हमारे स्पेस सेक्टर में डेवलपमेंट होना चाहिए। इससे साथ ही पूरे देश का विकास होना चाहिए, यही हमारा मिशन है। हम उस विजन को पूरा करने के लिए तैयार हैं जो पीएम मोदी ने हमें दिया था।”
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